देहरादून: प्रदेश में खराब विद्युत आपूर्ति और बिजली चोरी की लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं. इसके चलते ऊर्जा सचिव ने कड़ी कार्रवाई की है. ऊर्जा सचिव राधिका झा ने देहरादून, हरिद्वार सिडकुल, उधम सिंह नगर और हल्द्वानी में बिजली की चोरी और खराब आपूर्ति पर कार्रवाई की है. उन्होंने अधीक्षण अभियंता के साथ 7 इंजीनियरों को भी तत्काल प्रभाव से हटाकर कही और संलग्न करने के निर्देश दिए हैं.
बुधवार को ऊर्जा भवन में ऊर्जा सचिव राधिका झा ने विद्युत आपूर्ति को लेकर समीक्षा बैठक की. इसमें प्रबंध निदेशक बी के मिश्रा समेत सभी निदेशक उपस्थित हुए. समीक्षा बैठक के दौरान सितारगंज क्षेत्र में बिजली की चोरी में विभागीय कर्मचारियों के साथ फील्ड स्टाफ की भूमिका संदिग्ध होने का मामला भी सामने आया. इस पर ऊर्जा सचिव ने कड़ी कार्रवाई करने को कहा और इसके अलावा उन्होंने चार जिलों में 5 साल से एक ही स्टेशन पर जमे हुए जेई और उपखंड अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बदलने के निर्देश दिए.
देहरादून: खराब विद्युत आपूर्ति को लेकर अधिकारियों पर गिरी गाज, 7 इंजीनियर पर कार्रवाई - ऊर्जा सचिव राधिका झा
उत्तराखंड में खराब विद्युत आपूर्ति और बिजली चोरी को लेकर लगातार शिकायतों पर उर्जा सचिव ने अधीक्षण अभियंता के साथ 7 इंजीनियरों पर कड़ी कार्रवाई की है. क्षेत्रीय अधिकारियों ने बताया कि विद्युत आपूर्ति की खराब व्यवस्था की मुख्य वजह फील्ड स्टाफ का कई सालों से एक ही स्थान पर तैनात होना है.
देहरादून: प्रदेश में खराब विद्युत आपूर्ति और बिजली चोरी की लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं. इसके चलते ऊर्जा सचिव ने कड़ी कार्रवाई की है. ऊर्जा सचिव राधिका झा ने देहरादून, हरिद्वार सिडकुल, उधम सिंह नगर और हल्द्वानी में बिजली की चोरी और खराब आपूर्ति पर कार्रवाई की है. उन्होंने अधीक्षण अभियंता के साथ 7 इंजीनियरों को भी तत्काल प्रभाव से हटाकर कही और संलग्न करने के निर्देश दिए हैं.
बुधवार को ऊर्जा भवन में ऊर्जा सचिव राधिका झा ने विद्युत आपूर्ति को लेकर समीक्षा बैठक की. इसमें प्रबंध निदेशक बी के मिश्रा समेत सभी निदेशक उपस्थित हुए. समीक्षा बैठक के दौरान सितारगंज क्षेत्र में बिजली की चोरी में विभागीय कर्मचारियों के साथ फील्ड स्टाफ की भूमिका संदिग्ध होने का मामला भी सामने आया. इस पर ऊर्जा सचिव ने कड़ी कार्रवाई करने को कहा और इसके अलावा उन्होंने चार जिलों में 5 साल से एक ही स्टेशन पर जमे हुए जेई और उपखंड अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बदलने के निर्देश दिए.
एंकर- प्रदेश में खराब विद्युत आपूर्ति और बिजली चोरी की लगातार आ रही शिकायतों के चलते ऊर्जा सचिव ने कड़ी कार्रवाई की है। ऊर्जा सचिव राधिका झा ने देहरादून, हरिद्वार सिडकुल, उधम सिंह नगर और हल्द्वानी में बिजली की चोरी और खराब आपूर्ति पर कार्यवाही करते हुए अधीक्षण अभियंता के साथ साथ 7 इंजीनियरों को भी तत्काल प्रभाव से हटाकर कही और अटैच करने के निर्देश दिए हैं।
Body:वीओ- बुधवार को ऊर्जा भवन में ऊर्जा सचिव राधिका झा ने विद्युत आपूर्ति को लेकर समीक्षा बैठक ली जिसमें प्रबंध निदेशक बीके मिश्रा समेत सभी निदेशक उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के दौरान सितारगंज क्षेत्र में बिजली की चोरी में विभागीय कर्मचारियों के साथ-साथ अपने फील्ड स्टाफ की भूमिका संदिग्ध होने का मामला भी सामने आया जिस पर ऊर्जा सचिव ने कड़ी कार्रवाई करने को कहा और इसके अलावा उन्होंने चार मैदानी जिलों में 5 साल से एक ही स्टेशन पर जमे हुए जेई और उपखंड अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बदलने के निर्देश दिए।
ऊर्जा सचिव ने देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधमसिंग नगर जिलों के मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को भी तलब किया और कड़े निर्देश दिए कि वह हफ्ते भर के भीतर सभी लाइनमैन को बदल दें। इसके अलावा लेखाकारों को भी 10 अगस्त तक स्थानांतरित करने के निर्देश ऊर्जा सचिव राधिका झा ने दिए समीक्षा बैठक में दिए।
बैठक में क्षेत्रीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि विद्युत आपूर्ति की खराब व्यवस्था की मुख्य वजह फील्ड स्टाफ का कई सालों से एक ही स्थान पर तैनात होना है उन्होंने खाली पदों को भरने के लिए प्रबंध निदेशक को प्रस्ताव भेजने और निगम के दफ्तरों में बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू करने के निर्देश भी दिए।
इस कड़ी कार्रवाई के बाद राधिका झा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि विद्युत सेवा में ढिलाई बरतने पर उत्तरदाई अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ इसी तरह से कड़ी कार्रवाई होगी साथ ही वार्षिक गोपनीय आंख्या में प्रतिकूल प्रविष्टि भी की जाएंगी उन्होंने निर्देश दिए कि चेकिंग के लक्ष्यों में कोताही बरती गई तो चीफ इंजीनियर भी पर भी गाज गिरेगी बैठक में
Conclusion: