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न सड़क, न एंबुलेंस, चारपाई पर मरीज को अस्पताल ले जाने को मजबूर ग्रामीण

जौनसार बावर में कई गांव ऐसे हैं जहां आज भी लोग सड़क सुविधा से वंचित हैं. चकराता के बिजनू ग्राम पंचायत के बिजनाड़ मजरे में सड़क ना होने से बीमार महिला को चारपाई से 4 किलोमीटर दूर खड़ी चढ़ाई पार करके अस्पताल पहुंचाया गया.

vikasnagar
विकासनगर
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Published : Mar 6, 2021, 4:28 PM IST

विकासनगर: उत्तराखंड राज्य बनने के बाद भी यहां के लोग सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहे हैं. ऐसे ही बानगी गढ़वाल मंडल के जौनसार बावर में देखने को मिली. एक बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को बीमार होने के चलते ग्रामीणों द्वारा चारपाई से कंधों पर उठाकर 4 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई को पार करते हुए क्वांसी प्राथमिक अस्पताल पहुंचाया गया.

बाते दें कि राज्य के गांवों में ग्रामीणों को सड़क की समस्या से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सरकार शहरों में विकास कर अपनी वाह-वाही का डंका बजती है लेकिन गांवों में सड़क सुविधा न होने के कारण लोगों को कई किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ता है. ऐसे में कई बार गर्भवती महिलाएं या बीमार बूढ़े लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. जौनसार बावर में ग्रामीणों की परेशानी ऐसी ही एक तस्वीर चकराता के बिजनू पंचायत के बिजनाड़ मजरे से सामने आई है. एक बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी के बीमार होने के चलते ग्रामीणों द्वारा चारपाई से कंधों पर उठाकर 4 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई को पार करते हुए क्वांसी प्राथमिक अस्पताल पहुंचाया गया. ग्रामीणों ने कहा कि आज तक हमारे गांव में सड़क नहीं पहुंची. इस कारण बीमार व्यक्तियों को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है .

पढ़ेंः बागेश्वर: आग से धधक रहे बैजनाथ रेंज के जंगल, वन महकमा लाचार

वहीं, ग्रामीण नरेन्द्र सिंह ने बताया की बिजनू ग्राम पंचायत के बिजनाड़ मजरे में 23 परिवार अनुसूचित जाति के निवास करते हैं. कई बार सरकार और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को सड़क की मांग को लेकर अवगत कराया गया. लेकिन सरकार द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. अगर हमारे गांव में सड़क शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हुई तो 2022 के चुनाव में इसका ग्रामीण जवाब देंगे.

विकासनगर: उत्तराखंड राज्य बनने के बाद भी यहां के लोग सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहे हैं. ऐसे ही बानगी गढ़वाल मंडल के जौनसार बावर में देखने को मिली. एक बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को बीमार होने के चलते ग्रामीणों द्वारा चारपाई से कंधों पर उठाकर 4 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई को पार करते हुए क्वांसी प्राथमिक अस्पताल पहुंचाया गया.

बाते दें कि राज्य के गांवों में ग्रामीणों को सड़क की समस्या से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सरकार शहरों में विकास कर अपनी वाह-वाही का डंका बजती है लेकिन गांवों में सड़क सुविधा न होने के कारण लोगों को कई किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ता है. ऐसे में कई बार गर्भवती महिलाएं या बीमार बूढ़े लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. जौनसार बावर में ग्रामीणों की परेशानी ऐसी ही एक तस्वीर चकराता के बिजनू पंचायत के बिजनाड़ मजरे से सामने आई है. एक बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी के बीमार होने के चलते ग्रामीणों द्वारा चारपाई से कंधों पर उठाकर 4 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई को पार करते हुए क्वांसी प्राथमिक अस्पताल पहुंचाया गया. ग्रामीणों ने कहा कि आज तक हमारे गांव में सड़क नहीं पहुंची. इस कारण बीमार व्यक्तियों को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है .

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वहीं, ग्रामीण नरेन्द्र सिंह ने बताया की बिजनू ग्राम पंचायत के बिजनाड़ मजरे में 23 परिवार अनुसूचित जाति के निवास करते हैं. कई बार सरकार और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को सड़क की मांग को लेकर अवगत कराया गया. लेकिन सरकार द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. अगर हमारे गांव में सड़क शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हुई तो 2022 के चुनाव में इसका ग्रामीण जवाब देंगे.

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