देहरादून: राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत विभागीय संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर राजकीय दून मेडिकल कॉलेज विभागीय संविदा संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान संविदा कर्मचारियों ने चिकित्सा शिक्षा विभाग में समायोजित करने की मांग की. वहीं, कार्य बहिष्कार कर रहे संविदा कर्मियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.
आंदोलनरत संविदा कर्मी मनोज का कहना है कि साल 2016 में संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति नियमित भर्ती के मानकों के अनुसार की गई थी. लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी उनको विभाग में समायोजित नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि हम पिछले 5 सालों से ये सोंचकर अल्प वेतनमान पर कार्य कर रहे थे कि आगे चलकर एक दिन विभाग में उनका समायोजन कर दिया जाएगा, लेकिन कुछ दिनों पहले जब चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से इन पदों पर नियमित भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञप्ति जारी की गई, तो संविदा कर्मचारी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.
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धरने में शामिल हिमानी नेगी का कहना है कि जिन पदों पर नियमित भर्तियां निकाली गई हैं, हमारे पद उनसे अलग हैं और साल 2015 से स्वीकृत हैं. इन पदों पर हमारे समायोजन के बाद विज्ञापित पदों की संख्या उतनी ही रहेगी. उन्होंने कहा कि हम भर्ती प्रक्रिया का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि मांग कर रहे हैं कि पहले हमको हमारे पदों पर समायोजितक करे.
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वहीं, कार्य बहिष्कार कर रहे संविदा कर्मियों का कहना है कि हम किसी का हक नहीं मार रहे हैं, बल्कि हम अपना अधिकार मांग रहे हैं. कर्मियों का कहना है कि हम दून अस्पताल की नई ओपीडी के प्रांगण में शांतिपूर्ण ढंग से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारे द्वारा चिकित्सालय परिसर में किसी भी नियमों का उल्लंघन नहीं किया जा रहा है.