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Thug Arrested in Dehradun: बीडीओ भर्ती के नाम 18 लाख की ठगी करने वाला गिरफ्तार

दून पुलिस ने लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने बीडीओ भर्ती के नाम पर 18 लाख की ठगी की थी. आरोपी की एक सहयोगी तक अभी तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है.

Thug Arrested in Dehradun
बीडीओ भर्ती के नाम ठगी का आरोपी गिरफ्तार
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Published : Feb 8, 2023, 6:55 PM IST

देहरादून: थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने बीडीओ भर्ती के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले 1 आरोपी को सहसपुर से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी की साथी महिला भी मामले में वांछित चल रही है. जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. दोनों आरोपियों के द्वारा अब तक लगभग 4 से 5 लोगों से करीब 18 लाख रुपए की ठगी की गयी है.

8 फरवरी को थाना नेहरू कॉलोनी में रविंद्र सिंह राणा निवासी जिला उत्तरकाशी ने शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें बताया गया कि साल 2021 में पीड़ित की पहचान नरेश निवासी टिहरी गढ़वाल असिस्टेंट सीएचसी सहसपुर जनपद देहरादून से हुई. जिसके द्वारा बताया गया कि कल्पना पाल जो अपनी एक जॉब कंसल्टेंसी एनजीओ चलाती है, उसकी अच्छी जान-पहचान है. वह आने वाली बीडीओ और बीपीडीओ की भर्ती करा सकती है. इसके लिए 15 लाख रुपए देने होंगे, जिसमें से 3 लाख रुपए एडवांस के तौर पर देने होंगे. बाकी रकम भर्ती होने के बाद देनी होगी.

जिसके बाद पीड़ित उनके बहकावे में आ गया. नेहरू कालोनी क्षेत्र में कल्पना पाल को नरेश के माध्यम से 3 लाख रुपए एडवांस के तौर पर नकद दे दिये, लेकिन जब परीक्षा का परिणाम आया तो पीड़ित का चयन नहीं हुआ. पैसा वापस मांगने पर उन्होंने नौकरी किसी अन्य विभाग में लगाने का भरोसा दिलाया. पीड़ित की तहरीर के आधार दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने आरोपी नरेश कुमार को सहसपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया.

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एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया नरेश वर्तमान में सीएचसी सहसपुर में संविदा कर्मी के रूप में कार्यरत है. पूर्व में उज्ज्वल जीवन समिति नाम से एक एनजीओ चलाता था, इसी दौरान इसकी मुलाकात कल्पना से हुई. कल्पना एक जॉब कंसल्टेंसी एनजीओ चलाती है. एनजीओ के माध्यम से फैक्ट्रियों के लिये लेबर उपलब्ध कराती थी. कल्पना को जाॅब कंसल्टेंसी का अच्छा अनुभव था, इसी का फायदा उठाते हुए लोगों से अपनी ऊंची जान-पहचान होने की झूठी बातें बोलकर उन्हें अपने झांसे में ले लेती थी.

नौकरी लगाने के एवज में उनसे अच्छी खासी रकम ऐंठ लेती थी. जिसमें से कुछ पैसा दोनों एडवांस के तौर पर ले लेते हैं. अगर परीक्षा में व्यक्ति का चयन खुद हो जाता तो बाकी तय रकम भी उससे ले ली जाती थी. चयन नहीं होने पर दोनों उनसे धीरे-धीरे उनके पैसे वापस करने या किसी अन्य परीक्षा में उनका चयन करवाने का झूठा वादा करते रहते थे.

पढे़ं- UKSSSC Paper Leak: HC से हाकम सिंह को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने सरकार और एसआईटी से मांगा जवाब

कुछ समय पहले पुलिस कांस्टेबल भर्ती के दौरान विकासनगर से जयवीर नाम के एक व्यक्ति का आरोपी नरेश के पास फोन आया. जिसके द्वारा पुलिस में भर्ती कराने की बात कही गयी. जिसके लिये दो लाख रुपए एडवांस देने को भी तैयार हो गया था. दोनों ने उससे टोकन मनी भेजने की बात कही गयी. जिसकी रिकॉर्डिंग जयवीर ने वायरल कर दी. इन दोनों आरोपियों को पुलिस भर्ती अथवा किसी अन्य विभाग की भर्ती के सम्बन्ध में किसी प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं है. न ही किसी भी अधिकारी से कोई जान पहचान है. यह केवल अपनी झूठी पहचान का हवाला देते हुए लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं.

देहरादून: थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने बीडीओ भर्ती के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले 1 आरोपी को सहसपुर से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी की साथी महिला भी मामले में वांछित चल रही है. जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. दोनों आरोपियों के द्वारा अब तक लगभग 4 से 5 लोगों से करीब 18 लाख रुपए की ठगी की गयी है.

8 फरवरी को थाना नेहरू कॉलोनी में रविंद्र सिंह राणा निवासी जिला उत्तरकाशी ने शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें बताया गया कि साल 2021 में पीड़ित की पहचान नरेश निवासी टिहरी गढ़वाल असिस्टेंट सीएचसी सहसपुर जनपद देहरादून से हुई. जिसके द्वारा बताया गया कि कल्पना पाल जो अपनी एक जॉब कंसल्टेंसी एनजीओ चलाती है, उसकी अच्छी जान-पहचान है. वह आने वाली बीडीओ और बीपीडीओ की भर्ती करा सकती है. इसके लिए 15 लाख रुपए देने होंगे, जिसमें से 3 लाख रुपए एडवांस के तौर पर देने होंगे. बाकी रकम भर्ती होने के बाद देनी होगी.

जिसके बाद पीड़ित उनके बहकावे में आ गया. नेहरू कालोनी क्षेत्र में कल्पना पाल को नरेश के माध्यम से 3 लाख रुपए एडवांस के तौर पर नकद दे दिये, लेकिन जब परीक्षा का परिणाम आया तो पीड़ित का चयन नहीं हुआ. पैसा वापस मांगने पर उन्होंने नौकरी किसी अन्य विभाग में लगाने का भरोसा दिलाया. पीड़ित की तहरीर के आधार दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने आरोपी नरेश कुमार को सहसपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया.

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एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया नरेश वर्तमान में सीएचसी सहसपुर में संविदा कर्मी के रूप में कार्यरत है. पूर्व में उज्ज्वल जीवन समिति नाम से एक एनजीओ चलाता था, इसी दौरान इसकी मुलाकात कल्पना से हुई. कल्पना एक जॉब कंसल्टेंसी एनजीओ चलाती है. एनजीओ के माध्यम से फैक्ट्रियों के लिये लेबर उपलब्ध कराती थी. कल्पना को जाॅब कंसल्टेंसी का अच्छा अनुभव था, इसी का फायदा उठाते हुए लोगों से अपनी ऊंची जान-पहचान होने की झूठी बातें बोलकर उन्हें अपने झांसे में ले लेती थी.

नौकरी लगाने के एवज में उनसे अच्छी खासी रकम ऐंठ लेती थी. जिसमें से कुछ पैसा दोनों एडवांस के तौर पर ले लेते हैं. अगर परीक्षा में व्यक्ति का चयन खुद हो जाता तो बाकी तय रकम भी उससे ले ली जाती थी. चयन नहीं होने पर दोनों उनसे धीरे-धीरे उनके पैसे वापस करने या किसी अन्य परीक्षा में उनका चयन करवाने का झूठा वादा करते रहते थे.

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