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पॉक्सो कोर्ट का अहम फैसला, बलात्कार के दोषी को सुनाई 20 साल की सजा

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Published : Dec 18, 2019, 11:27 PM IST

देहरादून में ड़ेढ साल पुराने दुष्कर्म के मामले में सुनवाई करते हुए पॉक्सो कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 20 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही 30-30 हजार का जुर्माना भी लगाया है.

देहरादून में नाबालिग छात्रा से बलात्कार न्यूज Poxo court news
पॉक्सो कोर्ट

देहरादून: 15 साल की नाबालिग छात्रा को जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म करने के ड़ेढ साल पुराने मामले को लेकर पॉक्सो कोर्ट ने सुनवाई की. जिसमें रमा पांडे की अदालत ने दोनों आरोपियों को 20 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई. साथ ही 30-30 हजार का जुर्माना भी लगाया है.

ड़ेढ साल पुराना दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो कोर्ट ने आरोपियों को सुनाई 20 साल की कारावास.

पॉक्सो कोर्ट के सरकारी अधिवक्ता भरत सिंह नेगी के बताया कि इस मामले में मुख्य दोषी के खिलाफ पीड़िता के 164 बयान और मेडिकल पुष्टि के बाद लगभग 15 महीने की कानूनी प्रक्रिया चली. इस दौरान 8 गवाहों के बयान और घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर मुख्य अभियुक्त को 20 साल की कठोर सजा सुनाई गई है. साथ ही इस मामले में लिप्त दूसरे अभियुक्त को कोर्ट ने पूरे मामले का साजिशकर्ता मानते हुए पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत 20 साल की सजा और अर्थदंड लगाया है.

इस मामले में पैरवी कर रहे पॉक्सो कोर्ट के शासकीय अधिवक्ता भरत सिंह नेगी के बताया कि यह मामला बीते साल 2018 में थाना प्रेमनगर क्षेत्र के सुद्धोवाला इलाके का है. उन्होंने बताया कि पीड़िता अपनी सहेली के साथ 29 सितंबर 2018 को देहरादून के बल्लीवाला इलाके में घूमने गई थी. इस दौरान दोनों युवकों ने जबरन पीड़िता को पहले जबरन शराब पिलाई जिसके बाद दिनेश ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया. दुष्कर्म के बाद पीड़िता अपनी सहेली के साथ अपने घर पहुंची और परिवार को आपबीती सुनाई. जिसके बाद पीड़िता के परिजनों ने प्रेम नगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद कानूनी कार्रवाई में 15 माह का समय लगा. वहीं मामले में सुनवाई के दौरान पीड़िता की सहेली ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गवाही दी. जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले में मुख्य अभियुक्त आरोपी को 20 साल कठोर कारावास देने के साथ ही इस अपराध के साजिशकर्ता आरोपी को भी 20 साल की सजा और 30,000 का जुर्माना अदा करने का फैसला दिया है.

ये भी पढ़े: दशकों पुराने तांबा उद्योग की चमक पड़ी फीकी, कारीगरों को पड़ रहे खाने के लाले

गौर हो कि नए संशोधित पोक्सो एक्ट के तहत इस मामले में उत्तराखंड राज्य में पहली सजा सुनाई गई है. नए संशोधित पोक्सो कानून के मुताबिक 16 साल से कम उम्र की रेप पीड़िताओं के मामले में पोक्सो कोर्ट दोषियों को 20 साल से कम की सजा नहीं दे सकता, जबकि 16 साल से ऊपर की रेप पीड़िता के दोषियों को 10 साल की कम से कम सजा अनिवार्य है.

देहरादून: 15 साल की नाबालिग छात्रा को जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म करने के ड़ेढ साल पुराने मामले को लेकर पॉक्सो कोर्ट ने सुनवाई की. जिसमें रमा पांडे की अदालत ने दोनों आरोपियों को 20 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई. साथ ही 30-30 हजार का जुर्माना भी लगाया है.

ड़ेढ साल पुराना दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो कोर्ट ने आरोपियों को सुनाई 20 साल की कारावास.

पॉक्सो कोर्ट के सरकारी अधिवक्ता भरत सिंह नेगी के बताया कि इस मामले में मुख्य दोषी के खिलाफ पीड़िता के 164 बयान और मेडिकल पुष्टि के बाद लगभग 15 महीने की कानूनी प्रक्रिया चली. इस दौरान 8 गवाहों के बयान और घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर मुख्य अभियुक्त को 20 साल की कठोर सजा सुनाई गई है. साथ ही इस मामले में लिप्त दूसरे अभियुक्त को कोर्ट ने पूरे मामले का साजिशकर्ता मानते हुए पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत 20 साल की सजा और अर्थदंड लगाया है.

इस मामले में पैरवी कर रहे पॉक्सो कोर्ट के शासकीय अधिवक्ता भरत सिंह नेगी के बताया कि यह मामला बीते साल 2018 में थाना प्रेमनगर क्षेत्र के सुद्धोवाला इलाके का है. उन्होंने बताया कि पीड़िता अपनी सहेली के साथ 29 सितंबर 2018 को देहरादून के बल्लीवाला इलाके में घूमने गई थी. इस दौरान दोनों युवकों ने जबरन पीड़िता को पहले जबरन शराब पिलाई जिसके बाद दिनेश ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया. दुष्कर्म के बाद पीड़िता अपनी सहेली के साथ अपने घर पहुंची और परिवार को आपबीती सुनाई. जिसके बाद पीड़िता के परिजनों ने प्रेम नगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद कानूनी कार्रवाई में 15 माह का समय लगा. वहीं मामले में सुनवाई के दौरान पीड़िता की सहेली ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गवाही दी. जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले में मुख्य अभियुक्त आरोपी को 20 साल कठोर कारावास देने के साथ ही इस अपराध के साजिशकर्ता आरोपी को भी 20 साल की सजा और 30,000 का जुर्माना अदा करने का फैसला दिया है.

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गौर हो कि नए संशोधित पोक्सो एक्ट के तहत इस मामले में उत्तराखंड राज्य में पहली सजा सुनाई गई है. नए संशोधित पोक्सो कानून के मुताबिक 16 साल से कम उम्र की रेप पीड़िताओं के मामले में पोक्सो कोर्ट दोषियों को 20 साल से कम की सजा नहीं दे सकता, जबकि 16 साल से ऊपर की रेप पीड़िता के दोषियों को 10 साल की कम से कम सजा अनिवार्य है.

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summary-शराब पिलाकर नाबालिग छात्रा से बलात्कार मामलें दो अभियुक्तों को 20 साल की कठोर सज़ा,30 -30 हज़ार का जुर्माना.

देहरादून की विशेष पॉक्सो कोर्ट रमा पांडे की अदालत से मंगलवार को उस वक्त फैसला आया...जब 15 साल की नाबालिग छात्रा को जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म करने मामले में मुख्य अभियुक्त दिनेश सहित उसके साथ इस घटना में सम्मिलित साजिशकर्ता प्रभात नाम के युवक को दोषी करार देते हुए 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई साथ ही 30-30 हजार का जुर्माना लगाया गया.. जुर्माने की राशि अदा न करने पर दोनों दोषियों को एक-एक की अतिरिक्त सजा भुगतनी का आदेश भी दिया। जुर्माने की कुल धनराशि से पीड़िता को 20 हज़ार दिए जाएंगे।


Body:डीएनए,मेडिकल और आठ गवाहों के आधार पर दोषियों को कठोर 20 साल की सजा

पॉक्सो कोर्ट के सरकारी अधिवक्ता भरत सिंह नेगी के मुताबिक इस मामले में मुख्य दोषी अभियुक्त दिनेश के खिलाफ पीड़िता के 164 के बयान साथ ही मेडिकल में रेप की पुष्टि होने के बाद डीएनए सैंपल भी FSL रिपोर्ट में सही पाया गया.. लगभग 15 महीने की कानूनी प्रक्रिया के दौरान 8 गवाहों के बयान और घटनास्थल 40 तरह के साक्ष्य व सबूत बरामद होने के आधार पर मुख्य अभियुक्त दिनेश को 20 साल की कठोर सजा सुनाई गई है। साथ ही इस मामले में प्रभात नाम के अभियुक्त को भी कोर्ट ने इस पूरे मामले में साजिशकर्ता मानते हुए पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत 20 साल की सजा और अर्थदंड लगाया है

नए संशोधित पोक्सो एक्ट के तहत पहले सजा का मामला

इस मामले में शासकीय अधिवक्ता भरत सिंह नेगी ने बताया कि अप्रैल 2018 में सरकार द्वारा 16 साल की कम उम्र की रेप पीड़ित बालिकाओं के लिए किए गए नए संशोधित पोक्सो एक्ट के तहत यह उत्तराखंड में पहली सजा हुई है। नए संशोधित पोक्सो कानून के मुताबिक 16 साल से कम रेप पीड़ित बच्चियों के मामले में पोक्सो कोर्ट दोषियों को 20 साल से कम सजा नहीं दे सकता, जबकि 16 साल से ऊपर की रेप पीड़ित मामले में 10 साल की सजा कम से कम अनिवार्य हैं।


Conclusion:लंच देने के बहाने जबरन शराब पिलाकर किया गया बलात्कार

इस मामले में पैरवी कर रहे पॉक्सो कोर्ट के शासकीय अधिवक्ता भरत सिंह नेगी के मुताबिक मामला 29-09-2018 थाना प्रेमनगर क्षेत्र के सुद्धोवाला इलाकें का हैं। पीड़िता अपनी सहेली के साथ इसी दिन देहरादून के बल्लीवाला इलाके में घूमने गई थी इसी दौरान षड्यंत्र के तहत प्रभात नाम का युवक पीड़िता की सहेली का पहले से वहां इंतजार कर रहा था, दोनों छात्राओं के पहुंचने के बाद प्रभात योजनाबद्ध तरीके से दोनों छात्राओं को दिन का लंच देने के बहाने सुद्दोवाला में अपने कमरें में ले गया। उधर घटनास्थल पर प्रभात का दोस्त दिनेश साज़िश के तहत पहले से वहां मौजूद था। इसी दौरान दोनों युवकों ने जबरन पीड़िता को पहले जबरन शराब पिलाई और उसके बाद दिनेश नाम के अभियुक्त ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया। दुष्कर्म की घटना के बाद किसी तरह से पीड़िता अपनी सहेली के साथ अपने घर पहुँची जिसके बाद परिवार को आपबीती बताकर प्रेम नगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। उधर पीड़िता की सहेली प्रभात नाम के युवक को पहले से जानती थी लेकिन इस रेप की घटना के बाद उसने कोर्ट में दोनों के खिलाफ गवाही दी। कोर्ट ने इस मामले में मुख्य अभियुक्त दिनेश को 20 साल कठोर कारावास देने के साथ ही इस अपराध में साजिश के तहत उसका साथ देने वाले प्रभात को भी 20 साल की सजा और ₹30000 का जुर्माना अदा करने का फैसला दिया।

बाइट- भरत सिंह नेगी, शासकीय अधिवक्ता, पोक्सो कोर्ट देहरादून
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