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मानसून से पहले 'सहमा' उत्तराखंड, पहाड़ों में बादल फटने से भारी नुकसान

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Published : Jun 2, 2019, 11:35 PM IST

उत्तराखंड में मौसम ने मानसून से पहले लोगों को डराया. पहाड़ों में भारी तबाही.

मानसून से पहले मौसम ने लोगों को डराया.

देहरादून: उत्तराखंड में मौसम के मिजाज बदलने लगे हैं. रविवार को मैदानी इलाकों में बारिश होने की वजह से लोगों को आसमान से बरस रही 'आग' से थोड़ी राहत मिली. लेकिन, पहाड़ी इलाकों में मौसम बदलने से काफी नुकसान हुआ. अतिवृष्टि के चलते चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर सहित कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं सामने आईं हैं.

मानसून के आने से पहले ही मौसम ने उत्तराखंडवासियों को डरा दिया है. सोमवार को पहाड़ी इलाके में बज्रपात से एक महिला और करीब 88 जानवरों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि एक पुरुष भी फिलहाल लापता है. आपदा प्रबंधन विभाग ने अगर वक्त रहते मानसून से निपटने और इससे होने वाले नुकसान से बचने की तैयारी नहीं की तो उत्तराखंड में मौसम दोबारा से तांडव मचा सकता है.

पढ़ें- उत्तराखंड: चमोली और अल्मोड़ा में फटा बादल, एक की मौत, एक लापता, उफान पर रामगंगा

पहली घटना
उत्तराखंड सचिवालय में मौजूद सेंट्रल कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार दिन में 3:30 पर चमोली के गैरसैंण इलाके के लामबगड़ क्षेत्र में बादल फटा. बज्रपात से एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जिसकी अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. इस दौरान ग्रामीणों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा और कई संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

दूसरी घटना
अल्मोड़ा के चौखुटिया तहसील का खेड़ा गांव में करीब 4.30 बजे के बीच भारी बारिश और बादल फटने की वजह से एक व्यक्ति लापता हो गया है. इसके अलावा कुछ मवेशियों, गौशाला और भवन को नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि पशुओं में 3 बैल, 1 भैंस और 1 गाय की मौत हो गई है.

पढ़ें- मी टू मामला: भाजपा नेता की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, पीड़िता ने DG से की निष्पक्ष जांच कराने की मांग

तीसरी घटना
आपदा कंट्रोल रूम के मुताबिक तीसरी घटना की सूचना बागेश्वर जिले से आई है. यहां भी बज्रपात की वजह से 88 भेड़ों की मौत हो गई है.

देहरादून: उत्तराखंड में मौसम के मिजाज बदलने लगे हैं. रविवार को मैदानी इलाकों में बारिश होने की वजह से लोगों को आसमान से बरस रही 'आग' से थोड़ी राहत मिली. लेकिन, पहाड़ी इलाकों में मौसम बदलने से काफी नुकसान हुआ. अतिवृष्टि के चलते चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर सहित कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं सामने आईं हैं.

मानसून के आने से पहले ही मौसम ने उत्तराखंडवासियों को डरा दिया है. सोमवार को पहाड़ी इलाके में बज्रपात से एक महिला और करीब 88 जानवरों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि एक पुरुष भी फिलहाल लापता है. आपदा प्रबंधन विभाग ने अगर वक्त रहते मानसून से निपटने और इससे होने वाले नुकसान से बचने की तैयारी नहीं की तो उत्तराखंड में मौसम दोबारा से तांडव मचा सकता है.

पढ़ें- उत्तराखंड: चमोली और अल्मोड़ा में फटा बादल, एक की मौत, एक लापता, उफान पर रामगंगा

पहली घटना
उत्तराखंड सचिवालय में मौजूद सेंट्रल कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार दिन में 3:30 पर चमोली के गैरसैंण इलाके के लामबगड़ क्षेत्र में बादल फटा. बज्रपात से एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जिसकी अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. इस दौरान ग्रामीणों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा और कई संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

दूसरी घटना
अल्मोड़ा के चौखुटिया तहसील का खेड़ा गांव में करीब 4.30 बजे के बीच भारी बारिश और बादल फटने की वजह से एक व्यक्ति लापता हो गया है. इसके अलावा कुछ मवेशियों, गौशाला और भवन को नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि पशुओं में 3 बैल, 1 भैंस और 1 गाय की मौत हो गई है.

पढ़ें- मी टू मामला: भाजपा नेता की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, पीड़िता ने DG से की निष्पक्ष जांच कराने की मांग

तीसरी घटना
आपदा कंट्रोल रूम के मुताबिक तीसरी घटना की सूचना बागेश्वर जिले से आई है. यहां भी बज्रपात की वजह से 88 भेड़ों की मौत हो गई है.

Intro:मानसून ने दिखाया ट्रेलर, राज्य के अलग अलग जगहों से सामने आई खतरनाक तस्वीरे, पिक्चर अभी बाकी


एंकर- रविवार को सूबे में मौसम ने करवट ली, मैदानी इलाकों में गर्मी से थोड़ा राहत क्या मिली कि पहाड़ी जिलों से भयभीत करने वाले तस्वीरे सामने आ गयी। ऊपरी इलाकों में हो रही भारी बारिश और अतिवृष्टि के चलते चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर सहित कई इलाकों में बादल फटने, बज्रपात, की वजह से भरी नुकसान ओर कुछ मौतों की ख़बर भी सामने आयी लेकिन इस सब के आपदा प्रबंधन विभाग अभी थोड़ा सुस्त है और मानसून के और नजदीक आने का इंतजार कर रहा है।




Body:
देवभूमि उत्तराखंड में मौसम के हालात कब बद से बत्तर हो जाये ये अब बताने की आवश्यकता नही है। मानसून उत्तराखंड में किस हद तक तांडव मचा सकता है इसकी याद अभी ताजा है। इसी की एक झलक आज देखने को मिली जहां मानसून अभी केवल ट्रेलर दिखा रहा है, पूरी पिक्चर आनी अभी बाकी है।

रविवार को देवमुमि ने मौसम ने करवट ली तो लगा सूर्यदेव से थोड़ा राहत मिल गयी लेकीन इतना सोचा ही था कि इंद्र देव रुष्ठ हो गए और सूबे के तीन जिलों से जो सूचना सामने आई वो मानसून की दस्तक का अहसास करा रही थी। खैर पहले घटनाओं के बारे में जानिए फिर आपको आपदा प्रबंधन की तैयारी से भी रूबरू करवाएंगे।

पहली घटना-
(जिला चमोली, तहसील-गैरसैण, गांव- लामबगड़)
उत्तराखंड सचिवालय में मौजूद सेंट्रल कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार दिन में 3:30 बजे चमोली के गैरसैण इलाके के लामबगड़ क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली है जिसमे 1 व्यक्ति की मौत हुई जिसकी अभी शिनाख्त नही हो पाई है। इस घटना में कुछ फसली नुकसान के साथ साथ सम्पर्क मार्ग छतिग्रस्त होने की भी सूचना सामने आई है।

दूसरी घटना-
(जिला- अल्मोड़ा, तहसील- चौखुटिया, गांव- खेड़ा)
सूबे के ऊपरी जिलों ने हो रही भारी बारिश के कारण अल्मोड़ा जिले की चौखुटिया तहसील के खेड़ा गांव में तकरीबन 5 से 6 बजे के बीच में भारी वर्षा और बादल फटने की वजह से एक व्यक्ति अज्ञात है और इसके अलावा कुछ मवेशियों, गौशाला और भवन के नुकसान की सूचना आपदा कण्ट्रोल रूम द्वारा दी गयी। पशुवों में 3 बैल, 1 भैंस और 1 गाय का नुकसान बताया जा रहा है।

तीसरी घटना-
(जिला- बागेश्वर, तहसील-कपकोट, गांव-)
आपदा कण्ट्रोल रूम के मुताबिक तीसरी घटना की सूचना बागेश्वर जिले से आ रही जो कि बताई तो शनिवार की जा रही है लेकिन सूचना आपदा कण्ट्रोल रूम में रविवार शाम को आई है। इस घटना में आकाशीय बज्रपात यानी बिजली गिरने से कुछ भेड़ों के नुकसान की खबर सामने आई है। इसमें किसी व्यक्ति को नुकसान निहि हुआ है तो आपदा प्रबंधन के लिहाज से कोई बड़ी घटना निहि है।

इन तीन घटनाओं की जानकारी आपदा प्रबंधन विभाग के पास इस समाचार को लिखे जाने तक यानी 9 बजे तक थी इसके अलावा और किसी भी तरह की घटनाओं की सूचना आपदा प्रबंधन कण्ट्रोल रूम में नही थी जबकि राज्य के अलग अलग जगहों पर स्थित etv संवाददाताओं के माध्यम से कई घटनाओं की खबर सामने आ रही थी। यही नही आपदा कण्ट्रोल रूम में अभी किसी अधिकारी को तैनात निहि किया गया है, जानकारी फोन ऑपरेट करने वाले कर्मचारी द्वारा दी गयी। अधिकारी के बारे में जब करट्रोल रुम में पूछा गया तो जवाब मिला अभी मानसून आने वाला है अधिकारियों की तैनाती भी हो जाएगी। इस से संकेत मिलता है कि ट्रेलर देखने के बाद भी आपदा प्रबंधन विभाग को शायद पिक्चर का अंदाजा नहि लग पा रहा है।




बागेश्वर जिले के कपकोट में भी बज्रपात की घटना की मिली सूचना.... 


बज्रपात में आधा दर्जन से ज्यादा भेड़ो के नुकसान की ख़बर...


आपदा कंट्रोल रूम से मिली सूचना के अनुसार कल शाम की बताई जा रही है घटना....




Conclusion:
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