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कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति हुई तेज, जनता बोली- वैक्सीन को लेकर मन में कई सवाल

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Published : Jan 3, 2021, 6:43 PM IST

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी के विपक्षी दल जहां वैक्सीन को लेकर कई सवाल खड़े कर रहे हैं, तो वहीं आम जनता के मन में भी कई सवाल हैं.

Dehradun Vaccination news
देहरादून वैक्सीनेशन

देहरादून: देशभर में वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना पर जीत की तैयारी की जा रही है. तो वहीं, वैक्सीन पर राजनीति भी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के वैक्सीन न लगाने के बयान के बाद अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी अपनी बात रखी है. तो जनता के मन में भी कोरोना वैक्सीन को लेकर फिलहाल कई ऐसे सवाल हैं, जिनका सरकार ही जवाब दे सकती है.

दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए विभिन्न देशों की जल्दबाजी अब वैक्सीन के असर को लेकर जनता के मन में सवाल खड़े करने लगी है. सबसे पहले रूस ने वैक्सीन तैयार करने का दावा किया तो अब तमाम देश इस वैक्सीन को अंतिम दौर के परीक्षण के बाद जनता के बीच ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. भारत में भी वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जा चुका है. माना जा रहा है कि पहले चरण में वैक्सीनेशन का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा.

वैक्सीन को लेकर जनता में संशय

अखिलेश यादव ने वैक्सीन पर खड़े किए सवाल

हालांकि, सरकार की तैयारी के बीच वैक्सीन पर राजनीति काफी तेज हो गई है. बिहार चुनाव में तो बीजेपी गठबंधन ने मुफ्त वैक्सीन लगाने तक को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था. फिलहाल, समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव ने इस वैक्सीन पर सवाल खड़े कर दिए हैं, तो वहीं उत्तराखंड में भी इस पर राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा नेताओं ने वैक्सीन पर आ रहे बयानों को विपक्षी दल की राजनीति करार दिया है. वैक्सीन को बेहतर परीक्षण के बाद जनता के बीच लाने के लिए केंद्र सरकार को बधाई भी दी है.

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति हुई तेज.

पढ़ें- देहरादून: सिसोदिया को मदन कौशिक का करारा जवाब, राजनीति को मजाक में ले रही है AAP

कोरोना का टीका सबसे पहले सीएम त्रिवेंद्र को लगाया जाना चाहिए- कांग्रेस

वैक्सीनेशन को लेकर उत्तराखंड में कांग्रेस की तरफ से बड़ा बयान आया है. कांग्रेस नेताओं ने साफ किया है कि कोरोना वैक्सीन पर जनता को कुछ संशय है. ऐसे में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लगाया जाना चाहिए. यही नहीं प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों को भी पहले चरण में खुद को टीका लगाए जाने का साहस दिखाना चाहिए.

मंत्रियों को आगे आकर लगवानी चाहिए वैक्सीन- मथुरा दत्त जोशी

कांग्रेस प्रदेश सचिव मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि उन्हें देश के वैज्ञानिकों और चिकित्सकों पर पूरा भरोसा है. कांग्रेस इसी भरोसे के तहत उनके काम की सराहना भी करती है. अब क्योंकि जनता के बीच संशय है तो ऐसे ही स्थिति में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके मंत्रियों को आगे आकर वैक्सीन पहले खुद को लगवानी चाहिए.

पढ़ें- भारत बायोटेक और सीरम के कोरोना टीकों को मंजूरी, पीएम मोदी ने दी बधाई

आम आदमी पार्टी का स्टैंड भी कांग्रेस से मिलता-जुलता

आम आदमी पार्टी का स्टैंड भी करीब-करीब कांग्रेस से मिलता-जुलता ही दिखाई दे रहा है. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय भट्ट का कहना है कि वैज्ञानिकों की मेहनत सराहनीय है, लेकिन वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट कई जगहों पर दिखाई दिए हैं. इसलिए जल्दबाजी से काम नहीं लेना चाहिए. पूरी सुरक्षा के साथ ही इस वैक्सीन को जनता के बीच में पहुंचाना होगा. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उन्हें टीका पहले लगाया जाता है, तो वह देश के लिए ऐसा करने के लिए तैयार है.

वैक्सीन को लेकर जनता में संशय

इस मामले पर जनता क्या कहती है ? यह भी ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की. इस दौरान लोगों ने कहा कि वो वैक्सीन को लगवाने को लेकर आशंकित हैं. कुछ डरे हुए भी हैं. जिस तरह से तमाम रिपोर्ट सामने आ रही हैं और सोशल मीडिया पर चीजें दिखाई दे रही हैं. उससे उनके अंदर वैक्सीन लगाने को लेकर डर बना हुआ है. हालांकि, चिकित्सकों और फ्रंटलाइन वॉरियर को पहला चरण में टीके लगने हैं. इसलिए अगर सब ठीक रहा तो टीका लगवाए जाएगा. नहीं तो फिलहाल उनके मन में टीके को लगाने से जुड़े कई सवाल बने हुए हैं.

देहरादून: देशभर में वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना पर जीत की तैयारी की जा रही है. तो वहीं, वैक्सीन पर राजनीति भी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के वैक्सीन न लगाने के बयान के बाद अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी अपनी बात रखी है. तो जनता के मन में भी कोरोना वैक्सीन को लेकर फिलहाल कई ऐसे सवाल हैं, जिनका सरकार ही जवाब दे सकती है.

दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए विभिन्न देशों की जल्दबाजी अब वैक्सीन के असर को लेकर जनता के मन में सवाल खड़े करने लगी है. सबसे पहले रूस ने वैक्सीन तैयार करने का दावा किया तो अब तमाम देश इस वैक्सीन को अंतिम दौर के परीक्षण के बाद जनता के बीच ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. भारत में भी वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जा चुका है. माना जा रहा है कि पहले चरण में वैक्सीनेशन का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा.

वैक्सीन को लेकर जनता में संशय

अखिलेश यादव ने वैक्सीन पर खड़े किए सवाल

हालांकि, सरकार की तैयारी के बीच वैक्सीन पर राजनीति काफी तेज हो गई है. बिहार चुनाव में तो बीजेपी गठबंधन ने मुफ्त वैक्सीन लगाने तक को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था. फिलहाल, समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव ने इस वैक्सीन पर सवाल खड़े कर दिए हैं, तो वहीं उत्तराखंड में भी इस पर राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा नेताओं ने वैक्सीन पर आ रहे बयानों को विपक्षी दल की राजनीति करार दिया है. वैक्सीन को बेहतर परीक्षण के बाद जनता के बीच लाने के लिए केंद्र सरकार को बधाई भी दी है.

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति हुई तेज.

पढ़ें- देहरादून: सिसोदिया को मदन कौशिक का करारा जवाब, राजनीति को मजाक में ले रही है AAP

कोरोना का टीका सबसे पहले सीएम त्रिवेंद्र को लगाया जाना चाहिए- कांग्रेस

वैक्सीनेशन को लेकर उत्तराखंड में कांग्रेस की तरफ से बड़ा बयान आया है. कांग्रेस नेताओं ने साफ किया है कि कोरोना वैक्सीन पर जनता को कुछ संशय है. ऐसे में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लगाया जाना चाहिए. यही नहीं प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों को भी पहले चरण में खुद को टीका लगाए जाने का साहस दिखाना चाहिए.

मंत्रियों को आगे आकर लगवानी चाहिए वैक्सीन- मथुरा दत्त जोशी

कांग्रेस प्रदेश सचिव मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि उन्हें देश के वैज्ञानिकों और चिकित्सकों पर पूरा भरोसा है. कांग्रेस इसी भरोसे के तहत उनके काम की सराहना भी करती है. अब क्योंकि जनता के बीच संशय है तो ऐसे ही स्थिति में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके मंत्रियों को आगे आकर वैक्सीन पहले खुद को लगवानी चाहिए.

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आम आदमी पार्टी का स्टैंड भी कांग्रेस से मिलता-जुलता

आम आदमी पार्टी का स्टैंड भी करीब-करीब कांग्रेस से मिलता-जुलता ही दिखाई दे रहा है. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय भट्ट का कहना है कि वैज्ञानिकों की मेहनत सराहनीय है, लेकिन वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट कई जगहों पर दिखाई दिए हैं. इसलिए जल्दबाजी से काम नहीं लेना चाहिए. पूरी सुरक्षा के साथ ही इस वैक्सीन को जनता के बीच में पहुंचाना होगा. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उन्हें टीका पहले लगाया जाता है, तो वह देश के लिए ऐसा करने के लिए तैयार है.

वैक्सीन को लेकर जनता में संशय

इस मामले पर जनता क्या कहती है ? यह भी ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की. इस दौरान लोगों ने कहा कि वो वैक्सीन को लगवाने को लेकर आशंकित हैं. कुछ डरे हुए भी हैं. जिस तरह से तमाम रिपोर्ट सामने आ रही हैं और सोशल मीडिया पर चीजें दिखाई दे रही हैं. उससे उनके अंदर वैक्सीन लगाने को लेकर डर बना हुआ है. हालांकि, चिकित्सकों और फ्रंटलाइन वॉरियर को पहला चरण में टीके लगने हैं. इसलिए अगर सब ठीक रहा तो टीका लगवाए जाएगा. नहीं तो फिलहाल उनके मन में टीके को लगाने से जुड़े कई सवाल बने हुए हैं.

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