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श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव पर प्रीतम सिंह ने सरकार को घेरा, कहा- होगी तीर्थ पुरोहितों की उपेक्षा - उत्तराखंड चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक

चारधाम श्राइन बोर्ड फैसले को लेकर चारों धामों के तीर्थ पुरोहित अपनी नाराजगी जता चुके हैं. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी इस फैसले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.

Pritam singh target government
प्रीतम सिंह ने श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव पर सरकार को घेरा.
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Published : Nov 28, 2019, 9:20 PM IST

Updated : Nov 28, 2019, 9:28 PM IST

देहरादून: चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक 2019 को मंजूरी देने के बाद से ही उत्तराखंड सरकार के फैसले का विरोध जारी है. चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के इस फैसले का तीखा विरोध किया है. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी इस मामले में भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार ने चारों धामों को श्राइन बोर्ड की तर्ज पर बनाने का प्रस्ताव रखा है. इस फैसले से पहले सरकार को तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि इसके संचालन के लिए भी सरकार ने कुछ साफ नहीं किया है.

प्रीतम सिंह ने श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव पर सरकार को घेरा.

पढ़ें: चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन प्रस्ताव को मंजूरी, तीर्थ पुरोहितों ने जताया आक्रोश

प्रीतम सिंह ने कहा कि इस फैसले से पुरोहितों और स्थानीय लोगों की उपेक्षा होगी. आगे के लिए सरकार का इस पर क्या ब्लूप्रिंट होगा, उससे ही आगे की स्थिति साफ हो पाएगी.

बता दें कि सरकार ने गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ सहित 51 मंदिरों की व्यवस्थाएं वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर संचालित करने का फैसला लिया है. जिसको लेकर तीर्थ पुरोहितों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि इस फैसले के खिलाफ वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और विधानसभा कूच करेंगे.

देहरादून: चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक 2019 को मंजूरी देने के बाद से ही उत्तराखंड सरकार के फैसले का विरोध जारी है. चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के इस फैसले का तीखा विरोध किया है. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी इस मामले में भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार ने चारों धामों को श्राइन बोर्ड की तर्ज पर बनाने का प्रस्ताव रखा है. इस फैसले से पहले सरकार को तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि इसके संचालन के लिए भी सरकार ने कुछ साफ नहीं किया है.

प्रीतम सिंह ने श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव पर सरकार को घेरा.

पढ़ें: चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन प्रस्ताव को मंजूरी, तीर्थ पुरोहितों ने जताया आक्रोश

प्रीतम सिंह ने कहा कि इस फैसले से पुरोहितों और स्थानीय लोगों की उपेक्षा होगी. आगे के लिए सरकार का इस पर क्या ब्लूप्रिंट होगा, उससे ही आगे की स्थिति साफ हो पाएगी.

बता दें कि सरकार ने गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ सहित 51 मंदिरों की व्यवस्थाएं वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर संचालित करने का फैसला लिया है. जिसको लेकर तीर्थ पुरोहितों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि इस फैसले के खिलाफ वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और विधानसभा कूच करेंगे.

Intro: उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट ने अपने एक महत्वपूर्ण निर्णय में उत्तराखंड चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक 2019 को मंजूरी देने के बाद इसका चौतरफा विरोध देखने को मिल रहा है। चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के इस फैसले का तीखा विरोध किया है, तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी इस मामले में भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया है।


Body:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार ने चारों धामों को श्राइन बोर्ड की तर्ज पर बनाने का प्रस्ताव रखा है लेकिन इससे पहले सरकार को तीर्थ पुरोहितों की और स्थानीय लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था। किस तरह का श्राइन बोर्ड बनने जा रहा है और किस तरह से सरकार उसको संचालित करेगी यह अभी साफ नहीं हुआ है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि स्थानीय पुरोहितों और स्थानीय लोगों की उपेक्षा की जाएगी स्वाभाविक है कि तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी देखने को मिल रही है अब देखना होगा कि इसमें सरकार का ब्लूप्रिंट क्या सामने आता है है तभी आगे पीछे साफ हो पाएंगी।
बाइट प्रीतम सिंह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष


Conclusion:दरअसल सरकार ने गंगोत्री यमुनोत्री बद्रीनाथ केदारनाथ सहित 51 मंदिरों की व्यवस्थाएं वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर संचालित करने का निर्णय लिया है। ऐसे में तीर्थ पुरोहितों ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि उन्हें इस मामले में न्यायालय जाना पड़ा तो वह न्यायालय की शरण में भी जाएंगे और आगामी समय में इसका तीव्र विरोध करते हुए विधानसभा कूच तक किया जाएगा। ऐसे में कांग्रेस पार्टी नहीं दी तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी को स्वभाविक बताते हुए कहा है कि प्रस्ताव को लाने से पहले सरकार को चारों धामों के तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था।
Last Updated : Nov 28, 2019, 9:28 PM IST
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