मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में पालिका प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. जिसे लेकर मसूरी व्यापार मंडल ने आज एक बैठक की. इस दौरान व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि अतिक्रमण हटाने से पहले प्रशासन को तीन दिन पहले नोटिस देना चाहिए, जिससे व्यापारियों को थोड़ा समय मिल सके और वो अतिक्रमण खुद हटा सकें. साथ ही कहा कि अगर प्रशासन ऐसा नहीं करेगा तो व्यापारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
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मसूरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और महामंत्री जगजीत कुकरेजा ने व्यापारियों से आग्रह किया कि वह अतिक्रमण की कार्रवाई से घबराएं नहीं, वो लगातार जिला और पालिका प्रशासन के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि अतिक्रमण हटाने से तीन दिन पहले व्यापारियों को नोटिस दिया जाए, जिससे व्यापारी खुद ही अतिक्रमण हटा लें.
अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि पालिका प्रशासन के पास न तो मसूरी का कोई नक्शा मौजूद है और न ही रोड साइट प्लान. जिस वजह से व्यापारियों को निर्माण करने में काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी व्यापारी का गलत तरीके से चिन्हित अतिक्रमण को तोड़ने नहीं दिया जाएगा और अगर प्रशासन ऐसा करता है तो सभी व्यापारी बड़ा आंदोलन करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
बैठक में व्यापार मंडल ने फैसला लिया कि माल रोड पर पटरी व्यापारियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद अगर पटरी व्यापारियों को दोबारा माल रोड के किनारे बैठाया गया तो वह पालिका प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी पालिका प्रशासन की होगी.