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पहली बार प्राइवेट संस्था करेगी PWD के कामों के गुणवत्ता की जांच, नाबार्ड के कार्यों का भी होगा मूल्यांकन

उत्तराखंड में लोक निर्माण विभाग में राज्य सेक्टर के अंतर्गत स्वीकृत, नाबार्ड से वित्त पोषित योजनाओं समेत सभी 5 करोड़ से ज्यादा के लागत कार्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा. मूल्यांकन का काम श्री राम कंसल्टेंट प्रा. लि. को सौंपा गया है.

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Published : Aug 6, 2019, 7:17 PM IST

public work department

देहरादूनः प्रदेश में पहली बार किसी निजी संस्था के द्वारा लोक निर्माण विभाग के कार्यों के गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा. इसके तहत 5 करोड़ की लागत से ज्यादा वाले कार्यों का दो चरणों में क्वालिटी टेस्ट होगा. जिसमें नाबार्ड वित्त पोषित योजनाएं भी शामिल होंगी. इसके लिए अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने आदेश जारी कर दिया है. माना जा रहा है कि मूल्यांकन से कार्यों की रफ्तार और गुणवत्ता सुनिश्चित हो पाएगी.

अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने शासन स्तर पर निर्णय लेते हुए सोमवार को एक आदेश जारी किए हैं. इसके मुताबिक लोक निर्माण विभाग में राज्य सेक्टर के अंतर्गत स्वीकृत, नाबार्ड से वित्त पोषित योजनाओं समेत सभी 5 करोड़ से ज्यादा के लागत कार्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा. मूल्यांकन का काम श्री राम कंसल्टेंट प्रा. लि. को सौंपा गया है.

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उन्होंने बताया कि यह मूल्यांकन दो चरण में किया जाएगा. प्रथम चरण में योजना का 50 फीसदी और द्वितीय चरण में योजना का 100 फीसदी कार्य पूरा होने पर मूल्यांकन किया जाएगा. गुणवत्ता का मूल्यांकन श्री राम कंसल्टेंट प्रा. लि. से कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित को लेकर प्रमुख अभियंता क निर्माण विभाग को पत्र भेजा गया है.

देहरादूनः प्रदेश में पहली बार किसी निजी संस्था के द्वारा लोक निर्माण विभाग के कार्यों के गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा. इसके तहत 5 करोड़ की लागत से ज्यादा वाले कार्यों का दो चरणों में क्वालिटी टेस्ट होगा. जिसमें नाबार्ड वित्त पोषित योजनाएं भी शामिल होंगी. इसके लिए अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने आदेश जारी कर दिया है. माना जा रहा है कि मूल्यांकन से कार्यों की रफ्तार और गुणवत्ता सुनिश्चित हो पाएगी.

अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने शासन स्तर पर निर्णय लेते हुए सोमवार को एक आदेश जारी किए हैं. इसके मुताबिक लोक निर्माण विभाग में राज्य सेक्टर के अंतर्गत स्वीकृत, नाबार्ड से वित्त पोषित योजनाओं समेत सभी 5 करोड़ से ज्यादा के लागत कार्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा. मूल्यांकन का काम श्री राम कंसल्टेंट प्रा. लि. को सौंपा गया है.

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उन्होंने बताया कि यह मूल्यांकन दो चरण में किया जाएगा. प्रथम चरण में योजना का 50 फीसदी और द्वितीय चरण में योजना का 100 फीसदी कार्य पूरा होने पर मूल्यांकन किया जाएगा. गुणवत्ता का मूल्यांकन श्री राम कंसल्टेंट प्रा. लि. से कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित को लेकर प्रमुख अभियंता क निर्माण विभाग को पत्र भेजा गया है.

Intro:एंकर- लोकनिर्माण विभाग में 5 करोड़ की लागत से अधिक लागत वाले कार्यों का अब शासन द्वारा 2 चरणों मे क्वलिटी टेस्ट किया जाएगा जिसमे नाबार्ड वित्त पोषित योजनाएं भी शामिल होंगी। अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने सोमवार को आदेश जारी करते हुए कहा कि इस गुणवत्ता मूल्यांकन से कार्य की रफ्तार और गुणवत्ता दोनों सुनिश्चित हो पाएगी।Body:वीओ- अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री ओम प्रकाश ने शासन स्तर पर निर्णय लेते हुए सोमवार को एक आदेश जारी किए हैं जिसके अनुसार लोक निर्माण विभाग में राज्य सेक्टर के अन्तर्गत स्वीकृत , नाबार्ड से वित्त पोषित योजनाओं सहित सभी 5 करोड़ से अधिक लागत के कार्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन श्री राम कन्सल्टैन्ट प्रा. लि. से कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह मूल्यांकन दो चरण में किया जायेगा। जिसमें प्रथम चरण में योजना का 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने तथा द्वितीय चरण में योजना का 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर मूल्यांकन किया जायेगा।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लोक निर्माण विभाग में राज्य सेक्टर के अन्तर्गत स्वीकृत सभी 5 करोड़ से अधिक लागत के कार्य जिसमे नाबार्ड से वित्त पोषित योजनाओं भी शामिल हैं इनकी गुणवत्ता का मूल्यांकन श्री राम कन्सल्टैन्ट प्रा. लि. से कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने के लिए उनके द्वारा प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, उत्तराखण्ड देहरादून को पत्र प्रेषित कर दिया गया है।

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