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मसूरी नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति का विरोध, मजदूर संघ ने लगाए गंभीर आरोप

अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा की मसूरी में नियुक्ति को लेकर मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ज्ञापन भेजा. इस दौरान उन्होंने कहा कि रोहिताश शर्मा पर पहले भी मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रहते हुए कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. जिसके तहत उन पर सीबीआई जांच भी चल रही है.

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Published : Jul 15, 2019, 7:41 PM IST

Updated : Jul 15, 2019, 8:43 PM IST

mussoorie municipality

मसूरीः नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी की पुनः नियुक्ति का विरोध होने लगा है. इसी कड़ी में मजदूर संघ और नगर पालिका परिषद के सभासदों ने अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा को कार्यभार दिए जाने का विरोध किया. साथ ही एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को सात सूत्रीय ज्ञापन भेजा. इस दौरान उन्होंने रोहित शर्मा को तत्काल मसूरी में तैनाती के निर्देश को निरस्त करने की मांग की.

मसूरी नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति का विरोध.

सोमवार को अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा की मसूरी में नियुक्ति को लेकर मजदूर संघ के कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे. जहां पर उन्होंने रोहिताश शर्मा की नियुक्ति का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ज्ञापन भेजा. इस दौरान मजदूर नेता सोबन सिंह पंवार और और गंभीर पंवार ने कहा कि रोहिताश शर्मा पर पहले भी मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रहते हुए कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. जिसके तहत उन पर सीबीआई जांच भी चल रही है.

ये भी पढ़ेंः आज से 12 जिलों की ग्राम पंचायतें प्रशासकों के हवाले, सितंबर में हो सकते हैं चुनाव

उन्होंने कहा कि नैनीताल पालिका सभासद और आमजन के विरोध के बाद उन्हें वहां से हटाया गया है. रोहिताश शर्मा की मसूरी पालिका में दोबारा नियुक्ति होने पर मसूरी संगठन और स्थानीय जनता पुरजोर विरोध कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने रोहिताश शर्मा पर मसूरी नगर पालिका में भ्रष्टाचार से संबंधित सरकारी अभिलेखों को रफा-दफा करने और दो सरकारी गाड़ियों की चोरी का आरोप लगाया है.

वहीं, अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि कोई भी सीबीआई जांच उन पर नहीं की जा रही है. ना ही कोई जांच लंबित है.

मसूरीः नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी की पुनः नियुक्ति का विरोध होने लगा है. इसी कड़ी में मजदूर संघ और नगर पालिका परिषद के सभासदों ने अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा को कार्यभार दिए जाने का विरोध किया. साथ ही एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को सात सूत्रीय ज्ञापन भेजा. इस दौरान उन्होंने रोहित शर्मा को तत्काल मसूरी में तैनाती के निर्देश को निरस्त करने की मांग की.

मसूरी नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति का विरोध.

सोमवार को अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा की मसूरी में नियुक्ति को लेकर मजदूर संघ के कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे. जहां पर उन्होंने रोहिताश शर्मा की नियुक्ति का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ज्ञापन भेजा. इस दौरान मजदूर नेता सोबन सिंह पंवार और और गंभीर पंवार ने कहा कि रोहिताश शर्मा पर पहले भी मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रहते हुए कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. जिसके तहत उन पर सीबीआई जांच भी चल रही है.

ये भी पढ़ेंः आज से 12 जिलों की ग्राम पंचायतें प्रशासकों के हवाले, सितंबर में हो सकते हैं चुनाव

उन्होंने कहा कि नैनीताल पालिका सभासद और आमजन के विरोध के बाद उन्हें वहां से हटाया गया है. रोहिताश शर्मा की मसूरी पालिका में दोबारा नियुक्ति होने पर मसूरी संगठन और स्थानीय जनता पुरजोर विरोध कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने रोहिताश शर्मा पर मसूरी नगर पालिका में भ्रष्टाचार से संबंधित सरकारी अभिलेखों को रफा-दफा करने और दो सरकारी गाड़ियों की चोरी का आरोप लगाया है.

वहीं, अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि कोई भी सीबीआई जांच उन पर नहीं की जा रही है. ना ही कोई जांच लंबित है.

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मसूरी में मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा अधिशासी अधिकारी रोहित शर्मा के पुनः मसूरी नगर पालिका का कार्यभार दिए जाने का विरोध करते हुए एसडीएम मसूरी के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सात सूत्री ज्ञापन भेजकर रोहित शर्मा को तत्काल मसूरी की तैनाती के निर्देश को निरस्त करने की मांग की है उन्होंने इस संबंध में पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता को भी पहल कर रोहित शर्मा की मसूरी को नियुक्ति को निरस्त करने का विरोध करने का आग्रह किया गया उन्होंने कहा कि अगर 1 सप्ताह के भीतर उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे


Body:मजदूर नेता सौबन सिंह पवार और गंभीर पवार ने कहा कि अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा पर पूर्व में मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रहते हुए कई भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है जिसके तहत उन पर सीबीआई जांच भी चल रही है ऐसे में जीरो टॉलरेंस की भाजपा सरकार द्वारा भ्रष्ट अधिकारी की नियुक्ति मसूरी में द्वारा की गई है जबकि नैनीताल पालिका सभासद और आमजन के विरोध के बाद उनको वहां से हटाया गया है उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा की मसूरी पालिका में दोबारा नियुक्ति का मसूरी संगठन के साथ मसूरी की जनता पुरजोर तरीके से विरोध कर रही है उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा पर मसूरी नगर पालिका परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार से संबंधित सरकारी अभिलेखो को गायब करने के साथ दो दो सरकारी गाड़ियों को चोरी करने का आरोप लगा हुआ है इसको लेकर उनके खिलाफ सीबीआई जांच गतिमान है वह दोबारा अधिशासी अधिकारी मसूरी बनते हैं तो उससे उन पर चल रही सीबीआई की जांच प्रभावित होने की संभावना है अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा द्वारा नैनीताल नगर पालिका में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने के आरोप को लेकर सभासदों के साथ आम जनमानस द्वारा विरोध प्रदर्शन कर उनको वहां से हटाया गया ऐसे में भ्रष्ट अधिकारी को मसूरी की जिम्मेदारी दी जा रही है इसको लेकर भी सरकार पर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं उन्होंने कहा कि रोहिताश शर्मा की मसूरी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति को सरकार 1 सप्ताह के भीतर वापस नहीं लिया जाता तो मजदूर संघ मसूरी होटल रेस्टोरेंट कर्मचारी संघ के कार्यकर्ता मसूरी वासियों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर चक्का जाम करने को मजबूर होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी


Conclusion:
Last Updated : Jul 15, 2019, 8:43 PM IST
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