ETV Bharat / state

हिमाचल-हरियाणा में बने मॉनसून सर्कुलेशन से उत्तरकाशी में आई आपदा, 23-24 अगस्त तक रहें सावधान

उत्तराखंड मौसम विभाग ने एक बार फिर प्रदेश के तीन जिलों में 24 घंटे का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 24 घंटे में औसत से ज्यादा बारिश हुई है.

तीन जिलों में 24 घंटे में भारी बारिश का ऑरेंट अलर्ट
author img

By

Published : Aug 19, 2019, 1:38 PM IST

Updated : Aug 19, 2019, 7:02 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में पहाड़ी और मैदानी जनपदों में रविवार को बारिश ने जमकर कहर बरपाया. उत्तरकाशी में बादल फटने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, उत्तराखंड मौसम विभाग का कहना है कि बीते 24 घंटों में प्रदेश में औसत से 125% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.

जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी.

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने बताया कि उत्तरकाशी के मोरी में आई तबाही और प्रदेशभर में हुई भारी बारिश की मुख्य वजह हिमाचल और हरियाणा में बना मॉनसून सर्कुलेशन था.

मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने बताया कि चमोली जनपद में औसत से 306% ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इसके साथ ही अबतक मानसून सीजन में प्रदेश में 655 mm बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर मानसून सीजन में अबतक 848 mm बारिश हो जानी चाहिए थी.

पढे़ं- उत्तरकाशी में आपदा से 47 हजार लोग प्रभावित, बदरीनाथ में फंसे 800 से ज्यादा श्रद्धालु

सकलानी के मुताबिक प्रदेश के कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर जनपद में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है. वहीं, प्रदेश के अन्य जनपदों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है. इसके अलावा अब अगले कुछ दिनों तक मौसम सामान्य बना रहेगा, लेकिन 23 और 24 अगस्त को एक बार फिर प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है.

देहरादून: उत्तराखंड में पहाड़ी और मैदानी जनपदों में रविवार को बारिश ने जमकर कहर बरपाया. उत्तरकाशी में बादल फटने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, उत्तराखंड मौसम विभाग का कहना है कि बीते 24 घंटों में प्रदेश में औसत से 125% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.

जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी.

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने बताया कि उत्तरकाशी के मोरी में आई तबाही और प्रदेशभर में हुई भारी बारिश की मुख्य वजह हिमाचल और हरियाणा में बना मॉनसून सर्कुलेशन था.

मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने बताया कि चमोली जनपद में औसत से 306% ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इसके साथ ही अबतक मानसून सीजन में प्रदेश में 655 mm बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर मानसून सीजन में अबतक 848 mm बारिश हो जानी चाहिए थी.

पढे़ं- उत्तरकाशी में आपदा से 47 हजार लोग प्रभावित, बदरीनाथ में फंसे 800 से ज्यादा श्रद्धालु

सकलानी के मुताबिक प्रदेश के कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर जनपद में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है. वहीं, प्रदेश के अन्य जनपदों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है. इसके अलावा अब अगले कुछ दिनों तक मौसम सामान्य बना रहेगा, लेकिन 23 और 24 अगस्त को एक बार फिर प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है.

Intro:देहरादून- प्रदेश के विभिन्न पहाड़ी और मैदानी जनपदों में रविवार को हुई बारिश मुसीबत बनकर बरसी। बता दें कि बीते 24 घंटों में प्रदेश में औसत से 125% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है ।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तरकाशी के मोरी में आई तबाही और प्रदेश भर में हुई भारी बारिश की मुख्य वजह हिमाचल और हरियाणा में बना मॉनसून सरकुलेशन था।




Body:गौरतलब है कि रविवार को चमोली जनपद में औसत से 306% ज्यादा बारिश दर्ज की गई । इसके साथ ही अब तक मानसून सीजन में प्रदेश में 655 mm बारिश दर्ज की गई है । जबकी सामान्य तौर पर अब तक मानसून सीजन में अब तक प्रदेश में 848 mm बारिश हो जानी चाहिए थी।


Conclusion:बता दें कि देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ , नैनीताल और बागेश्वर जनपद में आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं प्रदेश के अन्य जनपदों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है । इसके अलावा अब अगले कुछ दिनों तक मौसम सामान्य बना रहेगा लेकिन 23 और 24 अगस्त को एक बार फिर प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है ।
बाइट- एमएम सकलानी मौसम वैज्ञानिक
Last Updated : Aug 19, 2019, 7:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.