देहरादून: आज उत्तराखंड अपना 22वां स्थापना दिवस मना रहा है. 21 साल के हो चुके उत्तराखंड को सन् 2000 की 9 नवंबर को अलग राज्य का दर्जा मिला था. अलग उत्तराखंड राज्य के लिए कई साल आंदोलन चला था. इस दौरान पुलिस की गोली से 42 राज्य आंदोलनकारी शहीद हुए थे.
उत्तराखंड अपना 21वां स्थापना दिवस मना रहा है. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई महानुभावों ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. वहीं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर लिखा कि उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर राज्य के निवासियों को हार्दिक बधाई. अपनी सरल जीवन शैली, ईमानदारी और विनम्रता के लिए प्रसिद्ध उत्तराखंड के लोगों ने अपने परिश्रम से राज्य को एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है. इस शुभ अवसर पर राज्य के सभी निवासियों के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य हेतु शुभकामनाएं.
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वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर देवभूमि के अपने सभी भाइयों और बहनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. पिछले पांच वर्षों में प्रदेश ने जो प्रगति की है, उससे मुझे विश्वास है कि यह पूरा दशक उत्तराखंड का ही होने वाला है.
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उत्तराखंड में विकास का जो काम हुआ है, वह इस बात का प्रमाण है कि अब पहाड़ का पानी और जवानी, दोनों यहां के काम आ रहे हैं. मेरी कामना है कि प्रकृति की गोद में बसा यह राज्य यूं ही विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर रहे. वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की 21वीं वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. 9 नवंबर, 2000 के दिन भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के नेतृत्व में वर्षों से चली आ रही पृथक राज्य की मांग को जनभावनाओं के अनुरूप पूर्ण किया गया.