देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ड्रोन के माध्यम से न सिर्फ बाबा केदार के दर्शन किए, बल्कि केदारघाटी में चल रहे आदि गुरू शंकराचार्य समाधि स्थल समेत अन्य कामों का जायजा भी लिया. यही नहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से वर्तमान में चल रहे पुनर्निर्माण कामों की स्थिति और आगे की व्यवस्थाओं को बेहतर ढंग से किए जाने के निर्देश दिए. बदरीनाथ धाम में चल रहे विकास कार्यों पर प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देश दिए कि जो भी काम किए जा रहे हैं, उसे बेहतर ढंग से किया जाए, ताकि 100 साल तक इन निर्माण कार्यों पर असर न पड़े.
ईटीवी भारत से बातचीत में मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी को मुख्य रूप से आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल के निर्माण कार्य की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है. बताया गया कि शंकराचार्य समाधि स्थल के फाउंडेशन का काम पूरा कर लिया गया है और अब समाधि स्थल के ऊपरी भाग का निर्माण किया जाना है. जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिक से अधिक श्रमिकों को लगाकर समाधि स्थल के कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए हैं. हालांकि आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल का कार्य 31 दिसंबर 2020 तक पूरा किया जाना है. ऐसे में शासन-प्रशासन का प्रयास रहेगा कि इसे समय से पूरा कर लिया जाए.
केदार घाटी में बनाया जाएगा इंटरप्रिटेशन सेंटर
केदार घाटी में चल रहे पुल निर्माण कार्यों के तहत सरस्वती पुल का निर्माण पूरा हो गया है. ऐसे में अब भैरव मंदिर जाने में श्रद्धालुओं को आसानी होगी. इसके साथ ही सरस्वती घाट पर श्रद्धालुओं के स्नान के लिए किए जाने वाली व्यवस्थाओं का काम चल रहा है. साथ ही आपदा में क्षतिग्रस्त हुए तीर्थ पुरोहितों के मकान का काम भी चल रहा है. जिसमें से दो ब्लॉक का काम पूरा किया जा चुका है. केदार घाटी में किस स्थान पर एक एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, हॉस्पिटल, यात्री सुविधाएं, म्यूजियम और इंटरप्रिटेशन सेंटर आदि बनेगा, इसकी जानकारी प्रधानमंत्री को दी गई है. मुख्य सचिव ने बताया कि इंटरप्रिटेशन सेंटर में केदार घाटी में प्राचीन समय में किए गए विकास कार्यों और आपदा के चलते आए विनाश के साथ ही चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की पूरी जानकारी रखी जाएगी.
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यात्रियों और दुकानदारों के लिए मंदाकिनी तट पर की गई व्यवस्था
मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में तीन ध्यान गुफा निर्माणाधीन हैं. संगम स्थल पर श्रद्धालु स्नान और ध्यान अर्चना कर सकें इसकी व्यवस्था भी राज्य सरकार करने जा रही है. यही नहीं मंदाकिनी नदी के तट पर देश-विदेश से आने वाले यात्रियों की सुविधा का इंतजाम किया जा रहा है, ताकि यात्रियों को बरसात और बर्फबारी के दौरान दिक्कत न हो, यहां बैठने और पानी, शौचालय की व्यवस्था होगी. इसके साथ ही मंदाकिनी तट पर ही दुकानदारों के लिए व्यवस्था की जाएगी. दुकानें मुख्य मार्गों पर न होकर साइड में होंगी, जहां श्रद्धालु पूजा-पाठ करने के बाद भ्रमण कर सकें.
100 साल की परिकल्पना के अनुरूप किया जाय काम
मुख्य सचिव ने बताया कि केदारघाटी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत किए जा रहा है. जब यह विकास का कार्य पूर्ण हो जाएगा तो केदार घाटी का विकास ग्रीन और स्मार्ट कहलाएगा. वहीं, बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो कुछ भी काम किया जा रहा है, वह काफी लोगों के सहयोग से किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट में बहुत समय लगा है और काफी मेहनत से तैयार किया जा रहा है. ऐसे में जो काम किया जा रहा है, उसे आगामी 100 साल की परिकल्पना के अनुरूप ही बनाया जाए.