मसूरीः नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी की पुनः नियुक्ति का विरोध होने लगा है. इसी कड़ी में मजदूर संघ और नगर पालिका परिषद के सभासदों ने अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा को कार्यभार दिए जाने का विरोध किया. साथ ही एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को सात सूत्रीय ज्ञापन भेजा. इस दौरान उन्होंने रोहित शर्मा को तत्काल मसूरी में तैनाती के निर्देश को निरस्त करने की मांग की.
सोमवार को अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा की मसूरी में नियुक्ति को लेकर मजदूर संघ के कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे. जहां पर उन्होंने रोहिताश शर्मा की नियुक्ति का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ज्ञापन भेजा. इस दौरान मजदूर नेता सोबन सिंह पंवार और और गंभीर पंवार ने कहा कि रोहिताश शर्मा पर पहले भी मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रहते हुए कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. जिसके तहत उन पर सीबीआई जांच भी चल रही है.
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उन्होंने कहा कि नैनीताल पालिका सभासद और आमजन के विरोध के बाद उन्हें वहां से हटाया गया है. रोहिताश शर्मा की मसूरी पालिका में दोबारा नियुक्ति होने पर मसूरी संगठन और स्थानीय जनता पुरजोर विरोध कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने रोहिताश शर्मा पर मसूरी नगर पालिका में भ्रष्टाचार से संबंधित सरकारी अभिलेखों को रफा-दफा करने और दो सरकारी गाड़ियों की चोरी का आरोप लगाया है.
वहीं, अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि कोई भी सीबीआई जांच उन पर नहीं की जा रही है. ना ही कोई जांच लंबित है.