ऋषिकेशः तीर्थनगरी में नगर निगम द्वारा कथित रूप से नियमों के विपरीत जाकर तहबाजारी के ठेके दिए जाने का लगातार विरोध हो रहा है. ठेली और रेहड़ी व्यापारी नगर निगम के बाहर पिछले 4 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी जब आंदोलन समाप्त नहीं हुआ तो नगर निगम के अधिकारी दमनकारी नीति अपना रहे हैं.
नगर निगम आंदोलन स्थल पर कूड़ेदान रखवाकर आंदोलन में बाधा पैदा करने की कोशिश कर रहा है. तहरीबाजारी ठेके के विरोध में ऋषिकेश के फुटकर सब्जी विक्रेता, ठेली और रेहड़ी लगाकर अपना जीवन यापन करने वाले लघु व्यापारी आंदोलन कर रहे हैं.
इस आंदोलन में ऋषिकेश के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा और गढ़वाल मंडल विकास निगम के निदेशक आशुतोष शर्मा भी लघु व्यापारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलनरत हैं. 4 दिन तक लगातार आंदोलन किए जाने के बाद जब आंदोलनकारी शांत नहीं हुए तो नगर निगम के अधिकारी आंदोलन को समाप्त करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं.
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पूर्व पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा ने कहा कि अगर कोई भी विभाग या अधिकारी नियमों से विपरीत जाकर किसी कार्य को करता है तो उसके खिलाफ आंदोलन करना जनता का लोकतांत्रिक अधिकार है. नगर निगम मेयर के आर्थिक हित जुड़े होने के कारण दमनकारी नीति अपनाकर आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास हो रहा है.
वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम के निदेशक आशुतोष शर्मा ने कहा कि तहबाजारी का ठेका जब तक निरस्त नहीं किया जाता तब तक वह इसी तरह से आंदोलन करते रहेंगे. अब आंदोलन का बिगुल बज चुका है यह शांत होने वाला नहीं है चाहे वह आंदोलन स्थल पर कूड़ेदान रखवा दें. आंदोलन अब नहीं रुकेगा.