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सिक्कों की खन-खन से सभी हैं परेशान, आखिरकार क्यों कोई लेने को नहीं है तैयार?

बाजार में सिक्के दुकानदारों से लेकर आम आदमी तक की परेशानी का सबब बने हुए हैं. जो लोगों के साथ ही व्यवसायियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है.

खिर सिक्कों की खन-खन से यहां के लोग क्यों हैं परेशान?
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Published : Nov 7, 2019, 11:29 AM IST

विकासनगर: जौनसार बावर के लोग इन दिनों सिक्कों की खन-खन से परेशान हैं. बाजार में सिक्कों का चलन ज्यादा होने से लोगों की जेब का वजन सिक्कों से बढ़ रहा है. जो लोगों के साथ ही व्यवसायियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है.

गौर हो कि विकासनगर बाजार में सिक्कों की बहुतायत से दुकानदारों से लेकर आम आदमी तक परेशान है. हालात यह हैं कि कई दुकानदार सिक्के लेने को तैयार नहीं हैं. इसके अलावा एक रुपए के सिक्कों को ग्राहकों को देने के लिए पांच सिक्कों को टेप से चिपकाकर दिया जा रहा है. नगर के फूल विक्रेता जितेंद्र कुमार ने बताया कि वे सिक्कों का पैकेट बनाकर ग्राहकों को दे रहे हैं. वहीं बाजार में एक, दो और पांच रुपये के नोट कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.

आखिर सिक्कों की खन-खन से यहां के लोग क्यों हैं परेशान?

पढ़ें-ब्लॉक प्रमुख पद पर 62 प्रत्याशियों के सिर पर सजा ताज, यहां देखें पूरी लिस्ट

व्यापारी धर्मपाल साहनी ने बताया कि ग्राहक सिक्कों को लेने को तैयार नहीं और नोट देने की मांग करते हैं. उनके पास लगभग पचास हजार के सिक्के जमा हो गए हैं. उन्होंने कहा कि आरबीआई को चाहिए कि वे सिक्के लेने के लिए बैंकों को निर्देशित करें ताकि दुकानदारों का बोझ कम हो सके और सिक्कों का चलन भी चलता रहे .

वहीं व्यापार मंडल महामंत्री भारत कालडा कहना है कि बैंकों द्वारा सिक्के लेने से इनकार किया जाता है उनका कहना है कि सिक्कों के पैकेट बनाकर ही जमा किए जाएंगे. इन दिनों ग्राहकों से सिक्के लेना दुकानदारों की मजबूरी बन गई है.

विकासनगर: जौनसार बावर के लोग इन दिनों सिक्कों की खन-खन से परेशान हैं. बाजार में सिक्कों का चलन ज्यादा होने से लोगों की जेब का वजन सिक्कों से बढ़ रहा है. जो लोगों के साथ ही व्यवसायियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है.

गौर हो कि विकासनगर बाजार में सिक्कों की बहुतायत से दुकानदारों से लेकर आम आदमी तक परेशान है. हालात यह हैं कि कई दुकानदार सिक्के लेने को तैयार नहीं हैं. इसके अलावा एक रुपए के सिक्कों को ग्राहकों को देने के लिए पांच सिक्कों को टेप से चिपकाकर दिया जा रहा है. नगर के फूल विक्रेता जितेंद्र कुमार ने बताया कि वे सिक्कों का पैकेट बनाकर ग्राहकों को दे रहे हैं. वहीं बाजार में एक, दो और पांच रुपये के नोट कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.

आखिर सिक्कों की खन-खन से यहां के लोग क्यों हैं परेशान?

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व्यापारी धर्मपाल साहनी ने बताया कि ग्राहक सिक्कों को लेने को तैयार नहीं और नोट देने की मांग करते हैं. उनके पास लगभग पचास हजार के सिक्के जमा हो गए हैं. उन्होंने कहा कि आरबीआई को चाहिए कि वे सिक्के लेने के लिए बैंकों को निर्देशित करें ताकि दुकानदारों का बोझ कम हो सके और सिक्कों का चलन भी चलता रहे .

वहीं व्यापार मंडल महामंत्री भारत कालडा कहना है कि बैंकों द्वारा सिक्के लेने से इनकार किया जाता है उनका कहना है कि सिक्कों के पैकेट बनाकर ही जमा किए जाएंगे. इन दिनों ग्राहकों से सिक्के लेना दुकानदारों की मजबूरी बन गई है.

Intro:विकासनगर पचा दून से लेकर जौनसार बावर के दुकानदार इन दिनों ₹1 से लेकर ₹10 के सिक्कों के बहुतायत से लोग परेशान हैं हालत है कि कई दुकानदार इन सिक्कों को लेने को तैयार नहीं


Body:बाजार में सिखों की बहु यातायात से दुकानदारों से लेकर आम आदमी तक परेशानी का सबब बने हुए हैं हालात यह के कई दुकानदार सिक्के लेने को तैयार भी नहीं है इसके अलावा दुकानदारों ने 1 रुपए के सिखों को ग्राहकों को देने के लिए ₹5 सेलो टेप चिपकाकर ग्राहकों को दिए जा रहे हैं तो वही फूल विक्रेता जितेंद्र कुमार ने बताया की सिक्कों का पैकेट बनाकर ग्राहकों को दे रहे हैं बाजार से एक रुपए ₹2 व ₹5 का नोट दूर-दूर तक कहीं नजर नहीं आ रहा है वही सिक्कों की खनक लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है परचून व्यापारियों धर्मपाल साहनी ने बताया की ग्राहक सिक्कों को लेने को तैयार नहीं ग्राहक नोट मागता है .हमारे पास लगभग पचास हजार के सिक्के इकट्ठा हो गए है r.b.i को चाहिए की वह बैकों को निदर्शित करे ताकि दुकानदारो का बोझ कम हो सके और सिक्कों का चलन भी चलता रहे . बाइट_ भारत कालड़ा_ महामंत्री व्यापार मंडल विकास नगर बाइट_ धर्मपाल साहनी _परचून व्यापारी विकास नगर बाइट _जितेंद्र कुमार- फूल विक्रेता विकास नगर


Conclusion:वही भारत कालडा कहना है कि बैंकों द्वारा सिक्के लेने से इनकार किया जाता है उनका कहना है कि सिक्कों के पैकेट बनाकर ही जमा किए जाएंगे इन दिनों दुकानदार ग्राहकों से सिक्के लेना मजबूरी बन गई है
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