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कांजी हाउस पर महिला कांग्रेस नेताओं के आरोपों से नगर आयुक्त ने किया इनकार, मुकदमा दर्ज करने का आदेश

कांग्रेस की महिला नेताओं ने देहरादून नगर निगम के कांजी हाउस में पशुओं की दुर्दशा का आरोप लगाया था. वहीं नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. नगर आयुक्त ने नगर निगम की छवि खराब करने पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. उधर कांग्रेस की महिला नेताओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है.

Mahila Congress leaders
कांजी हाउस समाचार
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Published : Aug 5, 2023, 2:50 PM IST

Updated : Aug 5, 2023, 4:40 PM IST

कांजी हाउस मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश

देहरादून: गुरुवार को कांग्रेस की महिला नेताओं द्वारा नगर निगम के कांजी हाउस का दौरा किया गया था. नेताओं द्वारा कुछ वीडियो और फोटोग्राफ प्रसारित किए गए थे. आरोप लगाया गया था कि कांजी हाउस में पशुओं को काफी दयनीय हालत में रखा जा रहा है. नगर निगम इंटरनेट मीडिया और वेब पोर्टल पर प्रसारित मृत गौवंश का वीडियो कांजी हाउस का ना होने का दावा कर रहा है. नगर निगम की मानें तो वीडियो और तस्वीरें बहुत पुरानी हैं और कहीं ओर की हैं. साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही नगर आयुक्त ने नगर निगम की छवि खराब करने पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.

कांजी हाउस के फोटो वीडियो पर नगर निगम हुआ सख्त: बता दें कि गुरुवार को कांग्रेसी नेता द्वारा कांजी हाउस में पहुंचे और कांजी हाउस में पहुंचकर कुछ वीडियो और फोटोग्राफ प्रसारित किए गए थे. साथ ही कुछ फोटोग्राफ और वीडियो भी वायरल की गई. जिसमें कई गौवंशी के मृत पड़े होने और चारों ओर गंदगी होना दिखाया गया है. लेकिन जब नगर निगम ने इस मामले को संज्ञान में लिया तो वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी ने कांजी हाउस का निरीक्षण किया. वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के अनुसार पाया गया कि यह फोटो और वीडियो काफी पुरानी हैं, जिनका नगर निगम के कांजी हाउस से कोई संबंध नहीं है.

फोटो वीडियो वायरल करने पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश: वर्तमान में नगर निगम द्वारा कुल 1600 पशुओं की देखरेख की जा रही है. दुर्घटनाग्रस्त लाए गए पशु जिनमें 30 जुलाई को एक पशु बड़ोंवाला, एक पशु आईटीबीपी सीमाद्वार, 31 जुलाई को एक पशु महाराणा प्रताप चौक रायपुर, 1 अगस्त को एक पशु प्रेम नगर हाईवे और एक पशु कंडोली राजपुर, 2 अगस्त को एक पशु देवभूमि एंक्लेव बालावाला, एक पशु मेहूवाला और एक पशु दोनाली चौक, 3 अगस्त को एक पशु अजबपुर कलां से रेस्क्यू से रेस्क्यू किया गया है. जिनमें से तीन गंभीर दुर्घटनाग्रस्त पशुओं की मृत्यु 3 अगस्त को हुई है. इतनी बड़ी संख्या में रखे गए बीमार और वृद्धि पशुओं में से अत्याधिक बीमार और चोटिल पशु की मृत्यु होना एक सामान्य घटनाक्रम है. लेकिन गलत वीडियो और फोटो फाइल करते हुए सनसनी फैलाने की जो कार्रवाई की जा रही है, उस पर जांच करवा कर संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की कार्रवाई भी की जाएगी.

नगर आयुक्त ने क्या कहा? नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि सोशल मीडिया पोर्टल द्वारा नगर निगम के कांजी हाउस के संबंध में 3 अगस्त को वीडियो के साथ कुछ अन्य फोटो और वीडियो प्रसारित किए गए हैं. जो फोटोग्राफ में पड़ी तारीख से स्पष्ट है कि काफी लंबे समय के पुराने फोटो हैं. जिनका नगर निगम कांजी हाउस से कोई संबंध नहीं है. वर्तमान स्थिति से कोई लेना देना नहीं है. कुछ लोगों द्वारा गलत सूचना और सनसनी फैलाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. साथ ही नगर निगम द्वारा शहर में घूमने वाले आवारा पशुओं, बीमार और वृद्ध पशुओं सहित सड़क दुर्घटना में घायल पशुओं को रेस्क्यू करते हुए कांजी हाउस में रखा जाता है. नगर निगम द्वारा उनका उपचार और इनके भरण पोषण की व्यवस्था की जाती है. इस तरह के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के बाद नगर निगम की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

3 अगस्त को क्या हुआ था? कांग्रेस पार्टी की महिला नेताओं गरिमा मेहरा दसौनी, पार्षद और महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा ने केदारपुर स्थित कांजी हाउस का भ्रमण किया था. कांग्रेस ने वहां के हालात को लेकर प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वार्ता की थी. दोनों ने कहा था कि कांजी हाउस में कई गायों की स्थिति दयनीय बनी हुई है. इधर नगर निगम ने कांग्रेस की नेताओं के आरोपों को निराधार बताया था.

ये है पूरा मामला: दसौनी ने बताया कि जब अचानक एक गरीब महिला कांग्रेस मुख्यालय गुहार लगाने पहुंची, और उन्हें बताया कि नगर निगम प्रशासन ने उनकी गाय पकड़कर कांजी हाउस में डाल दिया और छोड़ने के बदले 9000 रुपए मांगे जा रहे हैं. उस महिला ने जब 9000 रुपए देने में असमर्थता जाहिर की तब राजपुर से कांग्रेस की पार्षद और महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा ने नगर निगम में तैनात वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीसी तिवारी से फोन पर वार्ता की. उन्हें बताया कि महिला यह जुर्माना राशि चुकाने में असमर्थ है.

पशु चिकित्साधिकारी ने क्या कहा? इस पर पशु चिकित्सा अधिकारी ने उन्हें बताया कि कांजी हाउस में उस गाय की तीन-चार दिन से सेवा की जा रही है और उसको भोजन कराया जा रहा है. उसकी एवज में यह राशि देनी पड़ेगी. जिसके बाद उन्होंने कांजी हाउस जाकर यह देखने का फैसला किया कि वहां गौ माताओं की कितनी सेवा हो रही है. गरिमा का कहना है कि वहां पहुंचकर जो नजारा था, वह बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था. वहां अधिकतर गायों की स्थिति ठीक नहीं थी. आधा दर्जन से अधिक गाय मृत पड़ी हुई थीं. उनके ऊपर मक्खियां भिनभिना रही थीं. इसके अलावा चार से पांच गाय गंभीर रूप से घायल अवस्था में भी थीं. जिनके जख्मों से खून बह रहा था.

नगर निगम ने आरोपों को बताया निराधार: नगर निगम के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ डीसी तिवारी ने कांग्रेस की नेताओं की ओर से लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि पार्षद उर्मिला थापा के साथ कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ लोग कांजी हाउस पहुंचे थे. उस समय वह भी वहां मौजूद थे. कांग्रेस की महिला नेता जिन 8 पशुओं को मृत बता रही हैं, हकीकत में 8 पशु मृत नहीं बल्कि घायल अवस्था में थे. ये वह पशु थे, जिनको नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने सड़कों से घायल अवस्था में उठाया था.

मृत नहीं घायल थी गायें- डॉ तिवारी: उन्होंने कहा कि देहरादून महानगर में 100 वार्ड हैं. शहर के आसपास राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा अन्य सड़क मार्ग हैं, जहां आए दिन लोग अपने पशुओं को छोड़ देते हैं. शहर में आवारा मवेशियों से नागरिकों को परेशानी उठाने के साथ में हर रोज दुर्घटनाएं हो रही हैं. इसके अलावा मवेशियों की जान भी खतरे में पड़ जाती है. इन पशुओं के उपचार से लेकर उन्हें रखने की जिम्मेदारी नगर निगम निभाता है. कांग्रेस नेताओं ने जिन 8 पशुओं का जिक्र किया है, यह वही घायल पशु हैं, जिनको सड़कों से गंभीर अवस्था में नगर निगम की टीम ने उठाया है.

कोई भी आके सीसीटीवी देख ले- डॉ तिवारी: सड़कों में पशुओं के घायल होने की जानकारी सूचनाओं के आधार पर नगर निगम को मिलती है. निगम देरी किये बिना घायल पशुओं को कांजी हाउस के शेड पर पहुंचा देता है. डॉक्टर तिवारी के मुताबिक सभी मवेशियों का बेहतर उपचार किया जाता है. उन्होंने बताया कि पशुओं को भोजन में रोजाना दो टाइम चारा और भूसा दिया जाता है. इसके अलावा कांजी हाउस का पूरा शेड सीसीटीवी से लैस है. इसमें हमने 21 दिन का बैकअप भी लिया हुआ है. यदि कांग्रेस प्रवक्ता को पशुओं को भोजन दिए जाने पर कोई शंका हो तो सीसीटीवी में देखा जा सकता है. वहीं उन्होंने बताया कि अब भी वहां इन 8 पशुओं के अलावा करीबन साढ़े तीन सौ पशु मौजूद हैं, जिनको नियमित भोजन दिया जा रहा है और घायल पशुओं का प्रॉपर इलाज किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: Manipur Violence को लेकर महिला कांग्रेस ने फूंका सरकार का पुतला, अंकिता भंडारी केस पर भी घेरा

कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी: इधर कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 1 सप्ताह के भीतर कांजी हाउस के हालात नहीं सुधरे, तो कांग्रेस पार्टी गौ माता की दुहाई देने वाले लोगों के खिलाफ सड़कों से लेकर सदन तक संघर्ष करने से भी पीछे नहीं हटेगी.

कांजी हाउस मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश

देहरादून: गुरुवार को कांग्रेस की महिला नेताओं द्वारा नगर निगम के कांजी हाउस का दौरा किया गया था. नेताओं द्वारा कुछ वीडियो और फोटोग्राफ प्रसारित किए गए थे. आरोप लगाया गया था कि कांजी हाउस में पशुओं को काफी दयनीय हालत में रखा जा रहा है. नगर निगम इंटरनेट मीडिया और वेब पोर्टल पर प्रसारित मृत गौवंश का वीडियो कांजी हाउस का ना होने का दावा कर रहा है. नगर निगम की मानें तो वीडियो और तस्वीरें बहुत पुरानी हैं और कहीं ओर की हैं. साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही नगर आयुक्त ने नगर निगम की छवि खराब करने पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.

कांजी हाउस के फोटो वीडियो पर नगर निगम हुआ सख्त: बता दें कि गुरुवार को कांग्रेसी नेता द्वारा कांजी हाउस में पहुंचे और कांजी हाउस में पहुंचकर कुछ वीडियो और फोटोग्राफ प्रसारित किए गए थे. साथ ही कुछ फोटोग्राफ और वीडियो भी वायरल की गई. जिसमें कई गौवंशी के मृत पड़े होने और चारों ओर गंदगी होना दिखाया गया है. लेकिन जब नगर निगम ने इस मामले को संज्ञान में लिया तो वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी ने कांजी हाउस का निरीक्षण किया. वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के अनुसार पाया गया कि यह फोटो और वीडियो काफी पुरानी हैं, जिनका नगर निगम के कांजी हाउस से कोई संबंध नहीं है.

फोटो वीडियो वायरल करने पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश: वर्तमान में नगर निगम द्वारा कुल 1600 पशुओं की देखरेख की जा रही है. दुर्घटनाग्रस्त लाए गए पशु जिनमें 30 जुलाई को एक पशु बड़ोंवाला, एक पशु आईटीबीपी सीमाद्वार, 31 जुलाई को एक पशु महाराणा प्रताप चौक रायपुर, 1 अगस्त को एक पशु प्रेम नगर हाईवे और एक पशु कंडोली राजपुर, 2 अगस्त को एक पशु देवभूमि एंक्लेव बालावाला, एक पशु मेहूवाला और एक पशु दोनाली चौक, 3 अगस्त को एक पशु अजबपुर कलां से रेस्क्यू से रेस्क्यू किया गया है. जिनमें से तीन गंभीर दुर्घटनाग्रस्त पशुओं की मृत्यु 3 अगस्त को हुई है. इतनी बड़ी संख्या में रखे गए बीमार और वृद्धि पशुओं में से अत्याधिक बीमार और चोटिल पशु की मृत्यु होना एक सामान्य घटनाक्रम है. लेकिन गलत वीडियो और फोटो फाइल करते हुए सनसनी फैलाने की जो कार्रवाई की जा रही है, उस पर जांच करवा कर संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की कार्रवाई भी की जाएगी.

नगर आयुक्त ने क्या कहा? नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि सोशल मीडिया पोर्टल द्वारा नगर निगम के कांजी हाउस के संबंध में 3 अगस्त को वीडियो के साथ कुछ अन्य फोटो और वीडियो प्रसारित किए गए हैं. जो फोटोग्राफ में पड़ी तारीख से स्पष्ट है कि काफी लंबे समय के पुराने फोटो हैं. जिनका नगर निगम कांजी हाउस से कोई संबंध नहीं है. वर्तमान स्थिति से कोई लेना देना नहीं है. कुछ लोगों द्वारा गलत सूचना और सनसनी फैलाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. साथ ही नगर निगम द्वारा शहर में घूमने वाले आवारा पशुओं, बीमार और वृद्ध पशुओं सहित सड़क दुर्घटना में घायल पशुओं को रेस्क्यू करते हुए कांजी हाउस में रखा जाता है. नगर निगम द्वारा उनका उपचार और इनके भरण पोषण की व्यवस्था की जाती है. इस तरह के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के बाद नगर निगम की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

3 अगस्त को क्या हुआ था? कांग्रेस पार्टी की महिला नेताओं गरिमा मेहरा दसौनी, पार्षद और महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा ने केदारपुर स्थित कांजी हाउस का भ्रमण किया था. कांग्रेस ने वहां के हालात को लेकर प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वार्ता की थी. दोनों ने कहा था कि कांजी हाउस में कई गायों की स्थिति दयनीय बनी हुई है. इधर नगर निगम ने कांग्रेस की नेताओं के आरोपों को निराधार बताया था.

ये है पूरा मामला: दसौनी ने बताया कि जब अचानक एक गरीब महिला कांग्रेस मुख्यालय गुहार लगाने पहुंची, और उन्हें बताया कि नगर निगम प्रशासन ने उनकी गाय पकड़कर कांजी हाउस में डाल दिया और छोड़ने के बदले 9000 रुपए मांगे जा रहे हैं. उस महिला ने जब 9000 रुपए देने में असमर्थता जाहिर की तब राजपुर से कांग्रेस की पार्षद और महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा ने नगर निगम में तैनात वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीसी तिवारी से फोन पर वार्ता की. उन्हें बताया कि महिला यह जुर्माना राशि चुकाने में असमर्थ है.

पशु चिकित्साधिकारी ने क्या कहा? इस पर पशु चिकित्सा अधिकारी ने उन्हें बताया कि कांजी हाउस में उस गाय की तीन-चार दिन से सेवा की जा रही है और उसको भोजन कराया जा रहा है. उसकी एवज में यह राशि देनी पड़ेगी. जिसके बाद उन्होंने कांजी हाउस जाकर यह देखने का फैसला किया कि वहां गौ माताओं की कितनी सेवा हो रही है. गरिमा का कहना है कि वहां पहुंचकर जो नजारा था, वह बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था. वहां अधिकतर गायों की स्थिति ठीक नहीं थी. आधा दर्जन से अधिक गाय मृत पड़ी हुई थीं. उनके ऊपर मक्खियां भिनभिना रही थीं. इसके अलावा चार से पांच गाय गंभीर रूप से घायल अवस्था में भी थीं. जिनके जख्मों से खून बह रहा था.

नगर निगम ने आरोपों को बताया निराधार: नगर निगम के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ डीसी तिवारी ने कांग्रेस की नेताओं की ओर से लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि पार्षद उर्मिला थापा के साथ कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ लोग कांजी हाउस पहुंचे थे. उस समय वह भी वहां मौजूद थे. कांग्रेस की महिला नेता जिन 8 पशुओं को मृत बता रही हैं, हकीकत में 8 पशु मृत नहीं बल्कि घायल अवस्था में थे. ये वह पशु थे, जिनको नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने सड़कों से घायल अवस्था में उठाया था.

मृत नहीं घायल थी गायें- डॉ तिवारी: उन्होंने कहा कि देहरादून महानगर में 100 वार्ड हैं. शहर के आसपास राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा अन्य सड़क मार्ग हैं, जहां आए दिन लोग अपने पशुओं को छोड़ देते हैं. शहर में आवारा मवेशियों से नागरिकों को परेशानी उठाने के साथ में हर रोज दुर्घटनाएं हो रही हैं. इसके अलावा मवेशियों की जान भी खतरे में पड़ जाती है. इन पशुओं के उपचार से लेकर उन्हें रखने की जिम्मेदारी नगर निगम निभाता है. कांग्रेस नेताओं ने जिन 8 पशुओं का जिक्र किया है, यह वही घायल पशु हैं, जिनको सड़कों से गंभीर अवस्था में नगर निगम की टीम ने उठाया है.

कोई भी आके सीसीटीवी देख ले- डॉ तिवारी: सड़कों में पशुओं के घायल होने की जानकारी सूचनाओं के आधार पर नगर निगम को मिलती है. निगम देरी किये बिना घायल पशुओं को कांजी हाउस के शेड पर पहुंचा देता है. डॉक्टर तिवारी के मुताबिक सभी मवेशियों का बेहतर उपचार किया जाता है. उन्होंने बताया कि पशुओं को भोजन में रोजाना दो टाइम चारा और भूसा दिया जाता है. इसके अलावा कांजी हाउस का पूरा शेड सीसीटीवी से लैस है. इसमें हमने 21 दिन का बैकअप भी लिया हुआ है. यदि कांग्रेस प्रवक्ता को पशुओं को भोजन दिए जाने पर कोई शंका हो तो सीसीटीवी में देखा जा सकता है. वहीं उन्होंने बताया कि अब भी वहां इन 8 पशुओं के अलावा करीबन साढ़े तीन सौ पशु मौजूद हैं, जिनको नियमित भोजन दिया जा रहा है और घायल पशुओं का प्रॉपर इलाज किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: Manipur Violence को लेकर महिला कांग्रेस ने फूंका सरकार का पुतला, अंकिता भंडारी केस पर भी घेरा

कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी: इधर कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 1 सप्ताह के भीतर कांजी हाउस के हालात नहीं सुधरे, तो कांग्रेस पार्टी गौ माता की दुहाई देने वाले लोगों के खिलाफ सड़कों से लेकर सदन तक संघर्ष करने से भी पीछे नहीं हटेगी.

Last Updated : Aug 5, 2023, 4:40 PM IST
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