देहरादून: राजधानी में स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य (smart city construction work) काफी धीमी गति से चल रहा है. जिसके चलते शहर की अधिकांश सड़कें लंबे समय से बदहाल स्थिति में है. जिससे आवाजाही करने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शहर का ऐसा कोई मुख्य हिस्सा नहीं है, जहां स्मार्ट सिटी निर्माण के चलते खुदाई और गड्ढे होने वजह से मॉनसून के इन दिनों में लोगों को परेशानी हो रही है.
वहीं, सहारनपुर व दिल्ली हाईवे की तरफ से शहर की ओर आने वाली मुख्य सड़कें जिसमें ISBT से लेकर सहारनपुर चौक, प्रिंस चौक, तहसील चौक, दर्शन लाल चौक व राजपुर रोड जैसे तमाम मार्ग महीनों से खस्ताहाल स्थिति में है. कई बार सड़कें खराब होने के कारण दुर्घटना भी हो चुकी है. लेकिन कोई संबंधित अधिकारी सुध नहीं ले रहा है.
ऐसे में देहरादून शहर कि तमाम मुख्य सड़कें मॉनसून की मार और स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य लेटलतीफी के चलते महीनों से राज्य सरकार के झूठे वादों को याद दिलाती है. हालांकि इन हालतों के चलते मौजूदा स्मार्ट सिटी सीईओ और जिलाधिकारी आर राजेश कुमार पहले दिन से भले ही तमाम शिकायतों के मद्देनजर निरीक्षण जरूर कर रहे हैं. लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कार्य में तेजी और खस्ताहाल सड़कों को दुरुस्त करने का समाधान दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है.
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क्या कहते हैं स्मार्ट सिटी सीईओ: देहरादून शहर में जगह-जगह स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य चलाया गया है. लेकिन कार्य में कोई तेजी नहीं है और न ही मॉनसून के समय शहर भर में होने वाले गड्ढे और टूटी सड़कों को लोक निर्माण विभाग समय रहते दुरुस्त कराने की जहमत उठा रहा है. जिससे जगह-जगह पानी भरा हुआ है. शहर की लाइफ-लाइन सड़कों की दयनीय स्थिति को लेकर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ और देहरादून जिला अधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि सड़कों के मरम्मत कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग से अनुमति लेकर उन्हें दुरुस्त करने का कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
हालांकि, कई सड़कें ऐसी हैं जहां रात को कार्य किया जाना हैं, ऐसे में वहां कानून व्यवस्था की समस्या भी सामने आ रही है. इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन से वार्तालाप कर पुलिस की मदद से रात को भी कुछ सड़कों को दुरुस्त करने की कार्रवाई जल्द ही पूरी की जाएगी. जिलाधिकारी के मुताबिक मॉनसून के उपरांत स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य पहले के मुकाबले व्यवस्थित ढंग से कराने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. टाइमलाइन के अकॉर्डिंग कार्य हो और जनता को कम से कम परेशानी हो, इसको लेकर भी कार्य योजना तैयार कर उसको धरातल पर उतारने का प्रयास किया जाएगा.
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बहरहाल, जिस तरह से वर्तमान समय में देहरादून शहर की चारों तरफ की खस्ताहाल सड़कों की वजह से जनता के लिए लगातार परेशानी बढ़ती जा रही है. वह आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में भी मौजूदा भाजपा सरकार के लिए जनता की नाराजगी का कारण बन सकती है.