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ट्रैफिक व्यवस्था तोड़ने के आरोप में दून के बड़े स्कूल के गार्ड पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश

सरकारी कार्य में बाधा डालने के चलते दून के बड़े स्कूल के गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश हुए हैं. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. देहरादून एसपी ट्रैफिक अक्षय कोड़े ने तीन दिन में रिपोर्ट तलब की है. वहीं, स्कूल प्रबंधन इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है.

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दून ट्रैफिक समाचार
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Published : Nov 3, 2022, 8:59 AM IST

Updated : Nov 3, 2022, 6:08 PM IST

देहरादून: यातायात व्यवस्था को अवरुद्ध कर सरकारी कार्य में बाधा डालने के चलते देहरादून के एक नामी स्कूल गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 3 दिन में वैधानिक कार्रवाई के एसपी ट्रैफिक द्वारा निर्देश दिए गए हैं. इस मामले में संबंधित स्कूल के बाहर तैनात ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण ड्यूटी पुलिसकर्मी द्वारा रिपोर्ट देने के आधार पर एसपी ट्रैफिक (IPS) ने शहर कोतवाली को मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कारवाई के आदेश जारी किए हैं.

स्कूल संचालक के खिलाफ भी हो सकती हैं कार्रवाई: ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए देहरादून एसपी ट्रैफिक (आईपीएस) अक्षय कोड़े ने बताया कि वर्षों से इस स्कूल के वाहनों के कारण बाहर सड़क पर लगने वाले जाम को देखते हुए पिछले दिनों स्कूल संचालकों से इस बात के लिए सहमति बनाई गई थी कि उनके स्कूल और अभिभावकों के वाहन को शिक्षण संस्थान के कैंपस के अंदर पार्क किया जाएगा. ताकि स्कूल की वजह से लगने वाले जाम से जनता को राहत दी जा सके.

स्कूल के गार्ड पर ट्रैफिक व्यवस्था तोड़ने का आरोप: दरअसल, शिक्षण संस्थान के बाहर सड़क पर जाम से प्रतिदिन 8 से 9 ट्रैफिक पुलिस कर्मी ड्यूटी लगाए जाते थे. ऐसे में शिक्षा संस्थान संचालक से सहमति बनने के बाद स्कूल वाहनों को अंदर पार्क करने व्यवस्था बनाते ही सड़क पर एक से दो ट्रैफिक कर्मी लगाए गए. एसपी ट्रैफिक के अनुसार बस इसी व्यवस्था के कारण स्कूल संचालक और गार्ड द्वारा ट्रैफिक जामकर स्कूल में पार्किंग व्यवस्था को बंद कर सरकारी कार्य में बाधा डाला गया है. यही वजह है कि बार-बार नोटिस हिदायत के बावजूद मनमानी के चलते स्कूल गार्ड और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

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देहरादून एसपी ट्रैफिक द्वारा जारी पत्र.

जानकारी के अनुसार, सचिवालय और पुलिस मुख्यालय मार्ग पर इस प्रतिष्ठित स्कूल के बाहर लंबे समय से यातायात व्यवस्था बाधित होने की सूरत में बाकायदा ट्रैफिक कर्मियों को नियुक्त किया गया है. ताकि ट्रैफिक व्यवस्थित कर यातायात को सुचारू किया जा सके. इसी क्रम बीते दिनों स्कूल संचालक को इस बात के लिए निर्देशित किया गया कि शिक्षण संस्थान में आने वाले अभिभावकों और बच्चों के स्कूल वाहनों को परिसर के अंदर रखने की व्यवस्था में सहयोग करें. ताकि सड़कों पर आए दिन लगने वाले जाम से जनता की राहत दी जा सके.

ट्रैफिक सिपाही ने की स्कूल के गार्ड की शिकायत: आरोप है कि स्कूल संचालक द्वारा इस मामले में ट्रैफिक पुलिस को आवश्यकता मुताबिक सहयोग नहीं किया जा रहा है. इसी बीच स्कूल के बाहर तैनात ट्रैफिक कर्मी द्वारा एसपी ट्रैफिक को शिकायत पत्र दिया गया कि स्कूल के गार्ड मोनू थापा द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था बनाने में व्यवधान डालने और सरकारी कार्य में दखलअंदाजी कर जनहित कार्य में बाधा डाली गई है.
ये भी पढ़ें: मुनि की रेती में ट्रैफिक रूल तोड़ रहे नाबालिग वाहन चालक, 21 दोपहिया वाहनों का हुआ चालान

ऐसे में जनहित के मद्देनजर इस विषय का संज्ञान लेते हुए एसपी ट्रैफिक द्वारा संबंधित ट्रैफिक पुलिसकर्मी की रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कर 3 दिन के अंदर वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए. हालांकि दूसरी तरफ हैरानी की बात है कि एक आईपीएस अधिकारी की तरफ से दी गई तहरीर के मामले में एसपी ट्रैफिक को इस बात की कोई जानकारी नहीं है.

बातचीत को तैयार नहीं स्कूल प्रबंधन: वहीं, इस मामले में ईटीवी भारत ने स्कूल प्रबंधन से भी उनका पक्ष जानने का प्रयास किया लेकिन स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और वहां के प्रबंधक ने इस मामले में किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. वहीं स्कूल के मुख्य प्रबंधक ने भी मुलाकात करने के लिए मना कर दिया है. ऐसे में स्कूल पक्ष से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.

देहरादून: यातायात व्यवस्था को अवरुद्ध कर सरकारी कार्य में बाधा डालने के चलते देहरादून के एक नामी स्कूल गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 3 दिन में वैधानिक कार्रवाई के एसपी ट्रैफिक द्वारा निर्देश दिए गए हैं. इस मामले में संबंधित स्कूल के बाहर तैनात ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण ड्यूटी पुलिसकर्मी द्वारा रिपोर्ट देने के आधार पर एसपी ट्रैफिक (IPS) ने शहर कोतवाली को मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कारवाई के आदेश जारी किए हैं.

स्कूल संचालक के खिलाफ भी हो सकती हैं कार्रवाई: ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए देहरादून एसपी ट्रैफिक (आईपीएस) अक्षय कोड़े ने बताया कि वर्षों से इस स्कूल के वाहनों के कारण बाहर सड़क पर लगने वाले जाम को देखते हुए पिछले दिनों स्कूल संचालकों से इस बात के लिए सहमति बनाई गई थी कि उनके स्कूल और अभिभावकों के वाहन को शिक्षण संस्थान के कैंपस के अंदर पार्क किया जाएगा. ताकि स्कूल की वजह से लगने वाले जाम से जनता को राहत दी जा सके.

स्कूल के गार्ड पर ट्रैफिक व्यवस्था तोड़ने का आरोप: दरअसल, शिक्षण संस्थान के बाहर सड़क पर जाम से प्रतिदिन 8 से 9 ट्रैफिक पुलिस कर्मी ड्यूटी लगाए जाते थे. ऐसे में शिक्षा संस्थान संचालक से सहमति बनने के बाद स्कूल वाहनों को अंदर पार्क करने व्यवस्था बनाते ही सड़क पर एक से दो ट्रैफिक कर्मी लगाए गए. एसपी ट्रैफिक के अनुसार बस इसी व्यवस्था के कारण स्कूल संचालक और गार्ड द्वारा ट्रैफिक जामकर स्कूल में पार्किंग व्यवस्था को बंद कर सरकारी कार्य में बाधा डाला गया है. यही वजह है कि बार-बार नोटिस हिदायत के बावजूद मनमानी के चलते स्कूल गार्ड और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

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देहरादून एसपी ट्रैफिक द्वारा जारी पत्र.

जानकारी के अनुसार, सचिवालय और पुलिस मुख्यालय मार्ग पर इस प्रतिष्ठित स्कूल के बाहर लंबे समय से यातायात व्यवस्था बाधित होने की सूरत में बाकायदा ट्रैफिक कर्मियों को नियुक्त किया गया है. ताकि ट्रैफिक व्यवस्थित कर यातायात को सुचारू किया जा सके. इसी क्रम बीते दिनों स्कूल संचालक को इस बात के लिए निर्देशित किया गया कि शिक्षण संस्थान में आने वाले अभिभावकों और बच्चों के स्कूल वाहनों को परिसर के अंदर रखने की व्यवस्था में सहयोग करें. ताकि सड़कों पर आए दिन लगने वाले जाम से जनता की राहत दी जा सके.

ट्रैफिक सिपाही ने की स्कूल के गार्ड की शिकायत: आरोप है कि स्कूल संचालक द्वारा इस मामले में ट्रैफिक पुलिस को आवश्यकता मुताबिक सहयोग नहीं किया जा रहा है. इसी बीच स्कूल के बाहर तैनात ट्रैफिक कर्मी द्वारा एसपी ट्रैफिक को शिकायत पत्र दिया गया कि स्कूल के गार्ड मोनू थापा द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था बनाने में व्यवधान डालने और सरकारी कार्य में दखलअंदाजी कर जनहित कार्य में बाधा डाली गई है.
ये भी पढ़ें: मुनि की रेती में ट्रैफिक रूल तोड़ रहे नाबालिग वाहन चालक, 21 दोपहिया वाहनों का हुआ चालान

ऐसे में जनहित के मद्देनजर इस विषय का संज्ञान लेते हुए एसपी ट्रैफिक द्वारा संबंधित ट्रैफिक पुलिसकर्मी की रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कर 3 दिन के अंदर वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए. हालांकि दूसरी तरफ हैरानी की बात है कि एक आईपीएस अधिकारी की तरफ से दी गई तहरीर के मामले में एसपी ट्रैफिक को इस बात की कोई जानकारी नहीं है.

बातचीत को तैयार नहीं स्कूल प्रबंधन: वहीं, इस मामले में ईटीवी भारत ने स्कूल प्रबंधन से भी उनका पक्ष जानने का प्रयास किया लेकिन स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और वहां के प्रबंधक ने इस मामले में किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. वहीं स्कूल के मुख्य प्रबंधक ने भी मुलाकात करने के लिए मना कर दिया है. ऐसे में स्कूल पक्ष से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.

Last Updated : Nov 3, 2022, 6:08 PM IST
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