काशीपुर/बाजपुर/देहरादून: दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को 18 दिन पूरे हो चुके हैं. इस मुद्दे पर किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है. बावजूद इसके अभी कोई हल नहीं निकाला है. वहीं, सोमवार से किसानों ने भूख हड़ताल का ऐलान किया है. इसके अलावा अब उत्तराखंड से भी बड़ी संख्या में किसान दिल्ली का रूख कर रहे हैं.
पूर्व ब्लॉक प्रमुख रवि कुमार व सरदार जगीर सिंह के नेतृत्व में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और निजी वाहनों से कुंडा क्षेत्र के भगवाड़ा और बेतवाला से करीब 70 किसान दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर लिए रवाना हुए हैं. जिसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं.
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स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी किया प्रदर्शन
कृषि कानूनों के खिलाफ रविवार को बाजपुर में स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी किया प्रदर्शन. उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए किसानों आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. बीते चार दिनों से स्कूली बच्चे भगत सिंह चौक पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
देहरादून में कांग्रेस सड़कों पर उतरी
कृषि कानूनों को लेकर जहां एक तरफ सरकार किसानों का समझाने में लगी हुई है तो वहीं, कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. रविवार को पूर्व विधायक राजकुमार ने नेतृत्व में कांग्रेसियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. राजकुमार ने कहा कि आज देश का किसान और खेत मजदूर सड़कों पर है. सत्ता के नशे में मदमस्त मोदी सरकार उनकी रोजी-रोटी छीनकर खेत खलियानों को पूंजीपतियों के हवाले करने का षड्यंत्र रच रही है. जिसे वे पूरा नहीं होने देंगे.