देहरादून: कोरोना और लॉकडाउन से जूझते देश में अब गर्मी ने भी कहर ढाना शुरू कर दिया है. सूरज की तेज गर्मी से धरती तपने लगी है. पिछले एक हफ्ते में बढ़े तापमान ने लोगों को भी बेचैन कर दिया है. बढ़ती गर्मी के साथ ही अब लोगों को पेयजल का संकट भी डराने लगा है. ऐसे में बढ़ती गर्मी में पेयजल की सप्लाई से लेकर इसकी तैयारियों तक का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम जल संस्थान पहुंची. हमने हर एक बात की जानकारी लेने के साथ ही व्यवस्थाओं की पड़ताल की.
गौरतलब है कि राजधानी देहरादून के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हर दिन गर्मियों में जल संस्थान की ओर से लगभग 200 एमएलडी (Millions of liter per day) पानी की सप्लाई की जाती है. ऐसे में गर्मी और लॉकडाउन के दिनों में क्या हालात हैं इस बारे में हमने उत्तराखंड जल संस्थान की महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग से बातचीत की. उन्होंने बताया कि वर्तमान में देहरादून के शहरी क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई सुचारू रूप से जारी है.
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उन्होंने बताया कि इन दिनों लॉकडाउन के कारण होटलों और छोटे-मोटे रेस्टोरेंट्स से भी जल संस्थान के पास पानी के टैंकरों की कम डिमांड आ रही है. इसके अलावा जल संस्थान की ओर से इन दिनों राजधानी देहरादून के शहरी क्षेत्र में बनाए गए सभी 8 क्वारंटाइन सेंटर्स और ग्रामीण इलाकों में बनाए गए 31 क्वॉरंटाइन सेंटरों में निशुल्क पानी के टैंकर भेजे जा रहे हैं.
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वहीं दूसरी तरफ सामान्य दिनों में होटलों और रेस्टोरेंट्स और आवासीय कॉलोनियों में पानी की सप्लाई करने वाले निजी पानी के टैंकर संचालकों की बात करें तो उनके काम पर भी लॉकडाउन की मार पड़ी है. उनका काम पूरी तरह ठप हो गया. ईटीवी भारत से बात करते हुए निजी टैंकर संचालकों ने कहा कि वे आम दिनों में अक्सर एक दिन में 5-10 पानी के टैंकर होटल, रेस्टोरेंट्स और आवासीय कॉलोनियों में भिजवाया करते थे. मगर इस बार उनके पास कोई डिमांड नहीं आ रही है.
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बता दें कि सामान्य दिनों में निजी पानी टैंकर संचालक अपने एक 2,500-3,000 लीटर के टैंकर के लिए 300 से 400 रुपए तक का किराया लिया करते थे. मगर अब लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच डिमांड बंद होने से इनका काम पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे इनकी परेशानियां बढ़ने लगी हैं.