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उत्तराखंडः प्रदर्शनकारियों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर CAA का किया विरोध, कहा- लालफीताशाही नहीं चलेगी

देहरादून और रुड़की में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सीएए और एनआरसी का जमकर विरोध किया. देहरादून में प्रदर्शनकारियों ने मुंह पर काली पट्टी और हाथों में रस्सियां बांधकर आक्रोश जताया.

people protest against caa and nrc
सीएए और एनआरसी का विरोध
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Published : Jan 5, 2020, 7:37 PM IST

देहरादून/रुड़कीः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में राजधानी देहरादून में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सीएए और एनआरसी का जमकर विरोध किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुंह पर काली पट्टी और हाथों में रस्सियां बांधकर आक्रोश जताया. उधर, रुड़की में भी भीम आर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकालकर एक्ट का विरोध किया.

देहरादून में सीएए और एनआरसी का विरोध.

देहरादून
राजधानी देहरादून के परेड मैदान में स्थित धरना स्थल में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुफ्ती रईस के नेतृत्व में सीएए और एनआरसी का जमकर विरोध किया. जिसमें समाजवादी पार्टी के लोग भी शामिल रहे. सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सचान ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग ही नहीं बल्कि, देहरादून के सभी लोग शामिल हैं. यहां पर लोग देश के संविधान और देश का सेक्युलर ढांचा बचाने के लिए एकत्रित हुए हैं.

people protest against caa and nrc
देहरादून में सीएए और एनआरसी का विरोध.

ये भी पढ़ेंः टमाटर की खेती चौपट होने से मायूस हुए किसान, मुआवजे की उठी मांग

वहीं, मुस्लिम समुदाय का नेतृत्व कर रहे मुफ्ती रईस अहमद ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का लगातार विरोध हो रहा है. इतना ही नहीं इस कानून को लेकर मुस्लिम संगठनों ने ऐलान किया है कि सरकार कानून को हर हाल में लेना होगा. जब तक यह कानून वापस नहीं होगा, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा और देश में लाल फीताशाही नहीं चलेगी.

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रुड़की
देशभर में हो रहे सीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन का असर रुड़की में भी देखने को मिल रहा है. यहां पर रविवार को भीम आर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने संयुक्त रूप से कानून के खिलाफ विरोध जताते हुए रामपुर चुंगी से लेकर वैशाली मंडप तक एक जुलूस निकाला. इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा.

रुड़की में सीएए और एनआरसी का विरोध.

प्रदर्शनकारियों ने सीएए और एनआरसी को काला कानून करार देते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपनी मनमानी पर तुली है. देश की जनहित के मुद्दों को छोड़कर इन मुद्दों पर ध्यान दे रही है. ऐसे में सरकार अपना फैसला नहीं बदलती है, तब तक वे विरोध करते रहेंगे.

people protest against caa and nrc
रुड़की में सीएए और एनआरसी का विरोध.

ये भी पढ़ेंः देहरादून: महिला की अधजली लाश मिलने से मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस

वहीं, प्रदर्शनकारियों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के माध्यम से केंद्र सरकार के नाम पर एक ज्ञापन भी भेजा. जिसमें उन्होंने काननू संशोधन करने की बात कही है. उधर, एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि रैली के मद्देनजर किसी भी जनमानस को कोई तकलीफ न हो, इनके लिए भी सुरक्षा की उचित व्यवस्था की गई है. साथ ही यातयात व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए पुलिस बल तैनात की गई है.

देहरादून/रुड़कीः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में राजधानी देहरादून में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सीएए और एनआरसी का जमकर विरोध किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुंह पर काली पट्टी और हाथों में रस्सियां बांधकर आक्रोश जताया. उधर, रुड़की में भी भीम आर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकालकर एक्ट का विरोध किया.

देहरादून में सीएए और एनआरसी का विरोध.

देहरादून
राजधानी देहरादून के परेड मैदान में स्थित धरना स्थल में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुफ्ती रईस के नेतृत्व में सीएए और एनआरसी का जमकर विरोध किया. जिसमें समाजवादी पार्टी के लोग भी शामिल रहे. सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सचान ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग ही नहीं बल्कि, देहरादून के सभी लोग शामिल हैं. यहां पर लोग देश के संविधान और देश का सेक्युलर ढांचा बचाने के लिए एकत्रित हुए हैं.

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देहरादून में सीएए और एनआरसी का विरोध.

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वहीं, मुस्लिम समुदाय का नेतृत्व कर रहे मुफ्ती रईस अहमद ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का लगातार विरोध हो रहा है. इतना ही नहीं इस कानून को लेकर मुस्लिम संगठनों ने ऐलान किया है कि सरकार कानून को हर हाल में लेना होगा. जब तक यह कानून वापस नहीं होगा, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा और देश में लाल फीताशाही नहीं चलेगी.

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रुड़की
देशभर में हो रहे सीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन का असर रुड़की में भी देखने को मिल रहा है. यहां पर रविवार को भीम आर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने संयुक्त रूप से कानून के खिलाफ विरोध जताते हुए रामपुर चुंगी से लेकर वैशाली मंडप तक एक जुलूस निकाला. इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा.

रुड़की में सीएए और एनआरसी का विरोध.

प्रदर्शनकारियों ने सीएए और एनआरसी को काला कानून करार देते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपनी मनमानी पर तुली है. देश की जनहित के मुद्दों को छोड़कर इन मुद्दों पर ध्यान दे रही है. ऐसे में सरकार अपना फैसला नहीं बदलती है, तब तक वे विरोध करते रहेंगे.

people protest against caa and nrc
रुड़की में सीएए और एनआरसी का विरोध.

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वहीं, प्रदर्शनकारियों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के माध्यम से केंद्र सरकार के नाम पर एक ज्ञापन भी भेजा. जिसमें उन्होंने काननू संशोधन करने की बात कही है. उधर, एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि रैली के मद्देनजर किसी भी जनमानस को कोई तकलीफ न हो, इनके लिए भी सुरक्षा की उचित व्यवस्था की गई है. साथ ही यातयात व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए पुलिस बल तैनात की गई है.

Intro:देहरादून के परेड मैदान स्थित धरना स्थल मे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुफ्ती रईस के नेतृत्व में नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी का जमकर विरोध किया। इस दौरान मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने विरोध स्वरूप मुंह पर काली पट्टी और हाथों में रसिया बांधकर प्रदर्शन किया।
summary- सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ जमकर विरोध किया, प्रदर्शनकारी मुंह पर काली पट्टी और हाथों मे रस्सियां बांधे हुए थे।


Body:वही संगठन के समर्थन में समाजवादी पार्टी के लोग भी प्रदर्शन में शामिल हुए। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ सत्यनारायण सचान ने कहा कि आज यहां जो लोग एकत्रित हुए हैं इसको यह ना समझा जाए कि नागरिक संशोधन कानून का विरोध करने वाले सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोग ही हैं, बल्कि इसमें देहरादून के इंटलेक्चुअल लोग भी शामिल हैं। और यह सब देश के संविधान को बचाने के लिए विरोध किया जा रहा है देश का सेक्यूलर ढांचा बचाने के लिए लोग यहां एकत्रित हुए हैं। क्योंकि वर्तमान सरकार ने सीएए के माध्यम से इस देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है ,दरअसल वर्तमान सरकार नागपुर के इशारे पर चल रही है, इसलिए सरकार की साजिश देश को पोलराइजेशन करने की है
बाइट- डॉ सत्यनारायण सचान ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी पार्टी
वही मुस्लिम समुदाय का नेतृत्व कर रहे मुफ्ती रईस अहमद ने कहा कि नागरिक संशोधन कानून बने इतना वक्त गुजर चुका है उसके बावजूद भी इस कानून का लगातार विरोध हो रहा है इतना ही नहीं ,इस कानून को लेकर मुस्लिम संगठनों ने साफ ऐलान कर दिया है कि सरकार को इस काले कानून को वापस हर हाल में लेना होगा जब तक यह कानून वापस नहीं होगा तब तक इसका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा

बाइट मुफ्ती रईस, प्रदर्शनकारी



Conclusion:दरअसल उत्तराखंड में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बीजेपी ने एक अभियान चला रखा है बीजेपी घर-घर जाकर कानून की जानकारी दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ संगठन इसका लगातार विरोध कर रहे हैं ऐसा ही कुछ देहरादून के परेड मैदान में हुआ, जहां एक संगठन ने मुंह पर काली पट्टी और हाथ ऊपर रसिया बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया है।
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