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ऋषिकेश एम्स में पेसमेकर इंप्लांटेशन शुरू, मरीजों को मिलेगा फायदा

एम्स ऋषिकेश में पेसमेकर इंप्लांटेशन की सुविधा शुरू हो गई है. नई तकनीक से किए जाने वाले इलाज के बाद मरीजों को भविष्य में हार्ट फेलियर का खतरा नहीं रहता है.

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Published : Sep 7, 2020, 7:02 PM IST

AIIMS Rishikesh
ऋषिकेश एम्स में पेसमेकर इंप्लांटेशन शुरू.

ऋषिकेश: हार्ट के मरीजों में एम्स ऋषिकेश में पेसमेकर इंप्लांटेशन की सुविधा शुरू हो गई है. फिजियोलॉजिकल सेंसिंग की यह तकनीक हृदय रोग के उन मरीजों के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक है, जिनकी पल्स रेट कम होती है और जिन्हें बार-बार चक्कर आने एवं बेहोश हो जाने की शिकायत रहती है. मस्तिष्क में रक्त संचार कम होने की वजह से इस रोग से ग्रसित मरीज अक्सर चक्कर खाकर गिर जाते हैं.

एम्स हॉस्पिटल प्रशासन के डीन प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि अभी हाल ही में लालढांग, हरिद्वार की एक महिला में पेसमेकर इंप्लांटेशन किया गया है. मरीज का हार्ट ब्लॉक था और दिल की धड़कन कम होने की वजह से मरीज रह-रह कर बेहोश हो जाती थी.

ऋषिकेश एम्स में पेसमेकर इंप्लांटेशन शुरू.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के आईजी जेल भी हुए क्वारंटाइन, सीए को हुआ है कोरोना

मरीज के इलाज के लिए एम्स में पहली बार फिजियोलॉजिकल सेंसिंग तकनीक का उपयोग किया गया है. उन्होंने बताया कि इस तकनीक से किसी हार्ट रोगी का ट्रीटमेंट आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में पहली बार किया गया है. नई तकनीक से किए जाने वाले इलाज के बाद मरीजों को भविष्य में हार्ट फेलियर का खतरा नहीं रहता और इससे मरीज को कोई नुकसान भी नहीं होता है.

उधर कार्डियोलॉजी विभाग की इलेक्ट्रोफिजियो डॉ. शारदा शिवराम ने कहा कि जो मरीज इस मेडिकल सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं, वो एम्स के टेलिमेडिसन नंबर 18001804278, 7302895044 में मंगलवार और गुरुवार को सुबह 9 बजे से 1 बजे तक संपर्क कर सकते हैं.

ऋषिकेश: हार्ट के मरीजों में एम्स ऋषिकेश में पेसमेकर इंप्लांटेशन की सुविधा शुरू हो गई है. फिजियोलॉजिकल सेंसिंग की यह तकनीक हृदय रोग के उन मरीजों के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक है, जिनकी पल्स रेट कम होती है और जिन्हें बार-बार चक्कर आने एवं बेहोश हो जाने की शिकायत रहती है. मस्तिष्क में रक्त संचार कम होने की वजह से इस रोग से ग्रसित मरीज अक्सर चक्कर खाकर गिर जाते हैं.

एम्स हॉस्पिटल प्रशासन के डीन प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि अभी हाल ही में लालढांग, हरिद्वार की एक महिला में पेसमेकर इंप्लांटेशन किया गया है. मरीज का हार्ट ब्लॉक था और दिल की धड़कन कम होने की वजह से मरीज रह-रह कर बेहोश हो जाती थी.

ऋषिकेश एम्स में पेसमेकर इंप्लांटेशन शुरू.

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मरीज के इलाज के लिए एम्स में पहली बार फिजियोलॉजिकल सेंसिंग तकनीक का उपयोग किया गया है. उन्होंने बताया कि इस तकनीक से किसी हार्ट रोगी का ट्रीटमेंट आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में पहली बार किया गया है. नई तकनीक से किए जाने वाले इलाज के बाद मरीजों को भविष्य में हार्ट फेलियर का खतरा नहीं रहता और इससे मरीज को कोई नुकसान भी नहीं होता है.

उधर कार्डियोलॉजी विभाग की इलेक्ट्रोफिजियो डॉ. शारदा शिवराम ने कहा कि जो मरीज इस मेडिकल सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं, वो एम्स के टेलिमेडिसन नंबर 18001804278, 7302895044 में मंगलवार और गुरुवार को सुबह 9 बजे से 1 बजे तक संपर्क कर सकते हैं.

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