मसूरी: शहर में आवारा कुत्तों और बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं. बंदर और आवारा कुत्तों की दहशत से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है. बीते दिन बंदरों ने एक बच्चे पर हमला कर घायल कर दिया. लोगों का कहना है कि पालिका के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं और यहां सुबह-शाम बच्चे और बुजुर्ग महिलाएं घर से टहलने निकलते हैं. लेकिन बंदर और कुत्तों के आतंक के चलते सभी लोग घर में कैद हैं.
मसूरी में बंदरों और आवारा कुत्तों ( monkeys and stray dogs terror) का आतंक साफ तौर पर देखा जा रहा है. आए दिन बंदर और आवारा कुत्ते लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. परंतु इस ओर ना तो स्थानीय जनप्रतिनिधि और ना ही पालिका प्रशासन ध्यान दे रहा है. जिससे लोगों में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश व्याप्त है. बीते दिन नानपारा क्षेत्र में बंदरों ने एक 4 साल के मासूम पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
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मसूरी व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि मसूरी में लगातार आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ रहा है. परंतु कुत्तों और बंदरों से आतंक से निजात दिलाने के लिए पालिका प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. पिछले दिनों बंदरों को पकड़ने के लिए अभियान छेड़ा गया, लेकिन उसके बाद भी आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि मसूरी में बंदरों और आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले दिनों एनिमल बर्थ कंट्रोल के माध्यम से कुत्तों की नसबंदी की गई, परंतु उसका भी कोई खास असर असर नजर नहीं आ रहा है.