देहरादून: मॉनसून सीजन में प्रदेश में हो रही बारिश के कारण पहाड़ी जनपदों के साथ ही मैदानी जिलों में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इससे राजधानी देहरादून भी अछूती नहीं है. बरसात के कारण देहरादून के घंटाघर, आईएसबीटी जैसे कई पॉश इलाकों में जलभराव हो गया है. निकासी की सुविधा न होने के कारण राजधानी की सड़कें पानी-पानी हो गई हैं. जिससे दो-पहिया वाहनों से साथ ही पैदल सफर करने वाले लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इससे साथ ही कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय के प्रांगण में भी जलभराव होने के कारण आस-पास के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी.
राजधानी देहरादून का दिल कहे जाने वाले घंटाघर में भी कुछ ये ही हालात नजर आए. यहां भी निकासी की व्यवस्था सुचारू न होने से इस कदर जलभराव हो गया है कि सड़कों पर आवाजाही करने वाले लोग घंटों तक परेशान रहे. जलभराव के कारण घंटाघर के पास घंटों जाम लग रहा है. पैदल चलने वाले, दोपहिया और चौपहिया वाहनों को भी इससे खासी परेशानी हो रही है.
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ईटीवी भारत देहरादून के घंटाघर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया. जिसमें हमने पाया कि घंटाघर से दर्शन लाल चौक तक का सड़कों पर पानी ही पानी बह रहा है. यहां नाले चोक होने की वजह से बरसात का सारा पानी सड़कों पर बह रहा था. कुछ देर की बारिश से ही सड़कों पर जलभराव हो गया. जिससे आवाजाही में लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ी. लोग पार्किंग में खड़े वाहनों तक को नहीं निकाल पा रहे थे.
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घंटाघर से लेकर दर्शन लाल चौक तक बारिश के जलभराव के कारण परेशान राहगीरों ने साफ तौर पर कहा कि एक तरफ सरकार देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने की योजनाओं का प्रचार प्रसार करती है, वहीं जलभराव, ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं ही सरकार की पोल खोलती नजर आती हैं. शहर के मुख्य आवाजाही वाले स्थान पर होने वाले जल भराव पर संबंधित विभागों की नींद नहीं टूटती. जिसका आलम यह है कि वर्षों से घंटाघर के आसपास कुछ देर की बारिश से ही जलभराव हो जाता है. मगर न तो अधिकारियों को इसकी चिंता है और नहीं सरकार को.
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देहरादून के घंटाघर में हर साल होने वाले जलभराव की समस्या को लेकर राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती ने कहा कि जलभराव को लेकर सरकार ने इन 20 सालों में कोई भी व्यवस्था नहीं की है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. हर साल होने वाली जलभराव की परेशानी को देखेते हुए भी नगर निगम और लोक निर्माण विभाग इस संबंध में कुछ नहीं कर पाया है.
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वहीं, बात अगर मौसम विभाग के जारी किए गए पूर्वानुमान की करें तो अभी प्रदेश में 28 अगस्त तक अधिकांश इलाकों में बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने इस दौरान प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना भी व्यक्त की है. प्रदेश के पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, देहरादून ,हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी और टिहरी जिलों में भारी बारिश की संभावना है.