मसूरी: अंकिता भंडारी हत्या (Ankita Murder Case) मामले में लोगों का विरोध लगातार बढ़ रहा है. जिसको लेकर मसूरी में मजदूर संघ के लोग पिक्चर पैलेस चौक पर एकत्रित हुए और अंकिता के हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. वहीं मजदूरों और विभिन्न संगठनों के लोगों द्वारा भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की गई. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आरोपी के रिजॉर्ट को ध्वस्त करने की मांग की. जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर पहली बार उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कार्रवाई की है.
उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के कातिल (ankita bhandari murder case) वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort) के मालिक पुलकित आर्य अंकित गुप्ता और सौरव ने अंकिता की हत्या की. इन तीनों के रिजॉर्ट की कुछ दूरी पर अंकिता को चीला शक्ति नहर में फेंक दिया. इसके बाद मामले में लगातार लोगों को गुमराह कर रहे हैं. पुलिस द्वारा पुलकित आर्य के साथ अन्य दो को गिरफ्तार कर हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की आगे की जांच की जा रही है, लेकिन लोगों का गुस्सा साफ तौर पर देखा जा रहा है. मामले में बीजेपी नेता के पुत्र पुलकित आर्य को भी गिरफ्तार किया है. पुलकित आर्य विनोद आर्य (Bjp leader son uttarakhand resort case) का बेटा है. विनोद आर्य बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैं. इसके साथ ही यूपी के सह प्रभारी हैं. दूसरे बेटे अंकित आर्य को भी राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त है. अंकित आर्य को तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य पिछड़ा आयोग का उपाध्यक्ष पद दिया गया था.
मजदूर नेता आरपी बडोनी और प्रदीप भंडारी ने कहा कि अंकिता भंडारी के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से अंकिता भंडारी की हत्या को अंजाम दिया गया है, वह बहुत ही शर्मनाक है. आरोप है कि अंकिता के साथ दुष्कर्म कर उसको नहर में फेंक दिया गया है. उन्होंने कहा कि अंकिता का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है. ऐसे में आरोपी ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि उनके द्वारा अंकिता को नदी में फेंका गया. उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी से आरोपियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की नीति साफ देखी जा रही है. भाजपा के नेताओं द्वारा ही मासूम बेटियों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक अंकिता भंडारी का शव बरामद नहीं होता और आरोपियों को फांसी की सजा नहीं होती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
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अंकिता मामले में अब क्या हो रहा है: बेटी की हत्या के बाद माता पिता पुलिस प्रशासन से बेटी के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं. वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश की घटना को बहुत दुखद बताते हुए कहा कि जिस किसी ने ये जघन्य अपराध किया है, उसे हर हाल में कड़ी सजा दिलाई जाएगी. पुलिस अपना कार्य कर रही है. मामले में न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा. पहले यह मामला राजस्व पुलिस के पास था. बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे लक्ष्मण झूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया. मामले में पौड़ी के DM ने लापरवाही बरतने पर पटवारी विवेक कुमार को निलंबित कर दिया है.
हत्या आरोपियों ने पूछताछ में क्या बताया: इससे पहले पूछताछ में पहले तो आरोपी टाल मटोल करते रहे और पुलिस को भ्रमित करते रहे. लेकिन सख्ती से पूछने पर पुलिस के अनुसार उन्होंने अंकिता की हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंकने की बात स्वीकार कर ली. आरोपियों ने कहा कि अंकिता भंडारी को सुनसान जगह पर ले जाकर शराब पिलाई. इसके बाद शराब के नशे में हत्या कर उसका शव नहर में फेंक दिया. उन्होंने बताया कि अंकिता से विवाद के बाद उन्होंने यह कदम उठाया. पुलिस की एक टीम को चीला नहर क्षेत्र में शव को खोजने के लिए भेजा गया है. आरोपियों ने बताया कि रिसेप्शनिस्ट रिजॉर्ट में आने वाले कस्टमर के पास जाने से मना कर रही थी. वे लोग रिसेप्शनिस्ट को वेश्यावृत्ति में ढकेलना चाह रहे थे, लेकिन रिसेप्शनिस्ट इससे इन्कार कर रही थी.