ETV Bharat / state

लॉकडाउन: पशु प्रेमियों ने समझी बेजुबानों की 'जुबां', भूखे आवारा कुत्तों के बने मसीहा

author img

By

Published : Apr 27, 2020, 10:36 AM IST

Updated : Apr 27, 2020, 12:02 PM IST

लॉकडाउन ने सभी की परेशानी भी बढ़ा दी है. ऐसे में न केवल इंसान परेशान हैं बल्कि आवारा जानवर भी भूखे प्यासे तड़प रहे हैं. ऐसे में देहरादून में कुछ लोग इनकी सेवा के लिए आगे आए हैं. देखिए ईटीवी भारत की पड़ताल...

people feeding food to animals
भूखे आवारा कुत्तों के बने मसीहा दून के युवा.

देहरादून: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया है. देश 3 मई तक लॉकडाउन है. इस दौरानन केवल आम जन को परेशानी हो रही है, बल्कि सड़कों और गलियों में घूमने वाले आवारा जानवर भी भूख-प्यास से परेशान हैं. ऐसे जानवरों की समस्या को ध्यान में रखते हुए देहरादून में भी कुछ लोग आगे आये हैं और अपने-अपने स्तर पर उन्हें खाना-पानी देने का काम कर रहे हैं. चलिये आज हम आपको मिलाते हैं देहरादून के उन हीरोज से जो भूखे-प्यासे जानवरों को भरपेट भोजन करा रह हे हैं.

भूखे आवारा कुत्तों के बने मसीहा दून के युवा.

बेजुबानों की सेवा कर रहा छात्रों का ग्रुप

यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम राजधानी देहरादून की सड़कों पर निकली और सबसे पहले घंटाघर पहुंची. यहां टीम की मुलाकात 2 छात्रों से हुई, जो आवारा कुत्तों को भोजन करा रहे थे. बातचीत करने पर पता चला कि ये दोनों छात्र देहरादून के ही रहने वाले हैं. दोनों छात्र स्कूटी से बेजुबानों के लिए खाना लेकर रोज सुबह घर से निकलते हैं.

पढ़ें- लॉकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले, ये है मुख्य कारण

छात्र अपने साथ दूध-रोटी या बंद लेकर सड़क पर घूम रहे जानवरों की तलाश करते हैं. जैसे ही कोई आवारा पशु मिलता है.उसे भरपेट भोजन कराते हैं और तब तक खिलाते हैं, जब तक जानवर खाने से मुंह नहीं मोड़ लेता. छात्रों ने बताया कि यह काम वो अपनी पॉकेट मनी से कर रहे हैं. 5 छात्रों का ग्रुप देहरादून में अलग-अलग जगहों पर जाकर बेजुबानों की सेवा कर रहा है.

आवारा कुत्तों को मिल रहा प्रोटीन से लैस खाना

इसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून आईएसबीटी रोड का रुख किया. यहां पर टीम ने देखा कि ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल/इंडिया के कुछ सदस्य शहरी कुत्तों को खाना खिला रहे हैं. साथ ही कुत्तों के झुंड को न केवल लाड प्यार कर रहे हैं, बल्कि उनके लिए प्रोटीन से लैस खाना भी परोस रहे हैं. इनके साथ एक डॉक्टर भी मौजूद थे. ईटीवी भारत ने ग्रुप को लीड कर रहीं सुचिता से बात की.

पढ़ें- पीएम मोदी के नाम से हुई गंगोत्री धाम में पहली पूजा

टीम के साथ एक डॉक्टर भी मौजूद

ग्रुप की लीडर सुचिता ने बताया कि उनकी टीम लॉकडाउन में लगातार काम कर रही है. उनकी कोशिश रहती है कि सड़क पर घूमता हुआ कोई भी पशु भूखा न रहे. उनकी संस्था की ओर से पशुओं के लिए यह व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि उनकी टीम के साथ एक डॉक्टर भी है, जो यह देखते हैं कि किसी भी पशु को कोई बीमारी या किसी तरह की चोट तो नहीं लगी है. बता दें, लॉकडाउन के दौरान ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल/इंडिया के द्वारा शहरी कुत्तों को खाना खिलाने का फ़ीडिंग ड्राइव चलाया जा रहा है.

राजधानी देहरादून के आवारा जानवरों का ध्यान इन लोगों के साथ नगर निगम भी रख रहा है. नगर निगम ने आवारा जानवरों को भोजन मुहैया कराने के लिए एक टीम बनाई है जो सड़कों पर आवारा घूम रहे पशुओं को चारा दे रही है. सरकारी मदद से अलग जो लोग खुद की जेब से इन बेजुबानों न केवल सहायता कर रहे हैं बल्कि उनका पेट भी भर रहे हैं. ऐसे हीरोज़ को ईटीवी भारत का सलाम.

देहरादून: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया है. देश 3 मई तक लॉकडाउन है. इस दौरानन केवल आम जन को परेशानी हो रही है, बल्कि सड़कों और गलियों में घूमने वाले आवारा जानवर भी भूख-प्यास से परेशान हैं. ऐसे जानवरों की समस्या को ध्यान में रखते हुए देहरादून में भी कुछ लोग आगे आये हैं और अपने-अपने स्तर पर उन्हें खाना-पानी देने का काम कर रहे हैं. चलिये आज हम आपको मिलाते हैं देहरादून के उन हीरोज से जो भूखे-प्यासे जानवरों को भरपेट भोजन करा रह हे हैं.

भूखे आवारा कुत्तों के बने मसीहा दून के युवा.

बेजुबानों की सेवा कर रहा छात्रों का ग्रुप

यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम राजधानी देहरादून की सड़कों पर निकली और सबसे पहले घंटाघर पहुंची. यहां टीम की मुलाकात 2 छात्रों से हुई, जो आवारा कुत्तों को भोजन करा रहे थे. बातचीत करने पर पता चला कि ये दोनों छात्र देहरादून के ही रहने वाले हैं. दोनों छात्र स्कूटी से बेजुबानों के लिए खाना लेकर रोज सुबह घर से निकलते हैं.

पढ़ें- लॉकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले, ये है मुख्य कारण

छात्र अपने साथ दूध-रोटी या बंद लेकर सड़क पर घूम रहे जानवरों की तलाश करते हैं. जैसे ही कोई आवारा पशु मिलता है.उसे भरपेट भोजन कराते हैं और तब तक खिलाते हैं, जब तक जानवर खाने से मुंह नहीं मोड़ लेता. छात्रों ने बताया कि यह काम वो अपनी पॉकेट मनी से कर रहे हैं. 5 छात्रों का ग्रुप देहरादून में अलग-अलग जगहों पर जाकर बेजुबानों की सेवा कर रहा है.

आवारा कुत्तों को मिल रहा प्रोटीन से लैस खाना

इसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून आईएसबीटी रोड का रुख किया. यहां पर टीम ने देखा कि ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल/इंडिया के कुछ सदस्य शहरी कुत्तों को खाना खिला रहे हैं. साथ ही कुत्तों के झुंड को न केवल लाड प्यार कर रहे हैं, बल्कि उनके लिए प्रोटीन से लैस खाना भी परोस रहे हैं. इनके साथ एक डॉक्टर भी मौजूद थे. ईटीवी भारत ने ग्रुप को लीड कर रहीं सुचिता से बात की.

पढ़ें- पीएम मोदी के नाम से हुई गंगोत्री धाम में पहली पूजा

टीम के साथ एक डॉक्टर भी मौजूद

ग्रुप की लीडर सुचिता ने बताया कि उनकी टीम लॉकडाउन में लगातार काम कर रही है. उनकी कोशिश रहती है कि सड़क पर घूमता हुआ कोई भी पशु भूखा न रहे. उनकी संस्था की ओर से पशुओं के लिए यह व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि उनकी टीम के साथ एक डॉक्टर भी है, जो यह देखते हैं कि किसी भी पशु को कोई बीमारी या किसी तरह की चोट तो नहीं लगी है. बता दें, लॉकडाउन के दौरान ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल/इंडिया के द्वारा शहरी कुत्तों को खाना खिलाने का फ़ीडिंग ड्राइव चलाया जा रहा है.

राजधानी देहरादून के आवारा जानवरों का ध्यान इन लोगों के साथ नगर निगम भी रख रहा है. नगर निगम ने आवारा जानवरों को भोजन मुहैया कराने के लिए एक टीम बनाई है जो सड़कों पर आवारा घूम रहे पशुओं को चारा दे रही है. सरकारी मदद से अलग जो लोग खुद की जेब से इन बेजुबानों न केवल सहायता कर रहे हैं बल्कि उनका पेट भी भर रहे हैं. ऐसे हीरोज़ को ईटीवी भारत का सलाम.

Last Updated : Apr 27, 2020, 12:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.