देहरादूनः नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सोमवार को अधिकारिक रूप से विधानसभा में कार्यभार ग्रहण किया. इस दौरान उन्होंने बातों-बातों में यह कहा कि 'उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा को भाई कहते हुए उन्हें तकलीफ हो रही है. क्योंकि करन माहरा पिछले साढ़े 4 सालों से सदन में उप नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. सही मायने में उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना चाहिए था. लेकिन उनकी जगह मुझे नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी गई.'
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि फ्री में बहुत सारी चीजें बंट चुकी हैं. लेकिन उत्तराखंड की जनता को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चाहिए. लिहाजा वो प्रदेश की जनता से वादा करते हैं कि अगर साल 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनती है तो प्रदेश की जनता को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देंगे.
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष स्व. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद ऐसी परिस्थिति आई जिस पर आलाकमान ने चिंतन मनन करने के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है. लिहाजा, कांग्रेस के सभी नेता कांग्रेस को सत्ता में दोबारा वापसी कराने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र की अवधि काफी कम रह गई है. इस बीच वह जब चाहे सरकार को जगाने के लिए सड़कों पर उतर सकते हैं.
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नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस 2022 विधानसभा चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ेगी. लिहाजा चुनाव जीतने के बाद सदन में विधायक दल का नेता चुना जाएगा. नाराजगी के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि वो कभी नाराज नहीं होते हैं.