देहरादून: देश भर में चल रहे टीवी जागरूकता अभियान के तहत आज राजधानी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से टीबी के बढ़ते मामलों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें एनएचएम के निदेशक युगल किशोर पंत सहित कई अन्य डॉक्टर मौजूद रहे, इस दौरान टीबी से बचाव के लिए मीडिया के जरिए जन जागरुकता अभियान हेतु विचार विमर्श भी किया गया.
बता दें कि भारत सरकार द्वारा 2025 तक टीबी जैसी बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य है, वहीं राज्य सरकार ने 2024 तक प्रदेश से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा हुआ है. स्वास्थ विभाग इस बीमारी से लड़ने को हर कदम पर काम कर रही है, लेकिन मीडिया के सहयोग के बिना सम्भव नहीं है. फिलहाल, सभी जनपदों में टीबी जांच केन्द्र में दवाइयों की सुविधा दी जा रही है.
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डीजी हेल्थ डॉक्टर अमिता उप्रेती ने कहा कि मौजूदा समय में मीडिया प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचा. ऐसे में अगर मीडिया द्वारा टीबी कार्यक्रम को सक्रिय सहयोग मिलता है तो काफी सफलता मिल सकती है.
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वहीं, डीजी हेल्थ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी से ग्रसित लोगों के आंकड़ों को कम करने का प्रयास कर रहा है. साल 2024 तक विभाग ने भारत से इस बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए हर स्तर पर तेजी से काम चल रहा है. साथ ही सरकार से 16 मशीनों को स्वीकृति मिल चुकी है, मशीनों के आने से टीबी उन्मूलन की दिशा में कदम तेजी से बढे़ंगे.