देहरादून: बीते दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की किताब 'मेरा जीवन लक्ष्य उत्तराखंडियत' का लोकार्पण हो गया है. किताब का लोकार्पण जगदगुरु शंकराचार्य राज राजेश्वराश्रम महाराज ने किया. वहीं किताब को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. हरीश रावत ने अपनी किताब में कई किस्सों का जिक्र किया है. जिसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत और पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए हैं. ऐसे में बीजेपी के नेता भी किताब को लेकर हरीश रावत पर निशाना साध रहे हैं.
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#भाजपा के एक शीर्ष व्यक्ति कहते हैं कि यह "पुस्तक" कांग्रेस के झगड़े बढ़ायेगी! जो भी कांग्रेस का व्यक्ति इस पुस्तक को पढ़ेगा 2014 से 2017 तक के कालखंड में वह पायेगा कि उत्तराखंड के निर्माण और नव निर्माण में उसका भी योगदान था, तो यह ...1/2 pic.twitter.com/JJDYyzlCl0
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) May 1, 2023#भाजपा के एक शीर्ष व्यक्ति कहते हैं कि यह "पुस्तक" कांग्रेस के झगड़े बढ़ायेगी! जो भी कांग्रेस का व्यक्ति इस पुस्तक को पढ़ेगा 2014 से 2017 तक के कालखंड में वह पायेगा कि उत्तराखंड के निर्माण और नव निर्माण में उसका भी योगदान था, तो यह ...1/2 pic.twitter.com/JJDYyzlCl0
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) May 1, 2023
गौर हो कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बीजेपी के वार पर पलटवार किया है. हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'भाजपा के एक शीर्ष व्यक्ति कहते हैं कि यह "पुस्तक" कांग्रेस के झगड़े बढ़ायेगी! जो भी कांग्रेस का व्यक्ति इस पुस्तक को पढ़ेगा 2014 से 2017 तक के कालखंड में वह पायेगा कि उत्तराखंड के निर्माण और नव निर्माण में उसका भी योगदान था, तो यह कांग्रेस को जोड़ेगी, चिंता आपके माथे पर होनी चाहिए.
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बता दें कि किताब के लोकार्पण के दौरान हरीश रावत किताब के किस्सों पर सफाई देते हुए दिखाई दिए थे. वहीं आगामी लोकसभा चुनावों से पहले हरीश रावत की किताब चर्चा में बनी हुई है. हरीश रावत ने किताब में उन तमाम घटनाओं को जगह देने की कोशिश की है जो उत्तराखंड में घटित हुई हैं. वहीं हरीश रावत की इस किताब ने एक बार फिर प्रदेश की सियासत का पारा बढ़ा दिया है.