देहरादून: एसएसपी द्वारा सभी सीओ और थाना प्रभारियों के साथ बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान जनपद में घटित अपराध की समीक्षा की गई. वर्तमान में मैनुअल पुलिसिंग काफी कम होने के बाद घटना के खुलासे के लिये पुलिस केवल टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो गयी है. इसके मद्देनजर सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ नियुक्त बीट कांस्टेबल की जिम्मेदारियां निर्धारित करते हुए उन्हें अपने-अपने बीट में मैनुअल पुलिसिंग के लिये प्रोत्साहित करें. साथ ही मुखबिर तंत्र को और अधिक मजबूत करने के लिए निर्देशित किया गया.
नौकरी में लापरवाह पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट एसएसपी को जाएगी. ऐसे कर्मियों को जनपद से दूरस्थ पहाड़ी जनपदों में स्थानान्तरित करने की संस्तुति की जाएगी. इसके अलावा शिकायती प्रार्थना पत्रों की समीक्षा करते हुए उनके निस्तारण पर जोर दिया गया. साथ ही अलग-अलग अधिकारियों द्वारा की गयी जांचों से असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो रही है. इसके समाधान और प्रार्थना पत्रों के जल्द निस्तारण के लिए एसएसपी द्वारा क्षेत्राधिकारी कार्यालय को एक सेंट्रलाइज्ड सिस्टम बनाने के निर्देश दिए गए.
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विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाले शिकायती प्रार्थना पत्रों की जांच की जाएगी. किसी एक व्यक्ति द्वारा दिए गए अलग-अलग प्रार्थना पत्रों की जांच एक ही अधिकारी से करवाई जायेगी. जिससे संबंधित पीड़ित व्यक्ति के प्रार्थना पत्र की जांच जल्द निस्तारित की जा सके. एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि किसी जांचकर्ता द्वारा जांच के दौरान नियमित रूप से लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा सभी क्षेत्राधिकारियों और थाना प्रभारियों को महीने में कम से कम दो बार अपने-अपने क्षेत्र में स्थित स्पा सेन्टरों की चेकिंग करने के निर्देश दिये गए हैं.