देहरादून: प्रदेश सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 4 जिलों में लॉकडाउन लगाया हुआ है, ताकि कोरोना के चक्र को तोड़ा जा सके, लेकिन सरकार ने लॉकडाउन में शराब की दुकानों को खोले जाने की अनुमति प्रदान की है. सरकार के इस फैसले से नाराज एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने रविवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में राज्य सरकार का पुतला दहन करते हुए जमकर नारेबाजी की ओर अपना आक्रोश व्यक्त किया है.
वहीं, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सौरभ ममगाई ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन जारी है, लेकिन प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन में भी शराब की दुकानों को आवश्यक सेवा में शामिल किया हुआ है, उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ दो दिन के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से राजधानी देहरादून में लगभग सभी व्यापारिक गतिविधियां रुकी हुई हैं. साथ ही अधिकांश गैर सरकारी दफ्तर बंद है. ऐसे में इस संक्रमण से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोगों का काम ठप हो चुके हैं, मगर राज्य सरकार अपने राजस्व में बढ़ोतरी करने के लिए शराब की बिक्री करने में लगी हुई है.
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उन्होंने कहा कि इसलिए आज एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शराब की दुकानों को आवश्यक सेवा में शामिल करने का विरोध दर्ज कराते हुए राज्य सरकार का पुतला दहन किया है. एनएसयूआई ने राज्य सरकार से मांग की है कि जिस प्रकार से लॉकडाउन में सभी व्यापारिक गतिविधियां बंद है, उसी प्रकार से शराब के ठेकों को भी बंद रखा जाए. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि राज्य सरकार का शराब के प्रति मोहभंग नहीं हुआ तो, एनएसयूआई को बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.