ETV Bharat / state

अभिभावक ने स्कूल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप, शिक्षाधिकारी ने स्टाफ से मांगा जवाब

author img

By

Published : May 16, 2019, 7:23 PM IST

लच्छीवाला के राजकीय आदर्श प्राथमिक में छात्रों से सफाई करने का मामला सामने आया है.शिकायत के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया और स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और स्टाफ से इस मामले को लेकर बातचीत की.

राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय

डोइवालाः सरकारी स्कूल अक्सर किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. कभी स्टाफ की कमी तो कभी सुविधाओं का अभाव, लेकिन लच्छीवाला का राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय अलग ही मसले को लेकर सुर्खियों में है. इस स्कूल के स्टाफ पर छात्र-छात्राओं साफ-सफाई और अन्य कार्य कराने के आरोप लगे हैं. जिसकी शिकायकत अभिभावक ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है.

स्कूल में छात्रों से सफाई कराने की शिकायत मिलने पर शिक्षाधिकारी ने किया निरीक्षण.

बता दें कि इस शिकायत के बाद राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय सुर्खियों में बना है. जिसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत व खंड शिक्षा अधिकारी अनीता चौहान ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया और स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और स्टाफ से इस मामले को लेकर बातचीत की. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि राजेश द्विवेदी नामक अभिभावक द्वारा स्कूल में बच्चों से साफ सफाई कराए जाने की शिकायत की गई थी. जिसको लेकर उन्होंने स्कूल का औचक निरीक्षण किया है और बच्चों व स्टाफ से बातचीत की गई. साथ ही स्कूल की व्यवस्थाओं को जांचा गया.


राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जांच में अभी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन स्कूल प्रबंधन को नसीहत दी गई है कि भविष्य में बच्चों से स्कूल में इस तरह की कोई भी गतिविधि की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. वहीं, इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और स्कूल स्टाफ से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है.

यह भी पढ़ेंः केदार यात्रा: खत्म हुआ श्रद्धालुओं का इंतजार, 8 कंपनियों के हेलीकॉप्टरों ने भरी उड़ान

वहीं, इस मामले में प्रधानाचार्य प्रेम मोहन ने बताया कि जिस व्यक्ति द्वारा यह शिकायत की गई थी. उनका बच्चा वर्तमान में स्कूल में पढ़ाई नहीं कर रहा है. उनके बेटे ने 3 महीने पहले स्कूल छोड़ दिया था. बच्चों से थोड़ी बहुत स्कूल में साफ सफाई कराई जाती है. जिससे स्कूल में बच्चे स्वच्छता के प्रति सजग रहे. यह स्कूल एक मॉडल स्कूल है और इस स्कूल में बच्चों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं.

ग्राम प्रधान गीता सावन ने बताया कि उनके द्वारा भी स्कूल में भ्रमण किया जाता है लेकिन इस तरह की शिकायत उनके द्वारा देखने में नहीं आई है और स्कूल का माहौल भी ठीक है. वहीं स्कूल का स्टाफ बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहा है और ऐसी शिकायत किसी भी व्यक्ति को नहीं करनी चाहिए क्योंकि थोड़ी बहुत सफाई तो बच्चे खुद अपने मन से कर लेते हैं.

वहीं, दूसरी ओर शिकायतकर्ता राजेश द्विवेदी ने फोन पर बताया कि स्कूल में अच्छी पढ़ाई की बात सुनकर उन्होंने भी अपने बेटे का एडमिशन इस सरकारी स्कूल में कराया था. लेकिन कुछ दिनों के बाद ही स्कूल में बच्चों द्वारा साफ-सफाई व झाड़ू-पोंछा कराए जाने की शिकायत मिलने लगी.

यह भी पढ़ेंः 2 साल बाद मिला न्याय, प्रशासन ने कब्जाधारकों से मुक्त करवाई जमीन

राजेश द्विवेदी ने कई बार स्कूल स्टाफ को अवगत भी कराया और बच्चों से साफ सफाई ना कराए जाने की बात भी कही लेकिन इन सब के बावजूद भी स्कूल में बच्चों से साफ सफाई कराई जाती रही. उनके कई बार कहने के बावजूद स्कूल की मनमानी के खिलाफ उच्च अधिकारियों को अवगत कराया. शिकायतकर्ता द्विवेदी ने बताया कि वे अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहते हैं और कुछ भी गलत देखने पर वे उसकी शिकायत संबंधित विभाग को करते रहते हैं. अगर अभी भी स्कूल में बच्चों का शोषण बंद न हुआ तो वे चुपचाप नहीं बैठेंगे और शोषण के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेंगे.

डोइवालाः सरकारी स्कूल अक्सर किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. कभी स्टाफ की कमी तो कभी सुविधाओं का अभाव, लेकिन लच्छीवाला का राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय अलग ही मसले को लेकर सुर्खियों में है. इस स्कूल के स्टाफ पर छात्र-छात्राओं साफ-सफाई और अन्य कार्य कराने के आरोप लगे हैं. जिसकी शिकायकत अभिभावक ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है.

स्कूल में छात्रों से सफाई कराने की शिकायत मिलने पर शिक्षाधिकारी ने किया निरीक्षण.

बता दें कि इस शिकायत के बाद राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय सुर्खियों में बना है. जिसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत व खंड शिक्षा अधिकारी अनीता चौहान ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया और स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और स्टाफ से इस मामले को लेकर बातचीत की. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि राजेश द्विवेदी नामक अभिभावक द्वारा स्कूल में बच्चों से साफ सफाई कराए जाने की शिकायत की गई थी. जिसको लेकर उन्होंने स्कूल का औचक निरीक्षण किया है और बच्चों व स्टाफ से बातचीत की गई. साथ ही स्कूल की व्यवस्थाओं को जांचा गया.


राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जांच में अभी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन स्कूल प्रबंधन को नसीहत दी गई है कि भविष्य में बच्चों से स्कूल में इस तरह की कोई भी गतिविधि की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. वहीं, इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और स्कूल स्टाफ से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है.

यह भी पढ़ेंः केदार यात्रा: खत्म हुआ श्रद्धालुओं का इंतजार, 8 कंपनियों के हेलीकॉप्टरों ने भरी उड़ान

वहीं, इस मामले में प्रधानाचार्य प्रेम मोहन ने बताया कि जिस व्यक्ति द्वारा यह शिकायत की गई थी. उनका बच्चा वर्तमान में स्कूल में पढ़ाई नहीं कर रहा है. उनके बेटे ने 3 महीने पहले स्कूल छोड़ दिया था. बच्चों से थोड़ी बहुत स्कूल में साफ सफाई कराई जाती है. जिससे स्कूल में बच्चे स्वच्छता के प्रति सजग रहे. यह स्कूल एक मॉडल स्कूल है और इस स्कूल में बच्चों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं.

ग्राम प्रधान गीता सावन ने बताया कि उनके द्वारा भी स्कूल में भ्रमण किया जाता है लेकिन इस तरह की शिकायत उनके द्वारा देखने में नहीं आई है और स्कूल का माहौल भी ठीक है. वहीं स्कूल का स्टाफ बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहा है और ऐसी शिकायत किसी भी व्यक्ति को नहीं करनी चाहिए क्योंकि थोड़ी बहुत सफाई तो बच्चे खुद अपने मन से कर लेते हैं.

वहीं, दूसरी ओर शिकायतकर्ता राजेश द्विवेदी ने फोन पर बताया कि स्कूल में अच्छी पढ़ाई की बात सुनकर उन्होंने भी अपने बेटे का एडमिशन इस सरकारी स्कूल में कराया था. लेकिन कुछ दिनों के बाद ही स्कूल में बच्चों द्वारा साफ-सफाई व झाड़ू-पोंछा कराए जाने की शिकायत मिलने लगी.

यह भी पढ़ेंः 2 साल बाद मिला न्याय, प्रशासन ने कब्जाधारकों से मुक्त करवाई जमीन

राजेश द्विवेदी ने कई बार स्कूल स्टाफ को अवगत भी कराया और बच्चों से साफ सफाई ना कराए जाने की बात भी कही लेकिन इन सब के बावजूद भी स्कूल में बच्चों से साफ सफाई कराई जाती रही. उनके कई बार कहने के बावजूद स्कूल की मनमानी के खिलाफ उच्च अधिकारियों को अवगत कराया. शिकायतकर्ता द्विवेदी ने बताया कि वे अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहते हैं और कुछ भी गलत देखने पर वे उसकी शिकायत संबंधित विभाग को करते रहते हैं. अगर अभी भी स्कूल में बच्चों का शोषण बंद न हुआ तो वे चुपचाप नहीं बैठेंगे और शोषण के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेंगे.

Intro:डोईवाला
डोईवाला का एक और स्कूल सुर्ख़ियों में
अभिभावक ने स्कूल प्रशासन पर लगाए बच्चों से झाड़ू पोछा और काम कराने के आरोप ।

राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय लच्छीवाला का मामला

सरकारी स्कूल किसी ना किसी बात को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं कभी बिल्डिंग गिरने की समस्या तो कभी स्टाफ की कमी तो कभी बच्चों के स्कूल में कमी को लेकर लेकिन लच्छीवाला का राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय सुर्खियों में है इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं पर एक अभिभावक ने स्कूल स्टाफ पर बच्चों से साफ-सफाई और अन्य कार्य कराने के आरोप लगाए हैं और इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की गई है उसके बाद से यह स्कूल एकाएक सुर्ख़ियों में आ गया है और इस शिकायत पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत व खंड शिक्षा अधिकारी अनीता चौहान ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया और स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं व स्टाफ से बातचीत की ।


Body:जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि राजेश द्विवेदी नामक अभिभावक द्वारा स्कूल में बच्चों से साफ सफाई कराए जाने की शिकायत की गई थी जिसको लेकर आज उन्होंने स्कूल का औचक निरीक्षण किया है और बच्चों व स्टाफ से बातचीत की गई वही स्कूल की व्यवस्थाओं को जांचा गया । राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि स्कूल में जांच में अभी ऐसी कोई बच्चों से कार्य कराए जाने की बात सामने नहीं आई है लेकिन स्कूल प्रबंधन को नसीहत दी गई है कि भविष्य में बच्चों से स्कूल में इस तरह की कोई भी गतिविधि की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए अगर स्कूल में साफ सफाई कराई जानी है तो बाहर से व्यक्ति बुलाकर कराई जा सकती है वही राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और शिकायत पर स्कूल स्टाफ से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है ।

स्कूल के प्रधानाचार्य प्रेम मोहन ने बताया कि जिस व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई है उनका बच्चा स्कूल में वर्तमान में पढ़ाई नहीं कर रहा है और उनका बेटा 3 महीने पहले स्कूल छोड़कर चला गया था और स्कूल में बच्चों से थोडी बहुत साफ सफाई कराई जाती है जिससे स्कूल साफ रहे और बच्चे बीमार ना हो और यह स्कूल एक मॉडल स्कूल है और इस स्कूल में बच्चों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध है ।


Conclusion:ग्राम प्रधान गीता सावन ने बताया कि उनके द्वारा भी स्कूल में भर्मण किया जाता है लेकिन इस तरह की शिकायत उनके द्वारा देखने में नहीं आई है और स्कूल का माहौल भी ठीक है वही स्कूल स्टाफ बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहा है और ऐसी शिकायत किसी भी व्यक्ति को नहीं करनी चाहिए क्योंकि थोड़ी बहुत सफाई तो बच्चे खुद अपने मन से कर लेते हैं

शिकायतकर्ता राजेश द्विवेदी ने फोन पर बातचीत में बताया कि स्कूल में अच्छी पढ़ाई की बात सुनकर उन्होंने भी अपने बेटे का ऐडमिशन इस सरकारी स्कूल में कराया था लेकिन कुछ दिनों के बाद ही स्कूल में बच्चों द्वारा साफ सफाई व झाड़ू पोछा कराए जाने की शिकायत मिलने लगी और उन्होंने कई बार स्कूल स्टाफ को अवगत भी कराया और बच्चों से साफ सफाई ना कराए जाने की बात भी कही लेकिन इन सब के बावजूद भी स्कूल में बच्चों से साफ सफाई कराई जाती रही और उनके कई बार कहने के बावजूद स्कूल की मनमानी के खिलाफ उच्च अधिकारियों को अवगत कराया वही शिकायतकर्ता राजेश द्विवेदी ने बताया कि वे अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहते हैं और कुछ भी गलत देखने पर वे उसकी शिकायत संबंधित विभाग को करते रहते हैं और अगर अभी भी स्कूल में बच्चों का शोषण बंद ना हुआ तो वे चुपचाप नहीं बैठेंगे और शोषण के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेंगे ।
बाईट राजेंद्र सिंह रावत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कुर्सी पर
बैठे हुए मुंछ वाले
बाईट प्रेम मोहन प्रधानाचार्य बिना मुछ के
बाईट गीता सावन ग्राम प्रधान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.