ऋषिकेशः कॉर्बेट नेशनल पार्क इलाके में अवैध निर्माण और बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई की जांच पूरी हो गई है. वन महानिदेशक चंद्र प्रकाश गोयल ने एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. अब मामले में आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है.
दरअसल, सोमवार को वन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. वन अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि गोयल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट एनजीटी की प्रधान पीठ को सौंप दी है. करीब एक दर्जन जांच पैनल ने अनियमितताओं की जांच की और उनमें शामिल होने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट अलग नहीं है.
क्या था मामलाः कॉर्बेट नेशनल पार्क में 16.21 हेक्टेयर इलाके में पाखरो टाइगर सफारी परियोजना पर काम हुआ था. इसके लिए 6,093 से ज्यादा पेड़ काटे गए थे. जबकि, दावा किया गया था कि महज 163 पेड़ों की कटाई की अनुमति दी गई थी. वहीं, एफएसआई ने भी अपनी सर्वे रिपोर्ट में पाया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो रेंज में करीब 16.21 हेक्टेयर वन भूमि पर 6093 पेड़ों का सफाया कर दिया गया है. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा था.
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वहीं, जांच में सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी ने भी अवैध पेड़ कटान की बात कही थी. मामला हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. इस मामले में दो आईएफएस अधिकारी सस्पेंड हो चुके हैं. जबकि, एक आईएफएस अधिकारी को मुख्यालय अटैच की कार्रवाई की गई थी. ऐसे में अब समिति की ओर से जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
(इनपुट- पीटीआई)