देहरादून: उत्तराखंड के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना महामारी तेजी से अपना विकराल रूप लेती जा रही है. इसके बावजूद लोग बेवजह घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आवाजाही करते नजर आ रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी बानगी राजधानी देहरादून के पछवादून ग्रामीण क्षेत्र सेलाकुई (इंडस्ट्रियल एरिया) इलाके में देखने को मिल रही है.
यहाँ बाज़ार बंद होने के बावजूद सुबह से लेकर शाम तक काफी संख्या में लोग बेवजह सड़कों पर आवाजाही कर सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं. इस आवाजाही को रोकने में पुलिस भी लापरवाही करते नजर आई. पुलिस जवान सड़कों पर खड़े तो नजर आए लेकिन इंफोर्समेंट में मुस्तैदी की कमी देखी गई.
ईटीवी भारत का दिखा असर
ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट को देख कर तैनात पुलिस हरकत में आयी और वाहनों को चेक करने लगी. देहरादून के शहरी इलाकों की पुलिस टीमें मुस्तैदी से सड़कों पर काम कर रही हैं, लेकिन सेलाकुई ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की मुस्तैदी में कमी देखी जा रही है.
इस बारे में जब दारोगा से सवाल किया गया तो उन्होंने आवश्यक सेवाओं का हवाला देकर अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से करने की बात कही. इतना ही उन्होंने हमें बताया कि चेकिंग के दौरान 40 चालान अब तक काटे गए हैं.
पढ़ें: कोरोना ने छीनी 'खुशियां', सचिवालय के सामने सब्जी बेचने को मजबूर 7 साल की बच्ची
बता दें कि देहरादून जिले का पछवादून ग्रामीण इलाके का काफी बड़ा क्षेत्रफल मैदानी और पहाड़ी होने के साथ ही हिमाचल बॉर्डर तक फैला है. सेलाकुई इंडस्ट्रियल क्षेत्र सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक माना जाता है. ऐसे में कोरोना कर्फ्यू के बावजूद सड़कों पर काफी संख्या में बेवजह निकलना फैलती महामारी में चिंता का विषय है.