देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने ऋषिकुल हत्याकांड पर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने बिगड़ती कानून व्यवस्था को अपराधों की वजह बताया है. प्रीतम सिंह ने आरोपी के मौके से फरार होने पर भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं. साथ ही उन्होंने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है.
प्रीतम सिंह ने इस घटना के बाद निर्भया और हाथरस की घटनाएं आंखों के सामने तैरने लगी हैं. उन्होंने बताया जब वे पीड़ित परिजनों से मिलने गए थे तो उन्होंने जो बातें कही वह कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती है. उन्होंने संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि जिस भवन का पुलिस ने ताला खोला वह भवन मालिक वहीं मिला. ऐसे में कायदेनुसार उसे पुलिस हिरासत में लेना चाहिए था. मगर, ताला खोलकर बच्ची का शव बरामद किया गया. तभी वह व्यक्ति वहां से भाग गया.
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उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं आरोपी को संरक्षण दिया जा रहा है. प्रीतम सिंह ने इस बात पर भी संदेह जताया कि जिस भवन में ये घटना घटी वहां कहीं ना कहीं पूर्व में भी गलत गतिविधियां संचालित होती रही हैं. प्रीतम से ने कहा कि इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा हरिद्वार को उत्तराखंड का प्रवेश द्वार कहा जाता है, यहां कुंभ का आयोजन होने जा रहा है. ऐसे में यहां हुई जघन्य घटना से देश और दुनिया में गलत संदेश गया है.
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साथ ही प्रीतम सिंह ने छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या, पौड़ी में बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना और कोटद्वार में हुई डकैती के मामले में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना भी साधा.