देहरादून: प्रदेश के राजकीय नर्सिंग कॉलेज में शिक्षकों की कमी को जल्द पूरा किया जाएगा. राज्य सरकार ने इसके लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. सरकार ने प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए फिलहाल संविदा के तहत भर्ती करने का फैसला लिया है. खास बात यह है कि इस बार मानकों में संशोधन करते हुए आयु सीमा में बढ़ोतरी की गई है.
नर्सिंग कॉलेजों में प्रोफेसर की कमी का विषय काफी पुराना है. सरकार की तरफ से नर्सिंग कॉलेजों में इसके लिए जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के संकेत दिए गए हैं. हालांकि, इससे पहले भी मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों की नियुक्ति की गई है, लेकिन अब राजकीय नर्सिंग कॉलेजे में भी ट्यूटर, असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की भर्ती शुरू की जा रही है. प्रक्रिया को शुरू करने से पहले सरकार ने आयु सीमा में बढ़ोतरी करने का भी फैसला लिया है.
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आईएमसी के मानकों के आधार पर अब सरकार ने आयु सीमा को 42 साल से बढ़ाकर 68 साल कर दिया है. जाहिर है कि उत्तराखंड सरकार इन पदों पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को आवेदन करने का मौका देना चाहती है. खास बात यह है कि रिटायर्ड चिकित्सक भी अब इसके लिए आवेदन कर सकते हैं.
खास बात यह है कि प्रदेश में राजकीय नर्सिंग कॉलेजों में शिक्षकों की कमी महसूस की जा रही है. संविदा के तहत इन पदों को भरने की तैयारी है. इसके लिए विभाग ने ट्यूटर के 22 पद, असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 13 और एसोसिएट प्रोफेसर के लिए 4 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दिए हैं. राज्य के 6 जिलों में कुल 6 राजकीय नर्सिंग कॉलेज चल रहे हैं.