देहरादून: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विभाजन के बाद से चल रहे विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सरकार पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने देश के प्रतिष्ठित अखबार ईनाडु को दिए विशेष इंटरव्यू में उत्तराखंड को लेकर अटल सरकार की उपलब्धियां गिनाई. साथ ही अटल सरकार की कुशल नीति को यूपी और उत्तराखंड के बीच कोई विवाद नहीं होने की वजह बताई.
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जब ईनाडू ने पीएम मोदी से पूछा कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के विभाजन के बाद भी विवाद जारी है. उसको सुलझाने के लिए कानून लागू करना अहम था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी ने भी तीन नए राज्य बनाए थे. मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़, बिहार में से झारखंड बना और उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड बनाया गया था, लेकिन वो शुद्ध राष्ट्र हित में बने राज्य थे. इस वजह से तीनों में कोई विवाद नहीं है.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के विवाद की जड़ कांग्रेस का राजनीतिक स्वार्थ है. कांग्रेस ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते हड़बड़ी में ये फैसला लिया था. तेलंगाना राज्य बनाने के समय में यदि कांग्रेस ने दोनों राज्यों के लोगों को विश्वास में लेकर, सभी दलों के नेता, सभी स्टेक होल्डर को बैठाकर एक-एक विषय पर बारीकि से चर्चा की होती तो छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड जैसे इन दोनों राज्यों के बीच भी कोई विवाद नहीं होता. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना भी इन अन्य राज्यों की तरह आगे बढ़ सकते थे.
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उन्होंने (कांग्रेस) दोनों राज्यों के बीच ऐसे बीज बो दिए हैं, कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आज एक-दूसरे को देखने के लिए भी तैयार नहीं हैं. पीएम मोदी ने कहा मैंने दोनों राज्यों के विवाद को सुलझाने की बहुत कोशिश की है. गवर्नर के कार्यकाल का भी विस्तार किया, ताकि वो इन लोगों को मिला सकें. वहां भी बाबू (चंद्रबाबू नायडू) राजनीतिक एजेंडे पर चल रहे हैं. भारत सरकार का जहां तक सवाल है, हम आंध्र और तेलंगाना के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हम जनता के हित के लिए सारे कदम उठाएंगे.