देहरादून: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के तार उत्तराखंड से भी जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का शूटर प्रियव्रत उर्फ फौजी वारदात को अंजाम से पहले मार्च और अप्रैल महीने तक देहरादून में अलग-अलग जगहों पर ठिकाना बदलकर रहता था. इसी बीच वो कई बार पंजाब भी गया. बताया जा रहा है कि अप्रैल महीने के आखिर में ही प्रियव्रत देहरादून से पंजाब गया था, जहां उसने 29 मई को मनसा में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम दिया.
प्रियव्रत को बीते दिनों एक अन्य शूटर के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने गुजरात से गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में ही ये जानकारी निकलकर सामने आई है. इस केस में हरियाणा निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी को मुख्य शूटर बताया जा रहा है. प्रियव्रत रामकरण गैंग का शार्प-शूटर है, वहां से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के राजू बसौदी और काला जठेड़ी से भी उसके संपर्क हो गए. उसपर हत्या समेत 12 आपराधिक मुकदमों में केस दर्ज है. सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, जिसके बाद उसे गुजरात से गिरफ्तार किया गया.
पढ़ें- शूटरों से मिलेगा गोल्डी बरार का सुराग, प्रत्यर्पण की होगी कोशिश
दिल्ली पुलिस ने देहरादून में की थी छापेमारी: दिल्ली पुलिस शूटर प्रियव्रत की गिरफ्तारी से एक हफ्ते पहले भी देहरादून आई थी और कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. दिल्ली पुलिस की छापेमारी के दो दिन बाद पंजाब पुलिस भी देहरादून आई थी और उत्तराखंड एसटीएफ के सहयोग कुछ जानकारियां जुटाई थी. जानकारी के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य शूटर हरियाणा निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी ने 2021 में भी हरियाणा के सोनीपत में एक हत्याकांड को अंजाम दिया था. इस हत्याकांड को उसने अपने चार साथियों के साथ अंजाम दिया था. सोनीपत हत्याकांड को अंजाम देने के बाद प्रियव्रत देहरादून में मांडूवाला समेत कई इलाकों में किराए के मकान में रहा था. बताया जा रहा है कि वो और उसके साथी बहुत कम ही कमरे से बाहर निकलते थे.
उत्तराखंड एसटीएफ कर रही है जांच: सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने से पहले प्रियव्रत देहरादून में जरूर रह रहा था. लेकिन उसने हत्या की साजिश यहीं रची या नहीं, इसकी पुष्टि उत्तराखंड एसटीएफ ने नहीं किया है. हालांकि उत्तराखंड एसटीएफ और स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच जरूर कर रही है. बता दें कि बीते 29 मई को गायक सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
कौन है प्रियव्रत?: प्रियव्रत (gangster priyavrat fauji) मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के गढ़ी सिसाना गांव का रहने वाला है. भारतीय सेना में भर्ती होने से पहले प्रियव्रत (gangster priyavrat fauji) पहलवानी करता था. स्टेट लेवल पर प्रियव्रत कई मेडल भी जीत चुका था, लिहाजा स्पोर्ट्स कोटे से वो 2013 में भारतीय सेना में भर्ती हो गया. प्रियव्रत की पोस्टिंग महाराष्ट्र के पुणे स्थित सेना विद्यालय में हुई और वहीं से उसने दसवीं की पढ़ाई की.
सिपाही रहते हुए उसने सेना की कुश्ती प्रतियोगिता में वर्ष 2015 में स्वर्ण पदक जीता था. इसके साथ ही उसको सेना में सूबेदार के पद पर प्रमोशन भी दिया गया. तीन साल प्रियव्रत ने भारतीय सेना में सेवाएं दी. उसके बाद वो सेना की नौकरी छोड़ कर गांव आ गया. गांव आने के बाद प्रियव्रत गलत संगत में फंस गया. रामकरण बैंयापुर से दोस्ती ने उसको सात साल में अपराध की दुनिया में लाकर खड़ा कर दिया. पंजाब पुलिस के साथ-साथ हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान पुलिस भी उसके पीछे पड़ गई.