देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड दौरे पर देवभूमि को 3400 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी है. पीएम नरेंद्र मोदी सबसे पहले केदारनाथ मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने पूजा अर्चना की और भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया. इसके बाद पीएम मोदी आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि का भी दौरा किया. इसके बाद केदारपुरी में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया.
इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी बदरीनाथ धाम पहुंचे और बाबा बदरी विशाल के दरबार में हाजिरी लगाई है. इसके बाद PM ने गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ने वाली दो नई रोपवे परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी. इससे पहले पीएम मोदी ने केदारनाथ में सोनप्रयाग से केदारनाथ की रोपवे परियोजना का शिलान्यास किया था.
बैकुंठ धाम से मिशन-2024 का आगाज: सियासी पंडितों का मानना है कि वैकुंठ धाम में आशीर्वाद लेकर पीएम मोदी 2024 की चुनौतियां को पार करना चाहते हैं. क्योंकि पीएम मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी मिलने के बाद यूं तो देश के कई पौराणिक मंदिरों की तस्वीर बदली है, लेकिन इसमें खास तौर पर देखें तो 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ के पुनर्निर्माण, 2021 में काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के साथ ही उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का भी कायाकल्प किया है.
केदारनाथ में करीब 500 करोड़ की परियोजना पर काम किया गया. वहीं, काशी विश्वनाथ में 339 करोड़ के पुनर्निर्माण कार्यों का प्रधानमंत्री ने लोकार्पण किया था. हाल ही में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के भी कायाकल्प किया गया. इन सबके बाद पीएम नरेंद्र मोदी का फोकस बदरीनाथ धाम पर है.
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बदरीनाथ धाम के कायाकल्प को लेकर यूं तो मास्टर प्लान के तहत काम जारी है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मास्टर प्लान के सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे. बता दें कि बदरीनाथ धाम में करीब 424 करोड़ का मास्टर प्लान तैयार किया गया है. यही नहीं इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देख चुके हैं. खास बात यह है कि पीएम मोदी बदरीनाथ धाम को आध्यात्मिक धाम के रूप में विकसित करना चाहते हैं.
बदरीनाथ धाम को लेकर प्रधानमंत्री के विशेष रूप से फोकस करने की एक मुख्य वजह भी है. दरअसल, उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण को लेकर होने वाले अधिकतर कामों को पूरा कर लिया गया है, जो काम बाकी भी हैं वह भी समाप्त होने की तरफ हैं. लिहाजा केदारनाथ, काशी विश्वनाथ और महाकाल की तरह अब बदरीनाथ के कायाकल्प को लेकर सबसे अधिक संभावनाएं दिखाई दे रही हैं.
मास्टर प्लान के तहत होने वाले काम: बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान में मंदिर परिसर के चारों तरफ आवागमन की सुविधा बढ़ाना है. धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर पार्किंग व्यवस्था करना है. बदरीनाथ धाम में लाइटिंग के साथ सौंदर्यीकरण करना भी शामिल है. शेष नेत्र और बद्रीश झील का सौंदर्यीकरण के साथ ही बदरीनाथ धाम में आस्था पथ का निर्माण करना है.
2019 चुनाव के दौरान गुफा में लगाया था ध्यान: बता दें कि, एक ओर जहां देश में लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावी संग्राम के सातवें और अंतिम चरण के लिए चुनाव मतदान जारी था. वहीं, दूसरी तरफ पीएम मोदी केदारनाथ की वादियों में स्थित गुफा में ध्यानमग्न थे. उस दौरान पत्रकारों से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि था कि मेरा जो विकास अभियान है, उसमे प्रकृति, पर्यावरण और पर्यत्न है. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि भगवान के चरणों में आने के बाद वह उनसे कुछ नहीं मांगते.