देहरादून: डीआईजी अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर 1 अक्टूबर से एक महीने के लिए पुलिस नशे के खिलाफ ऑपरेशन सत्य चला रही है. इस दौरान पुलिस ने लाखों रुपए के मादक पदार्थ बरामद किए हैं. साथ ही लोगों को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव को लेकर जागरुकता फैला रही है.
देहरादून में ऑपरेशन सत्य के तहत पुलिस नशे का कारोबार करने वाले व्यक्तिों के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई कर रही है. साथ ही लोगों को नशे के कुप्रभावों के संबंध में जागरूक कर रही है. पुलिस ने 15 दिनों में लाखों रुपए के मादक पदार्थों बरामद किए हैं. ऑपरेशन सत्य के तहत देहरादून पुलिस द्वारा विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं व अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न माध्यमों (पोस्टर, पम्फलेट व जागरुकता कार्यक्रम) से लोगों को नशे के खिलाफ इस जंग में एकजुट होने के लिये प्रेरित कर रही है. नशे के खिलाफ पुलिस ने लोगों को नशीली वस्तुओं के कारोबार में लिप्त व्यक्तियों के संबंध में जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
आपरेशन सत्य के तहत 15 दिनों में की गई कार्रवाई
आपरेशन सत्य के तहत कुल 63 मुकदमें पंजीकृत हुए हैं. जिसमें 68 लोगों की गिफ्तारी हुई है. वहीं, 15 दिनों में 4 किलो 300 ग्राम चरस, 747 ग्राम स्मैक, 13 किलो 750 ग्राम गांजा, 2598 नशीले कैप्सूल और 229 नशीली गोलियां बरामद हुईं है. जिसका अनुमानित कीमत 78 लाख रुपये बताई जा रही है. वहीं, इस अभियान के तहत हेल्पलाइन नंबरों से 21 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की है.
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि अब तक 560 युवकों और व्यक्तियों को जनपद पुलिस द्वारा चिन्हित किया गया है. चिन्हित किए गये प्रत्येक व्यक्ति की पुलिस द्वारा 3 बार काउंसलिंग कर उन्हें नशे से दूर रहने के लिये प्रेरित किया जा रहा है. काउंसलिंग के बाद भी यदि किसी व्यक्ति में कोई सुधार नहीं होता है तो उन्हें पुलिस द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया जाएगा. इसके लिये पुलिस द्वारा सभी नशा मुक्ति केन्द्र संचालको के साथ बैठक कर केंद्र में 20 प्रतिशत रेस्क्यू किए गए व्यक्तियों के निःशुल्क इलाज के लिए आरक्षित किया गया है. लोगों को जागरूक करने के लिए जनपद में कुल 312 मुख्य स्थानों को चिन्हित कर बैनर लगाये गए हैं.