देहरादूनः प्रदेश में कई लोग कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. जिन्हें न तो पुलिस का डर है न ही कोरोना का खौफ. इतना ही नहीं सरकार की गाइडलाइन और सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य नियमों को जमकर उल्लंघन कर कर रहे हैं. जिनके खिलाफ पुलिस प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है.
पुलिस की मानें तो अभी तक सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन मामले में 2,439 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. जबकि, मास्क न पहनने पर 22,560 लोगों का चालान किया जा चुका है. वहीं, क्वारंटाइन का पालन न करने पर 692 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
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88 हजार से अधिक लोगों पर अब तक कार्रवाई
लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह भरी खबरें फैलाने के आरोप में अभी तक 211 लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि, धारा 151 के तहत अब तक 867 लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी हैं. वहीं, पुलिस एक्ट के तहत अभी तक 51,451 लोगों पर कानूनी शिकंजा कसा गया है.
इसके अलावा लॉकडाउन नियम तोड़ने समेत अन्य मामलों में 9,804 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. ऐसे में उत्तराखंड राज्य में अभी तक लॉकडाउन के समय अलग-अलग तरह के मामलों में 88,030 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है.
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लॉकडाउन में अभी तक 52 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार
उत्तराखंड में नियमों के उल्लंघन मामले में 4 जुलाई को प्रदेश भर में कुल 23 मुकदमे दर्ज किए गए. जिसके तहत 1,818 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. लॉकडाउन नियम तोड़ने के चलते एक दिन में इतने लोग गिरफ्तार होने का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
वहीं, लॉकडाउन के दरमियान प्रदेशभर में अभी तक कुल 4स190 मुकदमें डिजास्टर और महामारी एक्ट समेत पुलिस अधिनियम व अन्य धाराओं में दर्ज किए जा चुके हैं. जबकि, अभी तक रिकॉर्ड स्तर में 52,642 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है.
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कोरोना काल में पुलिस के खजाने में आए 6 करोड़ रुपये
वहीं, राज्य में भारी संख्या में कानूनी कार्रवाई करने के बावजूद अनावश्यक रूप से बेवजह सड़कों पर वाहनों को दौड़ाने का मामला भी बदस्तूर जारी है. अभी तक मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कुल 1 लाख 117 वाहनों का चालान किया जा चुका है. जबकि, 9,951 छोटे-बड़े वाहनों को सीज करने के साथ ही 5.90 करोड़ रुपये संयोजन शुल्क के रूप में वसूला गया है.