ऋषिकेश: कोरोना महामारी के बीच जारी लॉकडाउन के कारण प्रदेश में सभी स्कूलों को बंद रखा गया है. सरकार की तरफ से जारी आदेश में ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा देने की बात गयी है. वहीं, ऋषिकेश में दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले लोगों के पास स्मार्ट फोन न होने के कारण उन्हें अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है.
ऋषिकेश में मजदूरों को परिवार के लिये दो वक्त की रोटियां जुटाना भी मुश्किल हो रहा है. लॉकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरों के पास न तो काम है और जमा-पूंजी भी खत्म हो गयी है. वहीं, अब उन्हें अनपे बच्चों के भविष्य की चिंता भी सताने लगी है.
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लॉकडाउन की वजह से सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं, साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा देने की बात कही है. वहीं, गरीब मजदूरों का कहना है कि उनके पास न तो स्मार्ट फोन खरीदने के पैसे हैं और न ही रिचार्ज कराने के पैसे. ऐसे में हमारे बच्चों की पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है.
ऋषिकेश में दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले लोगों का कहना है कि उनके बच्चे होशियार होने के बाद भी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. मजदूरों को चिंता सताने लगी है कि अगर उनके बच्चों की पढ़ाई इसी तरह से प्रभावित होती रही तो वे भी भविष्य में दिहाड़ी-मजदूरी करने को मजबूर होंगे. ऐसे में इन लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए बच्चों की पढ़ाई की उचित व्यवस्था करने की बात कही.