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सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष ने स्वामी चिदानंद से की मुलाकात, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

ऋषिकेश दौरे पर पहुंचे राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष ने स्वामी चिदानंद सरस्वती से खास मुलाकात की. इस दौरान दोनों में सिंगल यूज प्लास्टिक और स्वच्छता को लेकर खास बातचीत हुई.

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ऋषिकेश पहुंचे सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष
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Published : Jan 6, 2020, 2:29 PM IST

ऋषिकेश: राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला ऋषिकेश दौरे पर पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने को लेकर विस्तार से चर्चा की. स्वामी चिदानंद ने बताया कि फरवरी 2020 में स्वच्छता को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. जिसमें, स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा.

वहीं, स्वामी चिदानंद सरस्वती का कहना है कि स्वच्छता के अभाव में देश की जनता को अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए अब हमें स्वच्छता को लेकर खुद ही ठोस कदम उठाना होगा. लोगों को स्वच्छता के प्रति अपनी सोच बदलनी होगी. तब ही इसके अच्छे परिणाम सामने आ सकेंगे. उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर अपने राष्ट्र को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त बनाना है.

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इस दौरान मनहर वालजी भाई जाला ने कहा कि, भारत को स्वच्छ बनाए रखने में सबसे बड़ा योगदान हमारे स्वच्छता कर्मी भाई-बहनों का है. वालजी ने कहा कि वर्तमान समय में स्वच्छता कर्मियों के प्रति लोगों का नजरिया काफी हद तक बदला है.

ऋषिकेश: राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला ऋषिकेश दौरे पर पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने को लेकर विस्तार से चर्चा की. स्वामी चिदानंद ने बताया कि फरवरी 2020 में स्वच्छता को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. जिसमें, स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा.

वहीं, स्वामी चिदानंद सरस्वती का कहना है कि स्वच्छता के अभाव में देश की जनता को अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए अब हमें स्वच्छता को लेकर खुद ही ठोस कदम उठाना होगा. लोगों को स्वच्छता के प्रति अपनी सोच बदलनी होगी. तब ही इसके अच्छे परिणाम सामने आ सकेंगे. उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर अपने राष्ट्र को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त बनाना है.

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इस दौरान मनहर वालजी भाई जाला ने कहा कि, भारत को स्वच्छ बनाए रखने में सबसे बड़ा योगदान हमारे स्वच्छता कर्मी भाई-बहनों का है. वालजी ने कहा कि वर्तमान समय में स्वच्छता कर्मियों के प्रति लोगों का नजरिया काफी हद तक बदला है.

Intro:ऋषिकेश-- ऋषिकेश पंहुचे राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला और स्वामी चिदानन्द के बीच भारत को एकल उपयोग प्लास्टिक से मुक्त करने हेतु विस्तृत चर्चा की। स्वामी चिदानन्द ने बताया कि फरवरी 2020 में स्वच्छता के प्रति जागरूकता हेतु एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है इस विषय पर भी चर्चा हुई।


Body:वी/ओ--स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि ’’स्वच्छता के अभाव में देश की जनता को अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। हमें बाहर और भीतर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। भीतर और बाहर दोनों को स्वच्छ रखने के लिये हमें अपनी सोच को बदलना होगा। उन्होने कहा कि स्वच्छता ग्रही भाई-बहनों की लगन और मेहनत का परिणाम है कि विशाल जनसंख्या वाला राष्ट्र, खुले में शौच से मुक्त हो गया है अब हमें खुले में कूड़े से मुक्त भी बनाना है। हम सभी को मिलकर अपने राष्ट्र को एकल उपयोग प्लास्टिक से मुक्त बनाना है।उन्होंने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य का सीधा सम्बध राष्ट्र के विकास और समृद्धि से है। स्वच्छता तो संस्कार है जो हर व्यक्ति के अन्दर होना चाहिये, स्वच्छता दूत बाहरी परिवेश को स्वच्छ रखते है लोगों को अपनी सोच में परिवर्तन कर भीतरी वातावरण को भी बदलना होगा। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में स्वच्छता का विशेष महत्व है। स्वच्छता के अभाव में बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू जैसे रोग हो रहे हंै। उन्होने कहा कि जीवन में ’’मेडिटेशन और सैनिटेशन दोनों आवश्यक है’’ आईये स्वच्छता को जीवन का अंग बनाये और स्वच्छता के पैरोकार बने।


 


Conclusion:वी/ओ--राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग नई दिल्ली के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला ने कहा कि भारत को स्वच्छ बनाये रखने में स्वच्छता कर्मी भाई बहनों का अद्भुत योगदान है। वर्तमान समय में स्वच्छता कर्मियों के प्रति बदलता लोगों का नजरिया वास्तव में परिवर्तनकारी सोच है। उन्होने कहा कि महात्मा गांधी का मानना था कि साफ-सफाई, ईश्वर भक्ति के बराबर है। बापू ने कहा था कि ’’स्वच्छता, स्वतंत्रता से भी ज्यादा जरूरी है’’ ’’स्वच्छता, हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है अतः स्वच्छता को अंगीकार कर आगे बढ़े।
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