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2025 तक टीबी मुक्त होगा भारत, एनएचएम की ओर कार्यशाला का आयोजन

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Published : Dec 20, 2019, 11:43 AM IST

राजधानी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से टीबी के बढ़ते मामलों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान टीबी से बचाव के लिए मीडिया के जरिए जन जागरुकता अभियान चलाने पर विचार विमर्श भी किया गया.

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टीबी पर जनजागरुकता कार्यशाला

देहरादून: देश भर में चल रहे टीवी जागरूकता अभियान के तहत आज राजधानी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से टीबी के बढ़ते मामलों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें एनएचएम के निदेशक युगल किशोर पंत सहित कई अन्य डॉक्टर मौजूद रहे, इस दौरान टीबी से बचाव के लिए मीडिया के जरिए जन जागरुकता अभियान हेतु विचार विमर्श भी किया गया.

बता दें कि भारत सरकार द्वारा 2025 तक टीबी जैसी बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य है, वहीं राज्य सरकार ने 2024 तक प्रदेश से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा हुआ है. स्वास्थ विभाग इस बीमारी से लड़ने को हर कदम पर काम कर रही है, लेकिन मीडिया के सहयोग के बिना सम्भव नहीं है. फिलहाल, सभी जनपदों में टीबी जांच केन्द्र में दवाइयों की सुविधा दी जा रही है.

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डीजी हेल्थ डॉक्टर अमिता उप्रेती ने कहा कि मौजूदा समय में मीडिया प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचा. ऐसे में अगर मीडिया द्वारा टीबी कार्यक्रम को सक्रिय सहयोग मिलता है तो काफी सफलता मिल सकती है.

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वहीं, डीजी हेल्थ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी से ग्रसित लोगों के आंकड़ों को कम करने का प्रयास कर रहा है. साल 2024 तक विभाग ने भारत से इस बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए हर स्तर पर तेजी से काम चल रहा है. साथ ही सरकार से 16 मशीनों को स्वीकृति मिल चुकी है, मशीनों के आने से टीबी उन्मूलन की दिशा में कदम तेजी से बढे़ंगे.

देहरादून: देश भर में चल रहे टीवी जागरूकता अभियान के तहत आज राजधानी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से टीबी के बढ़ते मामलों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें एनएचएम के निदेशक युगल किशोर पंत सहित कई अन्य डॉक्टर मौजूद रहे, इस दौरान टीबी से बचाव के लिए मीडिया के जरिए जन जागरुकता अभियान हेतु विचार विमर्श भी किया गया.

बता दें कि भारत सरकार द्वारा 2025 तक टीबी जैसी बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य है, वहीं राज्य सरकार ने 2024 तक प्रदेश से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा हुआ है. स्वास्थ विभाग इस बीमारी से लड़ने को हर कदम पर काम कर रही है, लेकिन मीडिया के सहयोग के बिना सम्भव नहीं है. फिलहाल, सभी जनपदों में टीबी जांच केन्द्र में दवाइयों की सुविधा दी जा रही है.

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डीजी हेल्थ डॉक्टर अमिता उप्रेती ने कहा कि मौजूदा समय में मीडिया प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचा. ऐसे में अगर मीडिया द्वारा टीबी कार्यक्रम को सक्रिय सहयोग मिलता है तो काफी सफलता मिल सकती है.

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वहीं, डीजी हेल्थ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी से ग्रसित लोगों के आंकड़ों को कम करने का प्रयास कर रहा है. साल 2024 तक विभाग ने भारत से इस बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए हर स्तर पर तेजी से काम चल रहा है. साथ ही सरकार से 16 मशीनों को स्वीकृति मिल चुकी है, मशीनों के आने से टीबी उन्मूलन की दिशा में कदम तेजी से बढे़ंगे.

Intro:देश भर मे चल रहे टीवी  जागरूकता अभियान के तहत आज राजधानी देहरादून में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से टीवी के बढते मामलों पर आज कार्येशाला का आयोजन किया गया!कार्येशाला का उद्धघाटन दीप प्रज्वलित करके शुरू किया गया!कार्येशाला में एनएचएम के निदेशक युगल किशोर पंत सहित कई डॉक्टर मौजूद रहे!साथ ही कार्येशाला के दौरान टीबी जैसी बीमारी के बचाव के लिए मीडिया के जरिए जनजागरूकता अभियान चलाने के लिए विचार विमर्श किया गया!Body:कार्येशाला के दौरान विचार विमर्श किया गया की प्रधानम्नत्री भारत सरकार द्वारा 2025 तक टीबी जैसी बीमारी को खत्म करने की बात कही,वही राज्य सरकार ने 2024 तक प्रदेश से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा हुआ है!स्व्स्थय विभाग इस बीमारी से लड़ने हर कदम पर काम कर रही है लेकिन मीडिया के सहयोग के बिना सम्भव नहीं है!आज 13 जनपदों में टीबी की जाँच केन्द्र में दवाइयों की सुविधा दी जा रही है लेकिन समाज में समय समय पर इस बीमारी को लेकर गलत अफवाह फैलाई जाती है!आज प्रिंट,इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से समाज के हर तबके तक पहुँच गई है!ऐसे में अगर मीडिया टीबी कार्यक्रम को भी सक्रिय सहयोग मिले तो विभाग को काफी सफलता मिल सकती है!टीबी का इलाज 6 से 8 महीने और 2 साल तक चलता है!Conclusion:वंही उत्तराखंड की डीजी हेल्थ डाक्टर अमाता उपरेती ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी  ग्रस्ति होने वाले लोगों के आंकडों को कम करने का प्रयास कर रहा है साथ ही डीजी ने कहा कि 2024 तक विभाग का तारगेट है कि विभाग पूरी तरह से टीवी को खत्म करने का काम करेगा जिसके लिए कि अब विभाग ब्लॉक लेबल पर काम कर रहा है!साथ ही भारत सरकार से प्रपोजल आया हुआ है जिसमे की आने वाले समय मे हम 16 मशीनों को स्वीकृति भारत सरकार से दी गई है।जल्द ही मशीनें आने से हम लोगो टीबी उन्मूलन की दिशा में तेज़ी से बढेगे।

बाइट-अमिता उपरेती(डीजी हेल्थ उत्तराखंड)
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