देहरादून/ऋषिकेश: लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर कई शिकायतें आती रही हैं. इसमें खास तौर पर जबरन फीस वसूली के मामले ज्यादा रहे हैं. ऐसे में नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (NAPSR) ने आज वर्चुअली स्वेच्छिक बंद किया. इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों के बीच अभियान को आगे बढ़ाया गया.
बता दें कि अभिभावकों से फीस वसूलने के खिलाफ इस अभियान को चलाया गया है, साथ ही इस दौरान फीस न देने वाले अभिभावकों का उत्पीड़न करने और बच्चों का नाम काटने जैसी शिकायतों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की गई है. इस अभियान को सोशल मीडिया पर भी समर्थन मिला और लोगों से इस अभियान में जुड़कर निजी स्कूलों के खिलाफ जुटने की अपील की गई.
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एनएपीएसआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान ने बताया कि किसी भी सरकार ने अब तक निजी स्कूलों पर मनमानी को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की है. ऐसे में देश भर के विभिन्न अभिभावक संगठनों का साथ लेकर अभियान को सफल बनाया जा रहा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान ने कहा कि इस दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से एक ज्ञापन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम भी भेजा गया है. जिसमें 15 दिनों के भीतर ऐसे मामलों में कार्रवाई करने की मांग की गई है.
ऋषिकेश में प्रदर्शन
वहीं, ऋषिकेश में भी उत्तराखंड जन विकास मंच ने स्कूलों में अभिभावकों से ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर फीस लिए जाने का विरोध किया है. मंच के सदस्यों ने शहर में रैली निकालकर फीस वसूली के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों की बुद्धि-शुद्धि के लिए त्रिवेणी घाट पर यज्ञ भी किया.