ऋषिकेश: देहरादून रोड स्थित कोतवाली (Dehradun Road Kotwali) का सरकारी आवासीय भवन (Policemen Residential Building) जर्जर स्थिति में है. जिसकी चारदीवारी भी बदहाल है, दीवारों पर वृक्ष उग आए हैं. करीब चार साल पहले इस भवन को गिरासू भी घोषित किया जा चुका है. फिर भी कई पुलिसकर्मी जान जोखिम में डालकर आवासीय भवन में रह रहे हैं. वर्तमान समय में बरसात का सीजन चल रहा है. कभी भी जर्जर अवस्था में खड़ा भवन धराशायी हो सकता है. यदि ऐसा हुआ तो किसी भी बड़े खतरे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.
ऋषिकेश शहर में वैसे तो करीब तीन दर्जन ऐसे भवन हैं, जो जर्जर स्थिति में हैं. ये बरसात के दिनों में कभी भी जमींदोज हो सकते हैं. लेकिन मुख्य रूप से देहरादून रोड स्थित ऋषिकेश कोतवाली के सरकारी आवासीय भवन की स्थिति काफी बदहाल है. जिसमें अभी भी कई पुलिसकर्मी जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं. वहीं भवन राहगीरों के लिए भी खतरा बना हुआ है. दिलचस्प यह है कि मामला संज्ञान में होने के बावजूद अधिकारी जर्जर भवन में रह रहे पुलिसकर्मियों से भवन खाली कराने को तैयार नहीं हैं.
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वहीं जर्जर भवन को गिरा कर इसके स्थान पर नया भवन बनाने का प्रस्ताव कुंभ के दौरान पारित हुआ था. मगर कोरोना काल की वजह से इस जर्जर भवन को गिरा कर नया भवन खड़ा नहीं किया जा सका. उस दौरान जर्जर भवन में रह रहे पुलिसकर्मियों से कमरों को खाली करा लिया गया था. मगर अब फिर से भवन के कमरों में पुलिसकर्मी रहते हुए देखे जा रहे हैं. इस संबंध में जनपद देहरादून के पुलिस कप्तान जन्मेजय खंडूड़ी (SSP Dehradun Janmejay Khanduri) से पूछा गया तो उन्होंने जर्जर हो चुके भवन के बारे में जानकारी नहीं होने का हवाला दिया. उन्होंने बताया कि मामले को दिखा जाएगा. (आज जन्मेजय खंडूड़ी को देहरादून के एसएसपी के पद से हटा दिया गया है. जन्मेजय को पुलिस महानिरीक्षक पीएसी मुख्यालय देहरादून भेज दिया गया है.)