देहरादून: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देहरादून में थीं. उन्होंने कहा कि मैं आज राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर उत्तराखंड के सभी निवासियों को बहुत-बहुत बधाई देती हूं. अपनी अलग पहचान स्थापित करने और अपने विकास का रास्ता तय करने का, उत्तराखंड के निवासियों का सपना आज ही के दिन यानी 9 नवंबर को वर्ष 2000 में उत्तरांचल राज्य की स्थापना के साथ पूरा हुआ था. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे. बाद में राज्य का नाम बदलकर उत्तराखंड रखा गया. यह प्रसन्नता की बात है कि नई पहचान के साथ उत्तराखंड के परिश्रमी लोगों ने राज्य के लिए विकास और प्रगति के नित-नूतन शिखरों पर अपने कदम जमाए हैं.
-
President Droupadi Murmu graced Uttarakhand State Foundation Day celebrations at Dehradun. The President greeted the people of Uttarakhand on the State Foundation Day. She said that it is a matter of happiness that with the new identity, the hardworking people of Uttarakhand… pic.twitter.com/Xop6qLOq4V
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">President Droupadi Murmu graced Uttarakhand State Foundation Day celebrations at Dehradun. The President greeted the people of Uttarakhand on the State Foundation Day. She said that it is a matter of happiness that with the new identity, the hardworking people of Uttarakhand… pic.twitter.com/Xop6qLOq4V
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023President Droupadi Murmu graced Uttarakhand State Foundation Day celebrations at Dehradun. The President greeted the people of Uttarakhand on the State Foundation Day. She said that it is a matter of happiness that with the new identity, the hardworking people of Uttarakhand… pic.twitter.com/Xop6qLOq4V
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023
राष्ट्रपति मुर्मू ने किया देवभूमि का बखान: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में कहा कि भगवान शिव और भगवान विष्णु के आशीर्वाद-स्वरूप देवालयों से पवित्र उत्तराखंड को ‘देवभूमि’ कहने की परंपरा वंदनीय है. साथ ही, पर्वतराज हिमालय की पुत्री देवी पार्वती एवं शक्ति के अन्य पूजनीय स्वरूपों से ऊर्जा प्राप्त करने वाली तथा गंगा-यमुना जैसी नदी-माताओं के स्नेह से सिंचित यह पावन धरती ‘देवीभूमि’ भी है. यह क्षेत्र ‘जय महाकाली’ और ‘जय बदरीविशाल’ के पवित्र उद्घोष से गुंजायमान रहता है. हेमकुंड साहिब और नानकमत्ता से निकले गुरबानी के स्वर यहां के वातावरण को पावन बनाते हैं.
-
भगवान शिव और भगवान विष्णु के आशीर्वाद-स्वरूप देवालयों से पवित्र उत्तराखंड को ‘देव-भूमि’ कहने की परंपरा वंदनीय है। साथ ही, पर्वतराज हिमालय की पुत्री देवी पार्वती एवं शक्ति के अन्य पूजनीय स्वरूपों से ऊर्जा प्राप्त करने वाली तथा गंगा-यमुना जैसी नदी-माताओं के स्नेह से सिंचित यह पावन… pic.twitter.com/rcS8JbVzuk
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">भगवान शिव और भगवान विष्णु के आशीर्वाद-स्वरूप देवालयों से पवित्र उत्तराखंड को ‘देव-भूमि’ कहने की परंपरा वंदनीय है। साथ ही, पर्वतराज हिमालय की पुत्री देवी पार्वती एवं शक्ति के अन्य पूजनीय स्वरूपों से ऊर्जा प्राप्त करने वाली तथा गंगा-यमुना जैसी नदी-माताओं के स्नेह से सिंचित यह पावन… pic.twitter.com/rcS8JbVzuk
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023भगवान शिव और भगवान विष्णु के आशीर्वाद-स्वरूप देवालयों से पवित्र उत्तराखंड को ‘देव-भूमि’ कहने की परंपरा वंदनीय है। साथ ही, पर्वतराज हिमालय की पुत्री देवी पार्वती एवं शक्ति के अन्य पूजनीय स्वरूपों से ऊर्जा प्राप्त करने वाली तथा गंगा-यमुना जैसी नदी-माताओं के स्नेह से सिंचित यह पावन… pic.twitter.com/rcS8JbVzuk
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023
दीपावली की शुभकामनाएं दी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी पिछली उत्तराखंड यात्रा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष दिसंबर के महीने में मुझे उत्तराखंड की यात्रा करने का सुअवसर मिला था. उत्तराखंड में आने का प्रत्येक अवसर तीर्थ-यात्रा का पुण्य प्राप्त करने की तरह होता है. उत्तराखंड की इस देवभूमि से मैं सभी देशवासियों के लिए दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करती हूं. महालक्ष्मी से यह प्रार्थना करती हूं कि उत्तराखंड सहित समस्त भारत को वे धन और धान्य तथा सुख और आरोग्य से परिपूर्ण करें.
-
उत्तराखंड की अलग पहचान और स्थापना के लिए संघर्ष करने वाली स्वर्गीय श्रीमती सुशीला बलूनी जी को इस राज्य के सभी निवासी तो याद रखेंगे ही, नारी में संघर्ष की शक्ति के उदाहरण के रूप में उन्हें सभी देशवासी सदैव स्मरण करेंगे। श्रीमती सुशीला बलूनी जी का अदम्य साहस यहां की महिलाओं की… pic.twitter.com/rvbLPmZFp6
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">उत्तराखंड की अलग पहचान और स्थापना के लिए संघर्ष करने वाली स्वर्गीय श्रीमती सुशीला बलूनी जी को इस राज्य के सभी निवासी तो याद रखेंगे ही, नारी में संघर्ष की शक्ति के उदाहरण के रूप में उन्हें सभी देशवासी सदैव स्मरण करेंगे। श्रीमती सुशीला बलूनी जी का अदम्य साहस यहां की महिलाओं की… pic.twitter.com/rvbLPmZFp6
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023उत्तराखंड की अलग पहचान और स्थापना के लिए संघर्ष करने वाली स्वर्गीय श्रीमती सुशीला बलूनी जी को इस राज्य के सभी निवासी तो याद रखेंगे ही, नारी में संघर्ष की शक्ति के उदाहरण के रूप में उन्हें सभी देशवासी सदैव स्मरण करेंगे। श्रीमती सुशीला बलूनी जी का अदम्य साहस यहां की महिलाओं की… pic.twitter.com/rvbLPmZFp6
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023
राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्तराखंड की महिला शक्ति को किया याद: उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की अलग पहचान और स्थापना के लिए संघर्ष करने वाली स्वर्गीय सुशीला बलूनी जी को इस राज्य के सभी निवासी तो याद रखेंगे ही, नारी में संघर्ष की शक्ति के उदाहरण के रूप में भी उन्हें सभी देशवासी सदैव स्मरण करेंगे. सुशीला बलूनी का अदम्य साहस यहां की महिलाओं की गौरवशाली परंपरा के अनुरूप था. बिशनी देवी शाह ने स्वाधीनता संग्राम के दौरान अपने असाधारण साहस का परिचय दिया था. माउंट एवरेस्ट पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाली प्रथम महिला बछेंद्री पाल और पेड़ों को बचाने के लिए युद्ध-स्तर पर संघर्ष करने वाली गौरा देवी जैसी उत्तराखंड की महिलाओं ने पूरे देश के लिए आदर्श प्रस्तुत किए हैं. हाल ही में उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया ने एशियन गेम्स (Asian Games) में शानदार प्रदर्शन किया है. ऐसी महिलाओं ने उत्तराखंड की संस्कृति को मजबूत बनाया है. नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को अनुमति प्रदान करते समय मुझे विशेष प्रसन्नता हुई थी, क्योंकि वह अधिनियम उत्तराखंड सहित हमारे देश की बहनों और बेटियों के लिए राष्ट्र-निर्माण में उच्च-स्तरीय योगदान देने हेतु मार्ग प्रशस्त करता है.
-
भारतीय सेना में शामिल होकर भारत-माता की रक्षा करने में यहां के युवा गर्व की अनुभूति करते हैं। राष्ट्र की रक्षा के प्रति उत्साह का यह भाव सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय है। हमारी थल सेना के दो regiments, Kumaon Regiment और Garhwal Regiment का नाम उत्तराखंड के क्षेत्रों के आधार पर… pic.twitter.com/9G0onCcHpG
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">भारतीय सेना में शामिल होकर भारत-माता की रक्षा करने में यहां के युवा गर्व की अनुभूति करते हैं। राष्ट्र की रक्षा के प्रति उत्साह का यह भाव सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय है। हमारी थल सेना के दो regiments, Kumaon Regiment और Garhwal Regiment का नाम उत्तराखंड के क्षेत्रों के आधार पर… pic.twitter.com/9G0onCcHpG
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023भारतीय सेना में शामिल होकर भारत-माता की रक्षा करने में यहां के युवा गर्व की अनुभूति करते हैं। राष्ट्र की रक्षा के प्रति उत्साह का यह भाव सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय है। हमारी थल सेना के दो regiments, Kumaon Regiment और Garhwal Regiment का नाम उत्तराखंड के क्षेत्रों के आधार पर… pic.twitter.com/9G0onCcHpG
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2023
उत्तराखंड के बलिदानियों को किया नमन: उत्तराखंड की यह भूमि वीरों की भूमि रही है. स्वाधीनता के बाद के सभी युद्धों में उत्तराखंड के वीरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है. मैं उन सभी बलिदानियों को और वीर भूमि उत्तराखंड को नमन करती हूं. भारतीय सेना में शामिल होकर भारत-माता की रक्षा करने में यहां के युवा गर्व की अनुभूति करते हैं. राष्ट्र की रक्षा के प्रति उत्साह का यह भाव सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय है. हमारी थल सेना के दो रेजिमेंट, कुमाऊं और गढ़वाल रेजिमेंट (Kumaon Regiment और Garhwal Regiment) का नाम उत्तराखंड के क्षेत्रों के आधार पर रखा गया है. यह उत्तराखंड की शौर्य परंपरा को रेखांकित करता है. भारत के प्रथम सीडीएस (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत इसी धरती के सपूत थे. हमारे वर्तमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल अनिल चौहान भी उत्तराखंड के ही निवासी हैं.
-
24वें उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में आदरणीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी की गरिमामयी उपस्थिति में सम्मिलित हुआ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस दौरान माननीय राष्ट्रपति जी एवं प्रदेश के माननीय राज्यपाल @LtGenGurmit जी के साथ विभिन्न… pic.twitter.com/DCHilKWJtU
">24वें उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में आदरणीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी की गरिमामयी उपस्थिति में सम्मिलित हुआ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 9, 2023
इस दौरान माननीय राष्ट्रपति जी एवं प्रदेश के माननीय राज्यपाल @LtGenGurmit जी के साथ विभिन्न… pic.twitter.com/DCHilKWJtU24वें उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में आदरणीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी की गरिमामयी उपस्थिति में सम्मिलित हुआ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 9, 2023
इस दौरान माननीय राष्ट्रपति जी एवं प्रदेश के माननीय राज्यपाल @LtGenGurmit जी के साथ विभिन्न… pic.twitter.com/DCHilKWJtU
फिजिकल और डिजिटल कनेक्टिविटी की तारीफ की: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उत्तराखंड की फिजिकल और डिजिटल कनेक्टिविटी (physical और digital connectivity) निरंतर बढ़ाई जा रही है. भारत की अध्यक्षता में हुए G20 से जुड़ी गतिविधियों के क्रम में G20 के इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप (Infrastructure Group) की एक बैठक ऋषिकेश में सम्पन्न हुई थी. उस बैठक में विश्व-स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्टर (infrastructure) के निर्माण से जुड़ी सार्थक चर्चाएं हुईं. उत्तराखंड में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट (infrastructure development) तेज गति से हो रहा है. साथ ही, आपदा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
-
उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की 23वीं वर्षगाँठ के पावन अवसर पर पुलिस लाइंस, देहरादून में आयोजित हुई रैतिक परेड की कुछ झलकियां... माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने "राज्य स्थापना दिवस" कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।#UttarakhandFoundationDay #UttarakhandRaisingDay pic.twitter.com/BLSe040wav
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) November 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की 23वीं वर्षगाँठ के पावन अवसर पर पुलिस लाइंस, देहरादून में आयोजित हुई रैतिक परेड की कुछ झलकियां... माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने "राज्य स्थापना दिवस" कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।#UttarakhandFoundationDay #UttarakhandRaisingDay pic.twitter.com/BLSe040wav
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) November 9, 2023उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की 23वीं वर्षगाँठ के पावन अवसर पर पुलिस लाइंस, देहरादून में आयोजित हुई रैतिक परेड की कुछ झलकियां... माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने "राज्य स्थापना दिवस" कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।#UttarakhandFoundationDay #UttarakhandRaisingDay pic.twitter.com/BLSe040wav
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) November 9, 2023
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तारीफ की: उत्तराखंड में हो रही बहुआयामी प्रगति से निवेशकों में उत्साह बढ़ रहा है. मुझे बताया गया है कि दिसंबर में देहरादून में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors’ Summit) का आयोजन किया जाएगा. ये जानकर मुझे प्रसन्नता हुई है. पिछले सप्ताह तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors’ Summit की तैयारी के लिए आयोजित रोड शो (road-shows) में 81,500 करोड़ रुपए से अधिक के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जा चुके थे. इस राशि में निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है. निवेशकों में उत्तराखंड के प्रति बढ़ते उत्साह को कार्यरूप देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इन प्रयासों से उत्तराखंड के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
इकोलॉजी और इकोनॉमी के जोर पर जताई खुशी: राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि उत्तराखंड के विकास में इकोलॉजी और इकोनॉमी (Ecology और Economy) दोनों पर ज़ोर दिया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा ग्रॉस एनवारनमेंट (Gross Environment Product) यानी GEP का आकलन करने की पहल सराहनीय है. प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण इस राज्य में स्टेट जीडीपी (State GDP) के साथ-साथ स्टेट जीईपी (State GEP) पर ध्यान देने से सतत विकास को बल मिलेगा.
राज्य स्थापना दिवस की दी बधाई: आखिर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं उत्तराखंड के निरंतर विकास के लिए राज्य के सभी निवासियों को शुभकामनाएं देती हूं. राज्य के विकास को राज्यपाल के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री के सक्रिय नेतृत्व से दिशा और शक्ति प्राप्त हो रही है. इसके लिए मैं आप दोनों की तथा राज्य सरकार की पूरी टीम की सराहना करती हूं. मेरा विश्वास है कि देवी-देवताओं के विशेष आशीर्वाद से समृद्ध इस पावन भूमि के निवासी-गण सुख, समृद्धि और विकास की नई ऊंचाइयों तक अवश्य पहुंचेंगे. राज्य स्थापना दिवस की आप सब को एक बार फिर बहुत-बहुत बधाई!
ये भी पढ़ें: Uttarakhand Formation Day 2023: उधार के सिस्टम पर चल रहा 23 साल से उत्तराखंड, 80 हजार करोड़ है कर्ज
पुलिस लाइन में हुई रैतिक परेड: राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर देहरादून स्थित पुलिस लाइन में रैतिक परेड का आयोजन किया गया. यह रैतिक परेड इस मामले में बेहद खास रही कि पहली बार कोई राष्ट्रपति राज्य स्थापना दिवस पर होने वाले रैतिक परेड में शामिल हुआ. सुबह 9.30 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुलिस लाइन पहुंचीं. उन्होंने परेड की सलामी ली, साथ ही परेड का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कैबिनेट मंत्री, विधायक, शासन के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड स्थापना दिवस: नेताओं ने सत्ता के लिए बनाए और बिगाड़े समीकरण, राजनीतिक लाभ के आगे पीछे छूटा विकास!