देहरादून: सोमवार को एक दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का पंचायत मंत्री सतपाल महाराज ने शुभारंभ किया. इस मौके पर कैबीनेट मंत्री सतपाल महाराज ने पंचायतों में आधुनिकीकरण को लेकर निर्देश अधिकारियों को दिये. पंचातीराज मंत्री ने प्लास्टिक एवं फर्टिलाइजर का उपयोग को पूरी तरह से बंद करने की बात भी कही.
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग एवं वन अनुसंधान संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से पंचायत प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों के राज्य स्तरीय एक दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यशाला में विषय के विशेषज्ञों ने बताया गया कि हम अनुपयोगी भूमि के संवर्धन एवं वृक्षारोपण हेतु किस प्रकार की योजना तैयार कर कम समय में अपनी आय बढ़ा सकते हैं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंचायती राज एवं ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने कहा हम ऐसे वृक्षों को ग्रामसभा स्तर पर लगाने का प्रयास करें. जिनके द्वारा कम समय में उससे अधिक आए हो सकें. उन्होंने कहा जल संवर्धन और मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने के लिए अनेक प्रजाति के वृक्ष लगाए जा सकते हैं. पंचायत मंत्री ने कहा पीरूल से कपड़ा बनाने का कार्य पंचायतें कर सकती हैं. पानी के स्रोतों को रिचार्ज करने के लिए चाल-खाल को बनाने के लिए मनरेगा के तहत पंचायत स्तर पर कार्य किया जा सकता है.
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पंचायत मंत्री महाराज ने कहा हमें प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंधित करना हैं, इसके लिए हमें आपके सहयोग की आवश्यकता है. उन्होंने कहा केमिकल फर्टिलाइजर लगातार मिट्टी की ताकत को समाप्त कर रहे हैं. पंजाब का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा पंजाब के अंदर लोगों ने फर्टिलाइजर का अत्यधिक इस्तेमाल किया. आज पंजाब से स्पेशल ट्रेन चलती है, जिसे कैंसर एक्सप्रेस कहते हैं. कहीं ऐसा ना हो कि हर शहर से कैंसर एक्सप्रेस चलने लगे. इसलिए समय रहते हमें केमिकल फर्टिलाइजर के प्रयोग को पूरी तरह से रोकने की आवश्यकता है.
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उन्होंने कहा अनुपयोगी भूमि को उपयोग में लाने के साथ-साथ गांव की आय को किस प्रकार से बढ़ाया जाए इस विषय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह लगातार प्रयासरत हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हम भी लगातार सशक्त विकल्पों की तलाश में लगे हैं.