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'जिन महिलाओं ने उत्तराखंड को संवारा, उन्हें ही रोका जा रहा', हेलंग मामले में प्रियंका ने सरकार को घेरा - हेलंग में सुरंग बनाने का कार्य

चमोली के हेलंग गांव में घस्यारी महिलाओं के साथ बदसलूकी के मामले में प्रियंका गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने इसे ज्यादती करार देते हुए धामी सरकार को घेरा है. उन्होंने लिखा है कि जिन महिलाओं ने उत्तराखंड को संवारा है, उन्हें ही घास काटने से रोक रही है.

Helang women Grass Video
हेलंग घाटी से महिलाओं के साथ बदसलूकी
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Published : Jul 25, 2022, 7:01 PM IST

देहरादूनः चमोली के हेलंग घाटी में घास काटकर ले जाती महिलाओं के साथ बदसलूकी और चालान का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते रोज जहां कई संगठनों ने हेलंग पहुंचकर प्रदर्शन किया था तो अब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने इससे ज्यादती करार दिया है.

दरअसल, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra) ने हेलंग में चारापत्ती विवाद मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है. जिसमें उन्होंने धामी सरकार को जमकर घेरा है. उन्होंने लिखा है, 'पहाड़ों की घास पर पहाड़ के लोगों को ही हक न मिलना सरासर ज्यादती है. स्थानीय लोगों ने पहाड़ों की रक्षा की, उनको संवारा, सरकार उन्हीं को उत्तराखंड के हेलंग में पहाड़ की घास काटने से रोक रही है.'

प्रियंका गांधी आगे लिखती हैं, 'भाजपा सरकार एक तरफ आदिवासियों से जंगल-जमीन का अधिकार छीन रही है तो दूसरी तरफ पहाड़ पर रहने वालों को पहाड़ी प्राकृतिक संपदाओं से वंचित कर रही है.' उन्होंने मामले में धामी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. साथ ही उन्होंने महिलाओं से घास छीनते सुरक्षा कर्मियों को वीडिया भी शेयर किया है. जिसके बाद मामला और गरमा गया है.

ये भी पढ़ेंः हेलंग घाटी में महिलाओं से बदसलूकी ने पकड़ा तूल, THDC के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने किया प्रदर्शन

क्या था मामलाः गौर हो कि बीती 15 जुलाई को जोशीमठ के हेलंग गांव में घास लेकर आ रही कुछ घस्यारी महिलाओं से पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने उनके बोझे को छीनने का प्रयास किया था. जिसका वीडियो जमकर वारयल हुआ. वायरल वीडियो में एक महिला रोती नजर आ रही थी. जबकि, दूसरी महिला से घास का बोझा छीनने का प्रयास किया जा रहा था.

वीडियो वायरल होने के बाद मामला ने तूल पकड़ा और प्रदेशभर में पुलिस के इस रवैये को लेकर रोष देखने को मिला. मामला वन पंचायत की भूमि से जुड़ा है. जहां पीपलकोटी विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के तहत हेलंग में सुरंग बनाने का कार्य कर रही कंपनी खेल मैदान बनाने के नाम पर डंपिंग जोन बना रही है.

मामले में लोगों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए तो पुलिस ने अपने बयान में कहा कि यहां पर खेल मैदान का निर्माण किया जा रहा है. जिस पर ग्राम सभा हेलंग की मंजूरी है. कार्यदायी संस्था टीएचडीसी की ओर से हेलंग गांव में डंपिंग यार्ड बनाया जा रहा है. जिसको बाद में खेल मैदान बनाकर ग्रामीणों के सुपुर्द कर दिया जाएगा, लेकिन हेलंग गांव के कई ग्रामीणों डंपिंग यार्ड बनाने का विरोध कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः हेलंग घाटी से घास ले जाती ग्रामीण महिलाओं का चालान, वन मंत्री ने दिए जांच के आदेश

बताया जा रहा है कि इस सरकारी जमीन पर कुछ ग्रामीणों ने गोशाला बना रखी है, जिसकी वजह से वो डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे हैं. बीते दिनों तहसीलदार के साथ पुलिस बल मौके पर पहुंची और निर्माण कार्य का विरोध कर रहे लोगों से बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश की. प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जिस हेलंग गांव की जिस भूमि पर डंपिंग यार्ड का विरोध हो रहा है, वो सरकारी भूमि है.

तहसील और पुलिस प्रशासन ने डंपिंग यार्ड निर्माण का विरोध कर रही महिलाओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन महिलाएं अपनी जिद पर अड़ी रहीं. जिसके बाद पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों हिरासत में लेकर जोशीमठ थाने ले गई. फिर जाकर निर्माण कार्य शुरू किया गया. उधर, मामला सीएम धामी के पास भी पहुंच गया. उन्होंने मामले में तत्काल जांच करने के आदेश दिए.

ये भी पढ़ेंः जल-जंगल-जमीन: हेलंग में गर्माया चारा पत्ती विवाद, पहाड़ से लेकर मैदान तक हुआ विरोध

देहरादूनः चमोली के हेलंग घाटी में घास काटकर ले जाती महिलाओं के साथ बदसलूकी और चालान का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते रोज जहां कई संगठनों ने हेलंग पहुंचकर प्रदर्शन किया था तो अब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने इससे ज्यादती करार दिया है.

दरअसल, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra) ने हेलंग में चारापत्ती विवाद मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है. जिसमें उन्होंने धामी सरकार को जमकर घेरा है. उन्होंने लिखा है, 'पहाड़ों की घास पर पहाड़ के लोगों को ही हक न मिलना सरासर ज्यादती है. स्थानीय लोगों ने पहाड़ों की रक्षा की, उनको संवारा, सरकार उन्हीं को उत्तराखंड के हेलंग में पहाड़ की घास काटने से रोक रही है.'

प्रियंका गांधी आगे लिखती हैं, 'भाजपा सरकार एक तरफ आदिवासियों से जंगल-जमीन का अधिकार छीन रही है तो दूसरी तरफ पहाड़ पर रहने वालों को पहाड़ी प्राकृतिक संपदाओं से वंचित कर रही है.' उन्होंने मामले में धामी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. साथ ही उन्होंने महिलाओं से घास छीनते सुरक्षा कर्मियों को वीडिया भी शेयर किया है. जिसके बाद मामला और गरमा गया है.

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क्या था मामलाः गौर हो कि बीती 15 जुलाई को जोशीमठ के हेलंग गांव में घास लेकर आ रही कुछ घस्यारी महिलाओं से पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने उनके बोझे को छीनने का प्रयास किया था. जिसका वीडियो जमकर वारयल हुआ. वायरल वीडियो में एक महिला रोती नजर आ रही थी. जबकि, दूसरी महिला से घास का बोझा छीनने का प्रयास किया जा रहा था.

वीडियो वायरल होने के बाद मामला ने तूल पकड़ा और प्रदेशभर में पुलिस के इस रवैये को लेकर रोष देखने को मिला. मामला वन पंचायत की भूमि से जुड़ा है. जहां पीपलकोटी विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के तहत हेलंग में सुरंग बनाने का कार्य कर रही कंपनी खेल मैदान बनाने के नाम पर डंपिंग जोन बना रही है.

मामले में लोगों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए तो पुलिस ने अपने बयान में कहा कि यहां पर खेल मैदान का निर्माण किया जा रहा है. जिस पर ग्राम सभा हेलंग की मंजूरी है. कार्यदायी संस्था टीएचडीसी की ओर से हेलंग गांव में डंपिंग यार्ड बनाया जा रहा है. जिसको बाद में खेल मैदान बनाकर ग्रामीणों के सुपुर्द कर दिया जाएगा, लेकिन हेलंग गांव के कई ग्रामीणों डंपिंग यार्ड बनाने का विरोध कर रहे हैं.

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बताया जा रहा है कि इस सरकारी जमीन पर कुछ ग्रामीणों ने गोशाला बना रखी है, जिसकी वजह से वो डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे हैं. बीते दिनों तहसीलदार के साथ पुलिस बल मौके पर पहुंची और निर्माण कार्य का विरोध कर रहे लोगों से बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश की. प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जिस हेलंग गांव की जिस भूमि पर डंपिंग यार्ड का विरोध हो रहा है, वो सरकारी भूमि है.

तहसील और पुलिस प्रशासन ने डंपिंग यार्ड निर्माण का विरोध कर रही महिलाओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन महिलाएं अपनी जिद पर अड़ी रहीं. जिसके बाद पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों हिरासत में लेकर जोशीमठ थाने ले गई. फिर जाकर निर्माण कार्य शुरू किया गया. उधर, मामला सीएम धामी के पास भी पहुंच गया. उन्होंने मामले में तत्काल जांच करने के आदेश दिए.

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