ऋषिकेश: नगर निगम (Rishikesh Municipal Corporation) में शामिल होने के तीन साल बाद भी शिवाजी नगर का क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. पानी, पथ प्रकाश, सीवर, सड़क, नालियां व अन्य सुविधाएं अभी तक शिवाजी नगर को नहीं मिली है. सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी को लेकर दिखाई दे रही है. घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है. जिसकी वजह से लोग सड़कों पर पैदल भी नहीं चल पा रहे हैं.
गौर हो कि घरों से निकलकर सड़कों पर बहने वाले गंदे पानी को लेकर आए दिन विवाद होता रहता है. ऐसा नहीं है कि शिवाजी नगर के लोगों ने समस्या के समाधान के लिए नगर निगम से गुहार न लगाई हो, लेकिन तब भी जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे हैं. लेकिन आश्वासन के अलावा शिवाजी नगर के निवासियों को कुछ हाथ नहीं लगा. तीन साल बीतने के बाद भी अभी तक केवल आश्वासनों का दौर ही चल रहा है. शिवाजी नगर निवासी राजेश राजपूत ने बताया कि पानी की निकासी नहीं होने की वजह से बरसात के दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस जाता है.
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घरों से निकलने वाले गंदे पानी के निकासी के लिए लोगों ने खुद के खर्चे से सड़कों में सोखते बनाए हैं. जिसके पानी सूखने की भी एक मियाद है. ऐसे में नाली की जरूरत सबसे ज्यादा है. जिस पर नगर निगम ध्यान देने को तैयार नहीं है. गली नंबर 28 निवासी विशाल कुमार ने बताया कि कई बार नगर निगम को नालियां बनाने के बाबत कहा गया. स्थानीय पार्षद को भी कई बार समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है. स्थानीय ज्योति ने बताया कि कई बार नगर निगम को पत्र दिया गया है फिर भी नगर निगम बजट नहीं होने का रोना रोकर नालिया निर्माण कराने से हाथ पीछे खींच रहा है. ऐसे में घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी नहीं होने के कारण मोहल्ले में विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है.
शिवाजी नगर के निवासियों ने जल्द से जल्द पानी की निकासी के लिए नालियां बनवाने की मांग नगर निगम से की है. वहीं नगर निगम के एमएनए जीसी गुणवंत ने बताया कि बजट नहीं होने की वजह से फिलहाल निर्माण कार्य नहीं कराए जा रहे हैं. बजट की व्यवस्था बनते ही समस्या का समाधान किया जाएगा. आगामी बोर्ड बैठक में भी इस समस्या पर विचार विमर्श किया जाएगा.